जानें आध्यात्मिक जीवन जीने का उद्देश्यऔर तरीका

जानें आध्यात्मिक जीवन जीने का उद्देश्य और तरीका

इंसान के अंदर का विवेक उसे आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इसके बाद, आध्यात्मिक जीवनशैली इंसान को ज़िंदगी में शांति और संतुष्टि की ओर बढ़ने में मदद करती है।

ऐसा कहा जाता है कि चौरासी लाख योनियों में जन्म लेने के बाद ही, कोई इंसान के रूप में जन्म लेता है।

प्रकृति ने अपने अंदर मौजूद हर जीव को उसकी क्षमता के अनुसार ताकत और बुद्धि दी है। मानव ही एकलौता ऐसा जीव है, जिसको बुद्धि और शक्ति के साथ विवेक मिला है। बुद्धि किसी चीज़ को समझने में मदद करती है। लेकिन, विवेक एक ऐसा गुण है, जो मानव को खुद पर कंट्रोल रखना सिखाता है। यही गुण मानव को दूसरे पशु-पक्षियों से अलग बनाता है।

इंसान के अंदर का विवेक उसे आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इसके बाद, आध्यात्मिक जीवनशैली इंसान को ज़िंदगी में शांति और संतुष्टि की ओर बढ़ने में मदद करती है। आगे जानें आध्यात्मिक जीवन जीने का उद्देश्य क्या है और आध्यात्मिक जीवन कैसे जिएं।

आध्यात्मिक जीवन क्या है? (What is a Spiritual life?)

हमने अब तक बस शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ही ध्यान दिया है। हमने कभी आत्मा के स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोचा। आध्यात्म का मतलब ही है, अपने अंदर मौजूद आत्मा को जान लेना। हमारा मन, शरीर और आत्मा सभी आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं। एक का स्वास्थ्य दूसरे के स्वास्थ्य पर बहुत गहरा असर कर सकता है।

जितना ज़रूरी मानसिक स्वास्थ्य है, उतना ही ज़रूरी आत्मा का स्वास्थ्य भी है। यहां आत्मा के स्वास्थ्य का अर्थ है कि आप अंदर से कितना शांत, संतुष्ट और परिपूर्ण महसूस करते हैं। अगर आप हमेशा बेचैनी, गुस्सा, नफरत या जलन महसूस करते हैं, तो इसका मतलब है कि आप अंदर से खुश नहीं है। ऐसे में आपको आध्यात्मिक मार्ग अपनाना चाहिए।

आध्यात्म आपके विवेक को बढ़ाने में मदद करता है। हम आज तक आध्यात्मिक जीवन (aadhyatmik jivan) जीने का मतलब केवल किसी भगवान की पूजा अर्चना करने को ही समझते आए हैं। हालांकि, आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए किसी एक रास्ते को अपनाने की ज़रूरत नहीं है। यह तो हर किसी के लिए अलग है। कुछ लोगों के लिए मंदिर जाना आध्यात्म हो सकता है और कुछ लोग किसी छोटी-सी जगह में अकेले, खुद के साथ दस मिनट गुज़ारने को ही आध्यात्म मानते हैं।

आध्यात्म का सीधा मतलब है खुद के अंदर मौजूद भावनाओं को समझना और उन्हें कंट्रोल करना। तो चलिए हम भी अपनी आत्मा से जुड़ने के लिए आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य समझ लें और शांत और विवेकशील जीवन का आनंद लें। आगे पढ़िए क्या है आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य और आप किस तरह से आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ सकते हैं।

आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य (Objective of a Spiritual life)

जीवन में आध्यात्म को शामिल करना उतना ही ज़रूरी है, जितना कि मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना। जिदंगी में बढ़ते तनाव, चिंता और बेवजह के डर ने, हमें चारों तरफ से घेर लिया है। ऐसे में इन सबसे लड़ने और सामना करने के लिए हमें आध्यात्मिक जीवन को अपनाने की बहुत ज़रूरत है।

सही-गलत का फर्क करना हो या निराश मन में फिर से आशा को जन्म देना हो, हम आध्यात्मिकता से जुड़कर खुद के जीवन को उम्मीद की नई किरण दिखा सकते हैं। तो चलिए फिर अपने जीवन को एक नई दिशा दें और समझें कि हम आध्यात्मिक जीवन कैसे जी सकते हैं।

आध्यात्मिक जीवन कैसे जिएं? (How to live a Spiritual life?)

जैसा कि हमने पहले बताया कि आध्यात्मिक जीवन जीने का एक कोई खास तरीका नहीं है। अपनी ज़िंदगी को सादगी भरा रखकर, आप उस हर चीज़ की ओर जा सकते हैं तो आपको अंदरूनी खुशी देती हो। आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य समझने के लिए और इसे अपनी ज़िंदगी में अपनाने के लिए आप योग-साधना कर सकते हैं। प्राणायाम, पूजा-अर्चना, ध्यान लगाना, भजन गाना, शांति में अकेले बैठना जैसी चीज़ें कर के भी आप आध्यात्मिक जीवन को अपना सकते हैं। इसके अलावा किसी और की मदद करना, ज़िंदगी को सरल रखना, मन को शांत रखना, दया की भावना रखना भी आध्यात्मिक जीवन की ओर इशारा करते हैं।

आध्यात्मिक जीवन के क्या लाभ हैं(Benefits of a Spiritual life)

आध्यात्मिक जीवन के कुछ लाभ जो आपको आध्यात्मिक जीवनशैली अपनाने में मदद करेंगे

आध्यात्मिक जीवन हमारे उद्देश्यों को समझने में हमारी मदद करता है।

आध्यात्म हमारे अंदर अपनेपन की भावना पैदा करता है।

आपको शांत और अधिक दिमागदार महसूस करने में आध्यात्म मददगार है।

आपकी सोचने समझने की शक्ति बढ़ाने में भी आध्यात्मिक जीवन सहायक है।

आध्यात्मिक जीवनशैली तनाव और चिंताओं को दूर कर के, जीवन में नई आशा पैदा कर सकती है।

जब चीज़ें आपके हिसाब से नहीं चल रही हों, तब यह आपको धैर्य रखना सिखा सकता है

जब कुछ भी समझ न आए कि “क्या किया जाए?” तो आध्यात्म आपको जीवन में सही रास्ता चुनने के काबिल बनाता है।

आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य जानकर, आप भी अपनी ज़िंदगी को आध्यात्म की ओर ले जा सकते हैं। अपनी ज़िंदगी में नई उम्मीद भरें, तनाव को कम करें और खुद को और भी अच्छे से समझ लें।

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