कोडाईकनाल

कोडईकनाल को कहते हैं हिल स्टेशन की राजकुमारी

मैं एक ऐसे शहर से हूं, जहां दूर-दूर तक बस गाड़ियों की भीड़ और घरों और ऑफिसों की इमारतें दिखती हैं। ऐसी भीड़-भाड़ और शोर में रहने वाले व्यक्ति को अगर पहाड़ों में चलने को कहा जाए तो वो तो खुशी से उछल ही पड़ेगा।

दक्षिण भारत में मौजूद एक राज्य जिसे हम सब तमिलनाडु के नाम से जानते हैं, उसमें प्रकृति का एक खूबसूरत खज़ाना छिपा हुआ है। वो प्राकृतिक खज़ाना है, कोडइकनाल हिल स्टेशन। कुछ लोग इसे कोडैकानल भी कहते हैं।

मैं एक ऐसे शहर से हूं, जहां दूर-दूर तक बस गाड़ियों की भीड़ और घरों और ऑफिसों की इमारतें दिखती हैं। ऐसी भीड़-भाड़ और शोर में रहने वाले व्यक्ति को अगर पहाड़ों में चलने को कहा जाए तो वो तो खुशी से उछल ही पड़ेगा। कुछ यही हाल मेरा था, जब मेरे दोस्तों ने तमिलनाडु घूमने का प्लान किया। मैंने अपने सारे ज़रूरी काम खत्म किए और अपने दोस्तों के साथ निकल गई आठ दिन की तमिलनाडु यात्रा पर। इस यात्रा के दौरान मैंने अपना पूरा सफर खूब इन्जॉय किया। पहाड़ों की ठंडी वादियों में घूमी और खूब सारी सुंदर तस्वीरें लीं। लेकिन, तमिलनाडु में जितने भी जगहें मैंने देखीं, उसमें से मेरे मन को जिसने बिल्कुल ही मोह लिया वो है तमिलनाडु का नगर कोडइकनाल हिल स्टेशन।

कोडइकनाल हिल स्टेशन, “हिल स्टेशनों की राजकुमारी” के नाम से भी जाना जाता है। यहां का ठंडा मौसम और पहाड़ों पर हवाओं के साथ उड़ते कोहरे के दृश्य किसी को भी दीवाना बना सकते हैं। यहां की हर शाम एक कप चाय के साथ किसी रोमांटिक फिल्म-सी लगती है।

कहते हैं, यहां घूमने का मज़ा कुरिन्‍जी के फूलों के खिलने के वक्त दोगुना हो जाता है। हालांकि, ये फूल बारह साल में सिर्फ एक बार खिलता है। यहां के लोगों के लिए कुरिन्जी के फूल उनकी शान हैं। जब ये फूल खिलता है, तो पहाड़ियों की सुंदरता में चार-चांद लग जाते हैं। हवाओं के झोंकों के साथ आती फूलों की महक सबको मदहोश कर देने वाली होती है। ये हमारे भाग्य की बात थी कि हम जब कोडाइकनाल पहुंचे तो वहां ये फूल हर पहाड़ी पर अपनी बांहें फैलाए हुए थे। कोडईकनाल में प्रकृति की सुंदरता अपने तमाम रूपों में नज़र आती है। बड़े-बड़े चट्टान, शांत ठहरी हुई झील, फलों के बगीचे और यहां के हरे भरे नज़ारे इतने खूबसूरत होते हैं कि मेरे लिए तो उनको शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है। यूं तो यहां देखने की बहुत-सी जगहें हैं, पर कुछ दिनों की यात्रा में मैंने यहां जो भी जगहें देखी, उनकी खूबसूरती आपसे ज़रूर साझा करना चाहूंगी। तो चलिए फिर सोलवेदा के साथ जानते हैं कि कोडइकनाल हिल स्टेशन में हम कहां-कहां घूम कर प्रकृति की सुंदरता देख सकते हैं।

तमिलनाडु का कोडइकनाल हिल स्टेशन (Tamilnadu ka Kodaikanal Hill Station)

तमिलनाडु, एक दक्षिण भारतीय राज्य है, जो कि पूर्व और दक्षिण में हिंद महासागर और पश्चिम में केरल से घिरा हुआ है। इसके अतिरिक्त यह राज्य उत्तर पश्चिम में कर्नाटक और उत्तर में आंध्र प्रदेश से घिरा हुआ है। कोडइकनाल तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले की पहाड़ियों में बसा हुआ एक अद्भुत हिल स्टेशन है।

कोडइकनाल को 1845 में अमेरिकी मिशनरियों और ब्रिटिश सिविल सेवकों ने एक हिल स्टेशन के रूप में बनाया था, जहां गर्मियों के वक्त प्रशासनिक कार्यालय बना दिए जाते थे।

खूबसूरत, ठंडा और धुंध भरा मौसम, कोडइकनाल झील और इसके आस-पास की पहाड़ियां इतनी सुंदर हैं कि पूरे साल पर्यटक इसकी खूबसूरती को निहारने आते रहते हैं। चारों तरफ हरियाली पहाड़ियां और झरने बेहद ही मनमोहक हैं। पहाड़ियों को काट कर बनाए गए रास्ते और बड़े-बड़े बगान दिल को खुश कर देते हैं। मेरी तरह अगर आप भी कहीं किसी ठंडी जगह में शामें बिताना चाहते हैं तो एक बार कोडइकनाल ज़रूर जाइए। यहां की मदहोश कर देने वाली वादियां आपकी यादों में हमेशा हमेशा के लिए बस जाएंगी।

कोडईकनाल के पर्यटन स्थल (Kodaikanal mein ghumane ki jagahein)

कोडइकनाल में ऐसी बहुत सी जगहें हैं, जहां जाकर आप प्रकृति के कमाल दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यहां की सारी खूबसूरत जगहें मिलकर ही, कोडइकनाल को ‘हिल स्टेशनों की राजकुमारी’ का खिताब देती हैं। तो चलिए जानते हैं कोडइकनाल में वो कौन सी जगहें हैं, जहां हम घूम सकते हैं।

कोडइकनाल झील (Kodaikanal Jheel)

कोडईकनाल झील एक तारे के आकार की, मानव निर्मित झील है, जो 60 एकड़ जगह में फैली हुई है। पलानी पहाड़ियों से आने वाला पानी इस खूबसूरत झील को पोषण देता है, जिसके बहाव से 180 फीट का बेहद आकर्षक झरना बनता है, जिसे ‘सिल्वर कैस्केड’ (Silver Cascade Waterfall) कहा जाता है। ये जगह जितनी खूबसूरत नज़र आती है, उससे कहीं ज़्यादा खूबसूरत यहां की चट्टानों से बहते पानी की आवाज़ है। चारों तरफ हरियाली, साफ बहता पानी, जिसमें बोटिंग की सुविधा भी है। यहां नाव में बैठकर आप इस खूबसूरत झरने और झील का भरपूर मज़ा ले सकते हैं।

परी झरना (Fairy Waterfall)

कोडाई झील के पास, मॉनसून के महीने ‘पम्बर नदी’ को सच में एक जादुई झरने में बदल देते हैं, जिसे ‘फेयरी फॉल्स’ या ‘परी झरना’ कहा जाता है। शहर के शोर-शराबे से दूर और पश्चिमी घाटी की हरी-भरी हरियाली के बीच, ‘फेयरी फॉल’ कोडाइकनाल की कोडाई झील से सिर्फ 5 किमी दूर एक शांत पिकनिक स्थल है। यहां पहाड़ियों से टकराती हुई पानी की बूंदें और झरने की आवाज़ पूरे चाय बागान में एक मीठी धुन सी लगती हैं। इस झरने की सुंदरता देखकर अपनी आंखों पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है कि यह कोई परियों की कहानी का दृश्य नहीं बल्कि वास्तविक प्रकृति की सुंदरता है।

मन्नावनूर झील (Mannavanur Waterfall)

कोडाइकनाल में घूमने के लिए सबसे शांत और खूबसूरत जगहों में से एक है, मन्नावनूर झील। यहां के ठंडे तापमान की वजह से विदेशी पक्षी यहां शरण लिए हुए हैं। झील की तरफ जाने वाली सड़क के दोनों ओर चीड़ और यूकेलिप्टस के पेड़ उगे हुए हैं। यहां आप चाहें तो घुड़सवारी भी कर सकते हैं।

ग्रीन वैली व्यू (Green Valley View)

ग्रीन वैली व्यू को यहां के लोग ‘सुसाइड पॉइंट’ नाम से पुकारते हैं, क्योंकि यह एक बहुत ऊंचा टीला है और यहां से बहुत गहरी खाई नज़र आती है। हालांकि, आपको इस जगह से डरने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि अब इसका नाम बदल कर ‘ग्रीन वैली व्यू’ कर दिया गया है। यह कोडईकनाल में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
यहां खड़े होकर आप कोडईकनाल की घाटियों और पहाड़ियों का मनमोहक दृश्य देख सकते हैं। कोडईकनाल झील से लगभग 5 किमी की दूरी तक का ‘बिंदु वैगई बांध’ भी हम यहां से देख सकते हैं। यहां से घनी और गहरी घाटी को देखना एक अद्भुत अनुभव है। इस जगह से नीचे तक की गहराई लगभग 5000 फीट है। यही वजह है कि इसका नाम ‘सुसाइड पॉइंट’ पड़ गया था। कोडाइकनाल की सुंदरता को मन में बसाने के लिए ये जगह बिल्कुल सही है।

डॉल्फिन की नाक (Dolphin Nose)

कोडाइकनाल की खूबसूरती का बेहतरीन अनुभव लेने के लिए ‘डॉल्फिन्स नोज़ व्यूप्वाइंट’ पर जाएं। इसका नाम इसकी आकार की वजह से पड़ा है, क्योंकि ये जगह थोड़ी-थोड़ी डॉल्फिन्स की नाक जैसी है, ऐसा मैं नहीं बल्कि यहां के लोग कहते हैं। आप यहां से कोडाइकनाल की वादियां देख सकते हैं। यहां का साफ आसमान, गहरी घाटियां, हरियाली और ऊबड़-खाबड़ रास्ते, इस जगह को पूरा करते हैं। यहां आने वाले लोग अपने फोटोग्राफी के शौक को खूब पूरा करते हैं और कुछ लोग आपको यहां पिकनिक का आनंद लेते भी दिख जाएंगे। प्रकृति के बीच एक छोटी-सी पिकनिक के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।

शैतान की रसोई (Devil’s Kitchen)

पिलर रॉक्स दो ऊंचे स्तंभों के बीच कुछ प्राकृतिक गुफाएं हैं, जिन्हें डेविल्स किचन के नाम से जाना जाता है। इन गुफाओं के नाम पर बिल्कुल मत जाइए, क्योंकि इन गुफाओं का राक्षस और उनकी रसोई से कोई लेना-देना नहीं है। इस जगह का नाम प्राकृतिक अंधेरी गुफाओं की वजह से पड़ा है, जो आज बहुत-से चमगादड़ों का घर है। ये गुफाएं चट्टान और मिट्टी के कटाव से बनी हैं। ये गुफाएं, जिन्हें ‘गुना गुफाएं’ के नाम से जाना जाता है, कोडईकनाल में घूमने के लिए एक अनोखी जगह है। अगर आप कोडाइकनाल जाने की सोच रहे हैं तो इन गुफाओं को ज़रूर देख कर आएं।

पिलर रॉक्स (Pillar Rocks)

कोडइकनाल झील से 8 किमी दूर, पिलर रॉक्स, स्तंभ चट्टानें तीन ग्रेनाइट शिलाखंडों से बनी हैं। हर एक की ऊंचाई 400 फीट है, जो एक-दूसरे से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। यहां लोग पिकनिक मनाने भी आते हैं।
चारों ओर हरियाली से भरे इन ऊंचे खंभों को देखना बहुत दिलचस्प होता है। इन दोनों खंभों के बीच जो गुफा है, वहीं ‘शैतान की रसोई’ के नाम से जानी जाती है।

कोकर्स वॉक (Coakers Walk)

कोकर्स वॉक, कोडाइकनाल के मंत्रमुग्ध शहर में पहाड़ों पर बना एक सुंदर मानव निर्मित रास्ता है। जिसकी लंबाई एक किलोमीटर है। ये रास्ता पैदल चल कर कोडाइकनाल की सुंदरता का दर्शन करने के लिए बनाया गया है। कोकर्स वॉक का खूबसूरत रास्ता, जो एक बड़े से पहाड़ के किनारे से होकर गुज़रता है, खासतौर पर सुबह और शाम की सैर के लिए बनाया गया है। इस सुंदर जगह को घूमने के लिए आप साइकिल भी ले सकते हैं, जो यहां प्रति घंटे के किराये पर दी जाती है। यहां आप पैदल चलें या फिर साइकिलिंग करें, आपको ऐसा लगेगा ऐसे आप आसमान में चल रहे हैं।

सच पूछिए तो पूरे कोडइकनाल की बात ही अलग है। इस जगह की खूबसूरती आंखों को ठंडक पहुंचाने वाली है। यहां एक बार आकर अपने शोर-शराबे से भरे शहर में लौटना मेरे लिए तो बहुत मुश्किल था। तो फिर आप कब तमिलनाडु के कोडाइकनाल हिल स्टेशन घूमने जा रहे हैं?

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