रीड अलाउड डे के मायने और क्या सीख सकते हैं इस दिन से हम?

रीड अलाउड डे बच्चों, किशोरों और वयस्कों को शब्दों की शक्ति का जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह वैश्विक साक्षरता आंदोलन दुनिया को ये दिखाने के लिए है कि पढ़ने और लिखने का अधिकार सभी लोगों का है।

“वर्ल्ड रीड अलाउड डे हम सभी के लिए कहानियों को साझा करने, भाषा, शब्दों और ध्वनियों का आनंद लेने और संभावनाओं की एक दुनिया बनाने की खुशी के लिए एकजुट होने का समय है, जिसमें हर कोई शामिल हो सकता है।” – पाम एलिन 

रीड अलाउड डे एक आंदोलन है, जिसकी शुरुआत नई पीढ़ी में पढ़ने के महत्व के बारे में समझाने के लिए हुई थी। पाम एलिन ने ही रीड अलाउड डे की शुरुआत की थी। रीड अलाउड डे बच्चों, किशोरों और युवाओं को शब्दों की शक्ति का जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह वैश्विक साक्षरता (Literacy) आंदोलन दुनिया को ये दिखाने के लिए है कि पढ़ने और लिखने का अधिकार सभी लोगों का है। 

रीड अलाउड डे हर व्यक्ति के हाथ में किताब देखना चाहता है। हम इस दिन से सीख सकते हैं कि जब कहानियां और किस्से लिखने का चलन नहीं था, तब भी हमारे पूर्वज पीढ़ी-दर-पीढ़ी एक-दूसरे तक अपने किस्से सुनाते रहे हैं। इसका मतलब है कि कहानी कहने की रचनात्मकता हमारे अंदर हमेशा से मौजूद रही है। रीड अलाउड डे इसी रचनात्मकता को बढ़ावा देता है। तेज़ आवाज़ में पढ़ना हमारे मस्तिष्क के विकास में सहायक होता है। जब हम किसी भी शब्द को तेज़ आवाज़ में दोहराते हैं तो उन शब्दों को याद रखना आसान हो जाता है। आइए हम सोलवेदा के साथ रीड अलाउड डे के बारे में और जानते हैं।

कब है वर्ल्ड रीड अलाउड डे? (Kab hai World Read Aloud Day?)

वर्ल्ड रीड अलाउड डे फरवरी के पहले बुधवार को मनाया जाता है और 2024 में 7 फरवरी को मनाया जायेगा। 

वर्ल्ड रीड अलाउड डे क्यों मनाया जाता है? (World Read Aloud Day kyun manaya jata hai?)

रीड अलाउड डे सिर्फ साक्षात्कार के लिए ही नहीं, बल्कि ज़ोर से पढ़ने की कला और अभ्यास के लिए भी समर्पित है। लेखन के आविष्कार से पहले भी कहानियां कही-सुनी गईं। यह दिन हमें साक्षरता को बढ़ावा देते हुए पढ़ने की इस परंपरा को वापस लाने में मदद करता है। यह दिन सिर्फ पढ़ने के लिए ही नहीं, बल्कि ज़ोर से पढ़ने की कला और अभ्यास के लिए भी समर्पित है। 

लिटवर्ल्ड एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो शिक्षा और विशेष रूप से साक्षरता के क्षेत्र में काम करती है। उनके मिशन वक्तव्य में लिखा है, “कहानियों की शक्ति के माध्यम से बच्चों और समुदायों को मजबूत करना।“ यह सिद्ध हो चुका है कि ज़ोर से पढ़ने से बच्चों और उनकी देखभाल करने वालों की वर्तनी में सुधार होता है, क्योंकि श्रोता भी शब्दों का उचित उच्चारण सुनते हैं। इससे सामाजिक जुड़ाव और सहानुभूति भी बढ़ती है जहां श्रोता कहानियों के पात्रों से जुड़ाव महसूस करते हैं। इसी जुड़ाव को ज़िंदा रखने के लिए हर साल फरवरी महीने में पूरे विश्व में वर्ल्ड रीड अलाउड डे मनाया जाता है।

रचनात्मकता में वर्ल्ड रीड अलाउड डे का योगदान (Rachnatmakta mein World Read Aloud Day ka yogdan)

रचनात्मकता का मतलब तो हम सब समझते ही है। किसी भी विचार, कला और साहित्य को सामान्य तरीके से न करने की बजाय कुछ अलग तरीके से व्यक्त करना रचनात्मकता है। रचनात्मकता किसी व्यक्ति या प्रक्रिया की एक विशेषता है जो कुछ नया और मूल्यवान बनाती है, जैसे- कला, साहित्य, भौतिक, कहानियां और संगीत। तो चलिए अब हम जानते हैं कि रचनात्मकता में रीड अलाउड डे का महत्व और योगदान क्या रहा है। 

रीड अलाउड डे समुदाय बनाने, कहानियों को बढ़ाने और मूलभूत मानव अधिकार के रूप में साक्षरता की वकालत करने के लिए ज़ोर से पढ़ने की शक्ति का जश्न मनाता है। शुरुआत के बाद से, रीड अलाउड डे 170 से अधिक देशों के लाखों पाठकों, लेखकों और श्रोताओं का एक वैश्विक आंदोलन बन गया है। रीड अलाउड डे पर और हर‌ रोज़ कहानियां पढ़ने और साझा करने की खुशी का जश्न मना सकते हैं। इससे न केवल बच्चों में रचनात्मकता बढ़ाने में मदद मिलती है बल्कि लिखने-पढ़ने के तरफ भी उनका रुझान भी बना रहता है। 

रीड अलाउड डे के अवसर पर आप भी अपने बच्चों या आस-पास के बच्चों को ज़ोर-ज़ोर से कहानियां पढ़कर सुना सकते हैं और उनमें पढ़ने-सुनने की ललक जगा सकते हैं। आर्टिकल पर अपना फीडबैक ज़रूर दें। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

टिप्पणी

टिप्पणी

X

आनंदमय और स्वस्थ जीवन आपसे कुछ ही क्लिक्स दूर है

सकारात्मकता, सुखी जीवन और प्रेरणा के अपने दैनिक फीड के लिए सदस्यता लें।