पिछोला झील, सिटी पैलेस, सहेलियों की बाड़ी

उदयपुर में घूमने के लिए 7 खास डेस्टिनेशन, जानने के लिए पढ़ें

मैंने उदयपुर के बारे में बहुत पढ़ा था, लेकिन जिस वक्त मैं उदयपुर को अपनी आंखों के सामने देख रही थी, उस वक्त मुझे लगा कि हम चाहे किसी जगह के बारे में लाख पढ़ लें, लेकिन जब तक उस जगह पर हम खुद नहीं घूम लेते, तब तक उस जगह की असली खूबसूरती से हम अनजान ही रहते हैं।

आपने कई लोगों को ये कहते सुना होगा कि राजस्थान का हर शहर घूमने लायक है। राजशाही एहसास की सबसे सुंदर छवि राजस्थान में ही देखने को मिलती है। यहां के तमाम खूबसूरत शहरों में से एक है उदयपुर। जिसे ‘झीलों की नगरी’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह शहर 7 झीलों से घिरा हुआ है। ये 7 खूबसूरत झील और इनके आस-पास बने महल, उदयपुर में जान फूंकते हैं। इस शहर में कदम रखने मात्र से आपको लगेगा कि आप किसी राजा के राज्य की ओर रुख कर रहें हैं।

मैंने इस शहर के बारे में पढ़ा बहुत था, लेकिन जिस वक्त मैं उदयपुर को अपनी आंखों के सामने देख रही थी, उस वक्त मुझे लगा कि हम चाहे किसी जगह के बारे में लाख पढ़ लें, लेकिन जब तक उस जगह पर हम खुद नहीं घूम लेते, तब तक उस जगह की असली खूबसूरती से हम अनजान ही रहते हैं।

मैंने यहां के नजारों को अपनी आंखों में कैद कर लिया है और आज आपको भी अपने साथ घुमाती हूं खूबसूरत वादियों से भरे शहर उदयपुर (Udaipur in hindi) में।

घूमने के लिए ये 10 डेस्टिनेशन हैं सबसे खास:

इंसानों द्वारा बनाई गई है पिछोला झील (Insanon dwara banai gai hai Pichola Jheel)

‘झीलों के शहर’ की बात हो तो सबसे पहले किसी झील की ही बात की जानी चाहिए। इस शहर में मेरा पहला डेस्टिनेशन रहा, पिछोला झील। जैसे ही मैं इस झील के पास पहुंची, एक पल के लिए मुझे लगा कि मैं भारत के सबसे खूबसूरत जगह पर खड़ी हूं। यह झील यहां की सबसे बड़ी झील मानी जाती है। यह झील प्राकृतिक नहीं है, बल्कि मानव द्वारा बनाई गई है। अगर इस बात की जानकारी पहले से न हो, तो इस झील को देखने के बाद कोई भी इस बात पर यकीन नहीं कर पाएगा। पहाड़ों और बेहद खूबसूरत इमारतों से घिरी ये झील सूरज की किरणें पड़ते ही, सुनहरे रंग में रंग जाती है। मैं यहां शाम के वक्त पहुंची थी और मेरे ख्याल से यहां आने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त का वक्त ही है। इस झील में दो द्वीप हैं, जिनका नाम जग निवास और जग मंदिर हैं। दोनों ही द्वीपों पर कई पैलेस बनाए गए हैं, ताकि यहां से पिछोला झील की खूबसूरती को निहारा जा सके।

रानी और उनकी सेविकाओं के लिए तोहफा था सहेलियों की बाड़ी (Rani aur unki sevika ke liye tohfa tha saheliyon ki badi)

सहेलियों की बाड़ी का निर्माण महाराणा संग्राम सिंह ने करवाया था। यह रानी और उनकी 48 सेविकाओं के लिए उनका एक तोहफा था। यह जगह फतह सागर झील के किनारे पर स्थित है। यहां आने वाले कई लोग मानते हैं कि ये जगह शहर की सबसे खूबसूरत जगह है। यहां पहुंचने के बाद मुझे भी यही लगा कि यह जगह आसानी से किसी के भी दिल में उतर सकती है। पानी के फव्वारे, बगीचे में नजर आने वाले रंग-बिरंगे फूल जो रास्ते में बिछे नजर आते हैं, जैसे आपके स्वागत में बिछे हों, ये सब आपको अपनी ओर आकर्षित करने लगते हैं।

उदयपुर का रत्न है सिटी पैलेस (Udaipur ka ratna hai City Palace)

मुझे सदियों पुराने महलों को देखना काफी पसंद है। इन महलों की गलियारों में, इनकी हवादार खिड़कियों पर, आलिशान कमरों पर, अगर मैं ध्यान देने लगती हूं, तो मेरा मन मुझे यहां पर रानियों को हंसते हुए, राजा को प्रजा से बात करते हुए और उस वक्त के लोगों को एक साधारण लेकिन खूबसूरत जिंदगी जीते हुए दिखाने लगता है।

सिटी पैलेस पहुंचकर, मुझे कुछ ऐसा ही एहसास हुआ। इसे को उदयपुर का रत्न माना जाता है, जो पिछोला झील के पास स्थित है। इसे बनाने में 400 वर्षों से भी अधिक समय लगा। शाही राज घराने का एहसास आपको यहां कदम रखते ही होने लगेगा। यहां की दीवारें, पुश्तैनी मूर्तियां, बड़े गलियारे, आंगन, सब आपको हजारों साल पुरानी कहानियां सुनाते नजर आएंगे। वैसे तो दो अलग-अलग समय में जीने वाले लोग मिल नहीं सकते हैं, लेकिन यहां आकर मुझे ऐसा लगा कि दो अलग वक्त में जीने वाले लोग, ऐसी जगहों पर आकर मिल जाते हैं।

फतह सागर झील में की नाव की सवारी (Fateh Sagar Jheel mein naav ki sawari)

फतह सागर झील शहर से थोड़ा बाहर है, लेकिन यहां पहुंचकर आपको अपनी लंबी दूरी का सफर याद भी नहीं रहेगा। सूरज ढलने के साथ-साथ यहां की खूबसूरती बढ़ने लगती है। यह जगह अभी भी प्राकृतिक चादर ओढ़े हुए है, जहां पहुंचकर आपको लगेगा आप भी प्रकृति की गोद में आ गए हैं। यहां आकर नाव की सवारी करना न भूलें। मैं जब नाव में बैठी थी, तो मेरी एक तरफ सूरज डूब रहा था और दूसरी तरफ वही सूरज पानी में चमक रहा था, शाम होने के कारण पक्षी अपने घर लौट रहे थे और हल्की ठंडी हवा चल रही थी। इस वक्त मुझे ऐसा लगा कि काश! इस पल को मैं यही रोक पाती।

जगदीश मंदिर है खूबसूरत पर्यटन स्थल (Jagdish mandir hai khubsurat paryatan sthal)

‘जगदीश मंदिर’ एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इस मंदिर को भगवान विष्णु के अवतार भगवान जगन्नाथ को समर्पित किया गया है। गर्मी के दिनों में भी यह मंदिर आपको ठंडक पहुंचाएगा, क्योंकि यह संगमरमर से बना हुआ है। सफेदी में लिपटा ये मंदिर एक अजीब-सी शांति का एहसास कराता है और मन की हर हलचल और तनाव को दूर करता है। संगमरमर की 32 सीढ़ियां चढ़कर जब आप भगवान विष्णु के दर्शन करेंगे, तो आपको महसूस होगा जैसे आपने दुनिया की सबसे जादुई जगह पर कदम रखा है।

दूध तलाई म्यूज़िकल गार्डन (Dudh talai musical garden)

यहां आने वाले पर्यटकों के लिए ये जगह एक बड़ा आकर्षण है। यहां के म्यूजिकल फाउंटेन को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसे देखने के साथ-साथ, मैं यहां रोप-वे में बैठकर डूबते सूरज को तस्वीरों में कैद करने भी आई थी, जो एक कभी न भूला पाने वाला अनुभव रहा। यह गार्डन दूध तलाई झील पर स्थित है, जो शहर के शोर-शराबे से दूर काफी शांत है। कुछ देर अगर प्रकृति और खुद के साथ समय बिताना चाहते हैं, तो एक बार यहां का रुख जरूर करें।

उदयपुर का जयसमंद झील (Udaipur ka Jaisamand Jheel)

जब मैं जयसमंद झील पहुंची, तो मुझे इतनी खुशी हुई जितनी मैंने सालों से अनुभव नहीं की थी। ये झील, आज भी चारों तरफ से जंगल से घिरी है। जहां बैंगलोर में सुबह उठकर मुझे गाड़ियों के हॉर्न सुनाई देते हैं, वहीं यहां की सुबह चिड़ियों की चहचहाहट से हुई। मैं लकी थी कि मुझे इस झील के आस-पास छोटे-छोटे जानवर भी नजर आएं, जो झील के पास पानी पी रहे थे। शहर से दूर एक प्राकृतिक सुबह देखना चाहते हैं, तो यहां का जयसमंद झील एक अच्छी चॉइस हो सकती है।

यहां मैंने उदयपुर के 7 बेहद खूबसूरत जगहों के बारे में आपको बताया है, लेकिन यहां देखने के लिए और भी बहुत कुछ है, जैसे सज्जनगढ़ पैलेस, अहार म्यूजियम, विंटेज कार म्यूजियम, गुलाब बाग, चिड़ियाघर, बड़ा महल आदि। यह पूरा शहर ही घूमने की जगह है। थोड़ी लंबी छुट्टी लें और चले जाएं उदयपुर में अपनी पसंदीदा जगहों पर घूमने।

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