आलोचना, रचनात्मक आलोचना

सफलता के लिए रचनात्मक आलोचना को अपनाएं

रचनात्मक आलोचना कोई व्यक्तिगत हमला नहीं है बल्कि यह अपने काम का पुनर्मूल्यांकन करने, अपनी गलतियों को सुधारने और अपने काम में सुधार करने का एक अवसर है।

यदि आप सफलता और विकास का पीछा कर रहे हैं तो टीका टिप्पणी अनिवार्य है। चाहे आप नौसिखिए हो या अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ, आप टीका टिप्पणी से नहीं बच सकते। आप अपने आलोचकों को कैसे जवाब देते हैं यह तो इस बात पर निर्भर करता है कि आप विजेता के रूप में उठेंगे या फिर हार कर नीचे गिर जाएंगे। इतिहास उन अनगिनत लोगों का गवाह है जिन्होंने अस्वीकृति का सामना करने के बावजूद सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। विन्सेंट वैन गॉग (Vincent van Gogh), द बीटल्स, स्टीफन किंग, वॉल्ट डिज़्नी (Walt Disney) और ऐसे अनगिनत लोग इस सूची में शामिल हैं। इन प्रसिद्ध हस्तियों को जीवनभर टीका टिप्पणी का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने इसे चुनौती के रूप में अपनाया, इनसे सीखा और अपने-अपने क्षेत्रों में अग्रणी बने। हालांकि हर कोई टीका टिप्पणी को क्रिएटिव तौर से नहीं ले सकता है। कुछ रक्षात्मक हो जाते हैं जबकि अन्य आक्रामक रूप से इसका जवाब देते हैं। ऐसे लोग टीका टिप्पणी को अस्वीकार करने की गलती करते हैं जो बदले में उनके क्रोध को भड़काती है, जिससे बगैर इच्छा के तर्क और विस्फोट होते हैं। उन्हें इस बात का एहसास नहीं होता है कि क्रिएटिव समीक्षा व टिप्पणी व्यक्तिगत हमला नहीं है बल्कि आपके काम का पुनर्मूल्यांकन करने, अपनी गलतियों को सुधारने और अपने आप में सुधार करने का एक सुनहरा अवसर है।

निःसंदेह, कभी-कभी रचनात्मक आलोचना (constructive criticism) भी आपके चेहरे पर एक थप्पड़ की तरह लग सकती है, लेकिन वास्तव में यह आपके कंधे पर एक हाथ है जो गलत होने पर आपका मार्गदर्शन करता है। आप हर समय प्रशंसा और पीठ थपथपाने की उम्मीद नहीं कर सकते। उदाहरण के लिए, काम पर जब आपको अपने बॉस से आपके काम के लिए कठोर प्रतिक्रिया मिलती है तो आप उन्हें गलत प्रतिक्रिया देने की बजाय शांति से सुनें और उनके दिए गए प्रतिक्रिया को उत्पादक रूप से लागू करें, जिससे आपको आने वाले समय में लाभ होगा।

आइए, अपने विकास और सफलता के लिए क्रिएटिव तौर पर दिए आलोचना को अपनाने के तरीकों पर करीब से नज़र डालें।

अपने दिमाग को खुला रखें

जब आप अपने काम के लिए क्रिएटिव आलोचना प्राप्त करते हैं, तो अपने दिमाग को खुला रखें। अपना आपा खोने की बजाय अपने आलोचक के दृष्टिकोण से अपने काम की फिर से जांच करें। सच तो यह है कि आप हमेशा अपने काम के बेहतर जज नहीं हो सकते। उदाहरण के लिए एक कार्यस्थल पर प्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अपने कर्मचारियों के काम का आंकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि उनका अनुभव ही उन्हें टीम से सर्वश्रेष्ठ बनाने में सक्षम बनाता है। अपनी प्रतिक्रिया के साथ वे आपको उन गलतियों को खोजने में भी मदद कर सकते हैं जो आप अन्यथा नहीं कर सकते और वे ही आपको समझा सकते हैं कि आप अपने कार्यों को निर्बाध और उत्पादक रूप से कैसे कर सकते हैं। जब काम पर कोई वरिष्ठ आपको रचनात्मक आलोचना देता है तो उनके शब्दों को व्यक्तिगत रूप से न लें या इसके बारे में कुछ भी नकारात्मक न कहें। इसकी बजाय अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए उनके अनुभव से सीखें।

भीतर के आलोचक को चुप करवाएं व दूसरों की सुनें 

आपकी आधी से अधिक समस्याएं ख़त्म हो सकती हैं अगर आप सिर्फ दूसरों की सुनें। सुनने का अर्थ है बोलने वाले पर ध्यान देना न कि अपने अंदर से आने वाली आवाज़ पर, जो लगातार दूसरे लोगों का आंकलन करती रहती है। अक्सर काम पर जब हम रचनात्मक आलोचना प्राप्त करते हैं तो हमारे विचार आपस में टकराते हैं, जिससे हम क्रोधित और अप्रसन्न महसूस करते हैं। उन विचारों से लड़ने की कोशिश में हम उस प्रतिक्रिया में कही गई जरूरी बातें सुनने में चूक जाते हैं जो हमें लाभान्वित करने के लिए कही गई थी।

तो क्या इससे बचने का कोई रास्ता है? यदि आप क्रिएटिव टीका टिप्पणी का अपने जीवन में फायदा उठाना चाहते हैं, तो सबसे महत्वपूर्ण पहलू अपने आंतरिक आलोचक को चुप कराना और बाहरी व्यक्ति द्वारा की गई टीका टिप्पणी को शांत दिमाग से सुनना है। यह आपको उन गलतियों को देखने में आपकी मदद करेगा जिनसे आप अनजान हो सकते हैं या जिन्हें आप स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। एक बार जब आप अनुभवी लोगों जैसे कि काम पर आपके प्रबंधक से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अपना दिमाग खुला रखने के लिए तैयार हो जाते हैं तो यह आपके क्षितिज को विस्तृत करेगा और आपको इस बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा कि आप अपने में कैसे सुधार कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

आभार व्यक्त करें

उस व्यक्ति का आभार व्यक्त करें जो आपको प्रतिक्रिया दे रहा है। भले ही यह करना आपके लिए आसान काम न हो। ऐसे क्षणों में आप अपने आप को याद दिलाएं कि वह व्यक्ति केवल आपको सफल देखना चाहता है। आपको असफल होते हुए देखने का उसका कोई दुर्भावनापूर्ण इरादा नहीं है। बहुत से लोग ऐसा ही सोचते हैं जब उन्हें प्रशंसा की बजाय आलोचना मिलती है। लेकिन विजेताओं का ऐसा बिलकुल भी मानना नहीं है। वे उन लोगों को ‘धन्यवाद’ देते हैं जो उनके काम की रचनात्मक आलोचना करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि हर कोई उनके विकास में दिलचस्पी नहीं लेगा और न ही उनके काम की समीक्षा करने के लिए समय निकालेगा।

स्पष्टता प्राप्त करें

रचनात्मक आलोचना एक दो तरफा रास्ता है। एक ओर आप प्रतिक्रिया को सकारात्मक रूप से लेते हैं और दूसरी ओर, जब आपको स्पष्टता की आवश्यकता होती है तो आप प्रश्न पूछते हैं। इस तरह आलोचना आपको सुधारने और आपके आगे बढ़ने में आपकी मदद करती है। लेकिन सवाल पूछने का मतलब यह नहीं है कि आप तीखी बहस में पड़ जाएं। आपको अपने आचरण में पेशेवर होने की आवश्यकता है। अपनी गलती को स्वीकार करने से बात शुरू करें और पेशेवर रूप से स्पष्टीकरण मांगें। उदाहरण के लिए एक बार जब आप अपने बॉस से प्रतिक्रिया प्राप्त कर लेते हैं तो आप कह सकते हैं, “अपने विचार साझा करने के लिए धन्यवाद। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि मैं इस गलती को कैसे दूर कर सकता हूं?” या “क्या कोई और तरीका है जिससे मैं इस काम को बेहतर कर सकता हूं?”

अपना बचाव करना बंद करें

जब आपके कार्यों की समीक्षा और आलोचना की जाती है तो अपना बचाव करना काम नहीं करता है। यह आपको केवल अपने वरिष्ठों के सामने बुरा बनाएगा। यह बातचीत को विवादित भी कर सकता है, जिससे अवांछित बहस हो सकती है। इसकी बजाय यह आपके लिए एक परिपक्व, अनुभवी पेशेवर के रूप में सामने आने का मौका हो सकता है जो आलोचना से नहीं डरता है और जिसका प्राथमिक लक्ष्य आगे बढ़ना है। इसलिए जब आपको मज़बूत प्रतिक्रिया मिले तो किसी भी तरीके के बहाने बनाने से बचना चाहिए। इसके अलावा उस व्यक्ति को बाधित करना अभद्रता है जो आपको अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। उन्हें ध्यान से सुनें और विनम्रता से अपने प्रश्न पूछें, यदि सचमुच आपके पास कोई प्रश्न है। आपका यह रवैया आपके करियर के लिए चमत्कार का काम करेगा।

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