खुद पर विश्वास

ज़िंदगी में करनी है बड़ी जीत हासिल तो खुद पर विश्वास रखो

अगर हमें खुद पर भरोसा है, तो हम नामुमकिन चीज़ों को भी मुमकिन बना सकते हैं। आत्मविश्वास एक व्यक्ति के व्यक्तित्व का सबसे सुंदर गहना है, इसे पहनने से न केवल व्यक्तित्व निखरता है बल्कि जीत की राहें भी आसान हो जाती हैं।

एक उर्दू कहावत है, “हिम्मते मर्दा मददे खुदा यानी अगर इंसान खुद हिम्मत जुटाकर कठिन वक्त का सामना करे तो खुद भगवान भी उसकी मदद करने को तैयार रहते हैं। अगर हम अपने अंदर आत्मविश्वास लाकर हिम्मत से आगे बढ़े तो हमें बड़ी से बड़ी जंग लड़ने से भी कोई नहीं रोक सकता। जीवन में बहुत-सी ऐसी परिस्थितियां आती हैं, जब हमारा आत्मविश्वास ही हमारी सबसे बड़ी ताकत बनता है। हर व्यक्ति ऐसी स्थिति से ज़रूर गुज़रता है, जब वो खुद को कमजोर मानने लगता है और तब उसका खुद पर से भरोसा उठने लगता है। सामने खड़ी परेशानी इतनी बड़ी लगने लगती है, कि उसका सामना करने की बजाय व्यक्ति उससे दूर भागने की कोशिश करने लगता है। ऐसे में हमारा आत्मविश्वास ही हमें हर चुनौती से निकलने में मदद करता है।

जीवन में आगे बढ़ने और अपनी पहचान बनाने के लिए सेल्फ कॉन्फिडेंस (Self Confidence) होना बेहद ज़रूरी है। अगर हमें खुद पर भरोसा है, तो हम नामुमकिन चीज़ों को भी मुमकिन बना सकते हैं। आत्मविश्वास एक व्यक्ति के व्यक्तित्व का सबसे सुंदर गहना है, इसे पहनने से न केवल व्यक्तित्व निखरता है बल्कि जीत की राहें भी आसान हो जाती हैं। अगर अपने जीवन को आसान बनाना है तो आत्मविश्वास को अपने व्यक्तित्व का गहना बना लीजिए और फिर देखिए कैसे आप दुनिया के सामने एक सफल इंसान के रूप में उभरते हैं। आइए जानते हैं हम कैसे अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं।

क्या है आत्मविश्वास की ताकत? (Kya hai aatmvishvas ki takat?)

अगर किसी को खुद पर भरोसा हो तो कोई भी कठिन काम आसानी से पूरा किया जा सकता है। ज़िद और जुनून वो दरिया होता है, जिस तरफ भी चल पड़ता है, रास्ता बन जाता है। कुछ ऐसा ही कर के दिखाया भारतीय महिला तीरंदाज शीतल देवी ने। शीतल दुनिया की एकमात्र बिना हाथ वाली महिला तीरंदाज हैं। उन्होंने हाथ न होने को अपनी कमजोरी नहीं बनाया, बल्कि इसे ताकत बनाकर दुनिया के सामने आईं और पैरो से तीर चलाकर पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गईं। क्या आप जानते हैं, उनके लिए पूरी दुनिया के सामने अपने इस हुनर को लाना कैसे संभव हुआ? आत्मविश्वास से। शीतल ने अपनी कमी को अपने आत्मविश्वास की चादर से ढक दिया। पैरो से तीर साधना और निशाना लगाना आसान तो नहीं रहा होगा पर उन्होंने खुद पर विश्वास किया, कि वो कर सकतीं हैं और उन्होंने करके दिखा दिया।

आत्मविश्वास में बहुत ताकत होती है। सिर्फ एक लम्बी सांस के साथ खुद से ये कहना कि मैं कर सकती/सकता हूं, मैं हार नहीं मानूंगा/मानूंगी, हमें दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत से लड़ने की हिम्मत दे सकता है। अगर दुनिया हमारा साथ छोड़ दे, कोई हम पर विश्वास न करें फिर भी हमारा खुद पर यकीन करना, सौ साथ देने वालों से भी ऊंचा होता है। अगर आप भी अपने जीवन में ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं तो फिर एक बार अपने ऊपर भरोसा करके देखिए और आत्मविश्वास की ताकत को खुद महसूस कर लीजिए।

खुद पर विश्वास बढ़ाने के तरीके (Khud par vishwas badhane ke tarike)

आत्मविश्वास की ताकत को समझने के बाद चलिए जानते हैं, कैसे हम खुद पर विश्वास बढ़ा सकते हैं।

खुद पर भरोसा रखें

ज़िंदगी में कुछ भी हासिल करने के लिए खुद पर भरोसा होना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि खुद पर भरोसा रखने से हम नेगेटिव विचारों से दूर हटकर कुछ अच्छा कर सकते हैं। कहते हैं हम जैसे खुद के बारे में सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। तो फिर आज से ही खुद को बेहतर और आत्मविश्वास से भरा हुआ मान लीजिए। आपका आधा काम तो यहीं से पूरा हो जाएगा।

अपनी कमियों पर काम करें

अक्सर किसी भी स्थिति में हम अपना कॉन्फिडेंस इसलिए खोने लगते हैं, क्योंकि हम अपनी कमियों पर काम नहीं करते और मुसीबत से भागने की कोशिश करते है। लेकिन, अपनी कमियों को समझकर, समय-समय पर खुद में बदलाव करना ज़रूरी है। इससे आपको खुद को बेहतर तरीके से निखारने में मदद मिलेगी। खुद पर कॉन्फिडेंस रखकर किसी भी विफलता को सफलता में बदला जा सकता है।

अपने डर का सामना करें

कोई परेशानी हमें सिर्फ तभी हरा सकती है, जब हम उसका सामना नहीं करते। लेकिन, अपनी परेशानी या अपने डर का सामना करने के बाद हम उससे बाहर आ सकते हैं। साइकोलॉजी ऑफ स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज के अनुसार अपने डर का सामना करने की प्रैक्टिस करने से, आपके लिए असल में उसका सामना करना आसान हो जाएगा। खुद से कहें यह भी एक अनुभव है, जो होगा देखा जाएगा और डर का सामना करके अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं।

अपनी तुलना दूसरों से नहीं करें

हर इंसान में कोई न कोई खूबी ज़रूर होती है, जो उसे दूसरों से अलग बनाती है। लेकिन, कई चीज़ों में हम अपनी तुलना दूसरों से करने लगते हैं, जिससे हम अपना खुद पर से विश्वास गिरा लेते हैं। इसलिए अपनी कमियों पर काम करने की कोशिश करें, अपनी काबिलीयत को समझें और खुद की तुलना दूसरों से नहीं करें। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप मुश्किल काम भी आसानी से पूरे कर पाएंगे।

करें सकारात्मक लोगों से दोस्ती

जैसी संगत वैसी रंगत वाली कहावत तो आपने भी सुनी होगी। जिन लोगों के साथ हम रहते हैं, उनके विचार हमारे ऊपर बहुत असर डालते हैं। इसलिए अपना वक्त ऐसे लोगों के बीच बिताने की कोशिश करें जो आपको कॉन्फिडेंट महसूस कराते हैं ताकि आपको अपने अंदर के आत्मविश्वास को खुल कर महसूस करने का मौका मिले।

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