इन 8 उपायों से करें tension को अपने दिलो-दिमाग से दूर

इन 8 उपायों से करें टेंशन को अपने दिलो-दिमाग से दूर

तनाव में हम खुद को किसी बात पर ज़रुरत से ज़्यादा सोचते हुए पाते हैं, जिसकी वजह से हमें झुंझलाहट, बेचैनी होती है और गुस्सा आता है। दिन प्रतिदिन बढ़ती ज़िम्मेदारियां, काम का बोझ और परिवार में होती छोटी-मोटी नोक-झोंक आदि, तनाव के कारण बन जाते हैं।

तनाव या टेंशन एक मानसिक प्रतिक्रिया है। यह एक ऐसी भावना है, जो हमें किसी भी स्थिति या विचार के बारे में सोचने से महसूस होती है। तनाव में हम खुद को किसी बात पर ज़रुरत से ज़्यादा सोचते हुए पाते हैं, जिसकी वजह से हमें झुंझलाहट, बेचैनी होती है और गुस्सा आता है।

दिन प्रतिदिन बढ़ती ज़िम्मेदारियां, काम का बोझ और परिवार में होती छोटी-मोटी नोक-झोंक आदि, तनाव के कारण बन जाते हैं। मनोविज्ञान ने तनाव को दो हिस्सों में बांटा है। अक्यूट (acute) तनाव और क्रोनिक (chronic) तनाव (tension/stress)।

अक्यूट तनाव रोज़मर्रा की ज़िंदगी में किसी छोटी बात पर शुरू होकर जल्द ही खत्म हो जाता है। वहीं, क्रोनिक तनाव बड़ी परेशानियों के कारण होता है और छह महीने से ज़्यादा वक्त तक बना रहता है। इसके कारण बेरोज़गारी या परिवार में लगातार बनी रहने वाली उलझनें पैदा हो सकती हैं। किसी खास व्यक्ति का खुद से दूर चले जाना या किसी हादसे के बाद पनपा हुआ तनाव भी, क्रोनिक तनाव का उदाहरण है।

तनाव से शरीर में बहुत-सी परेशानियां जन्म ले लेती हैं, जिसका खामियाजा शरीर को भुगतना पड़ता है। इसलिए तनाव से दूरी बनाना बहुत ज़रूरी है। अक्सर स्ट्रेस में लोग टेंशन दूर करने का मंत्र ढूंढते हैं। लेकिन, असल मायने में टेंशन दूर करने का मंत्र, खुद के ऊपर ध्यान देना ही है। आइए जानते हैं तनाव दूर करने के उपाय के बारे में।

पॉजिटिव तनाव क्या है? (Positive tanav kya hai?)

सकारात्मक तनाव, तनाव का एक ऐसा रूप है, जिसमें टेंशन शरीर और मस्तिष्क के लिए हानिकारक न होकर फायदेमंद होती है। ये पढ़कर आपको ज़रूर अजीब लग रहा होगा पर कुछ तनाव/टेंशन हमारे लिए सच में अच्छे होते हैं। जैसे परीक्षा से पहले होने वाली टेंशन ही हमें अच्छे से पढ़ने के लिए तैयार करती है। हम फेल होने के डर से अच्छे से तैयारी करते हैं और पास हो जाते हैं। ऐसे बहुत से उदाहरण है, जिसमें टेंशन सकारात्मक साबित होती है। हालांकि, जैसा कि हम जानते हैं अति हर चीज़ की बुरी ही होती है। इसलिए ज़रूरत से ज़्यादा तनाव किसी भी स्थिति को बिगाड़ सकता है, यह ध्यान में रखना ज़रूरी है।

टेंशन से होने वाले नुकसान (Tension se hone wale nuksan)

टेंशन ना केवल मन पर बल्कि शरीर पर भी बुरा असर डालती है। हाई ब्लडप्रेशर, शुगर, डिहाईड्रेशन और बहुत से त्वचा रोग, तनाव की वजह से होते हैं। आपने कभी अचानक ही अपने किसी हाथ या पैर में दर्द महसूस किया है।

दर्द होने पर जब हम उसका कारण ढूंढने बैठते हैं, तो कुछ पता ही नहीं चलता है कि आखिर दर्द हो क्यों रहा है। बिना किसी चोट और बीमारी के होने वाले इस दर्द का कारण कभी-कभी तनाव भी होता है। दिमाग में घूमने वाली कोई बात भी अचानक उठने वाले इस दर्द का कारण हो सकती है।

तनाव के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर की बात करें तो इसकी लिस्ट भी बहुत लम्बी है। तनाव आगे बढ़कर डिप्रेशन का रूप ले लेता है, जिससे इनसोम्निया (नींद न आने की बीमारी), एंग्जाइटी डिसोर्डर (चिंता विकार), भूलने की बीमारी, बाइपोलर डिसॉर्डर और भी बहुत-सी मानसिक बीमारियां हो सकती हैं।

टेंशन दूर करने के 8 उपाय (Tension door krne ke 8 upay)

टेंशन से बढ़ती परेशानियों को रोकना बहुत ज़रूरी है। हम अपने दिमाग को पूरी तरह से चिंता मुक्त भले ही नहीं कर सकते पर कुछ कोशिशों से तनाव को नियंत्रित ज़रूर किया जा सकता है। हम कुछ अच्छी आदतें अपनाकर और कुछ बातों का ध्यान रखकर अपनी टेंशन को कम कर सकते हैं।

तो चलिए जानते हैं टेंशन दूर करने के उपायों के बारे में:

तनाव से दूरी बनानी है तो योग और मेडिटेशन को अपने जीवन में शामिल कर लीजिए। मेडिटेशन से दिमाग में नए विचार जन्म लेते हैं और योग शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार है। टेंशन दूर करने के उपाय ढूंढने वालों लोगों को इस टिप को फॉलो कर के देखना चाहिए।

किसी खास व्यक्ति से अपने मन में आने वाले हर सवाल और तनाव को कह देने से आपको बहुत राहत मिलेगी। यह टेंशन को दूर करने का मंत्र हो सकता है।

सुबह की शुरुआत सैर-सपाटे से करें। सिर्फ आधे घंटे हरी घास पर चलना और प्रकृति से जुड़ना आपके मन को राहत देगा।

खुद को पहचानने की कोशिश करें। अपनी परेशानियों को समझें, तनाव के कारण खोजें और खुद तय करें कि क्या कोई बात सच में इतनी बड़ी है कि जिसपर आपको हद से अधिक परेशान होने की ज़रूरत है? इसमें भी मेडिटेशन आपकी मदद करेगा। आप अपने आपको समझ पाएंगे और खुद ही सही विकल्प चुन पाएंगे।

खान-पान का रखें ध्यान। अपनी थाली में स्वास्थ्यवर्धक और शाकाहारी खाना रखें। इसका कारण है कि आप जो भी खाते है, उसका सीधा असर आपके शरीर और दिमाग पर पड़ता है।

जितना हो सके उतना अपने सोशल नेटवर्क को मजबूत करें। लोगों से मिलें। उनके साथ हंसें। इससे आपके तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।

जब भी दिमाग तनाव से भरा हुआ महसूस हो, खुद को थोड़ा वक्त दें। परेशान न हों। गहरी सांस लें और कहें कि सब ठीक हो जाएगा। यह उपाय भी टेंशन को दूर करने का मंत्र साबित हो सकता है।

अपने मन का काम करें। जब भी तनाव आपको जकड़ने की कोशिश करे, तो आप अपने पसंदीदा काम में मन लगाए। कुछ क्रिएटिव करना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।

आज आपने टेंशन को दूर करने के उपाय और टेंशन को दूर करने के मंत्र के बारे में जाना। ऐसे ही और आर्टिकल के लिए सोलवेदा से जुड़े रहें।

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