World Tourism Day

विश्व पर्यटन दिवस: सफर हमें कितना कुछ सिखाता है

सफर छोटा हो या बड़ा, अपने साथ अनुभव लेकर आता है और हमें दुनियादारी में माहिर बनाने का काम करता है। चलिए पर्यटन दिवस पर जाने कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत और क्या है इस दिवस का उद्देश्य।

“सफर खूबसूरत है मंजिल से भी…”

आपने भी इस गाने ये बोल ज़रूर सुने होंगे। “जिंदगी एक सफर है सुहाना…” आप इस गाने के बोल से भी अंजान नहीं होंगें। इसमें ज़िंदगी को एक सफर कहा गया है, पर इस सफर में सफर करना बहुत ज़रूरी है। मेरा मतलब है कि जिंदगी में घूमना बहुत ज़रूरी है।

हम अकसर सिर्फ एक जगह पर रहकर, एक ही तरह के विचार में और एक ही तरह काम में अपना पूरा जीवन बिता देते हैं। ये ठीक वैसा ही है जैसे हम रोज़ सिर्फ दाल-चावल खाकर गुज़ारा कर लें। हालांकि, एक न एक दिन तो हम दाल-चावल से भी उकता जाएंगे और तब हमें थोड़ा अलग स्वाद चाहिए होगा। कहीं घूमने जाना या सफ़र करना हमारी ज़िंदगी में इसी नए स्वाद का काम करता है।

हम किताबों में पढ़कर जो नहीं सीख पाते, वो सफर हमें आसानी से सीखा देता है। घर की दुनिया से निकलकर बाहर की दुनिया की खूबसूरती और सच्चाई से रूबरू हो कर हम ज़िंदगी के सही मायने सीखते हैं।

सफर छोटा हो या बड़ा, अपने साथ अनुभव लेकर आता है और हमें दुनियादारी में माहिर बनाने का काम करता है। चलिए पर्यटन दिवस पर जाने कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत और क्या है इस दिवस का उद्देश्य।

सफर बन जाता है हमारा स्कूल और शिक्षक (Safar ban jaata hai hmara school aur shikshak)

बिल्कुल सही तो है मंज़िल से खूबसूरत सफर होता है। सफर हमें नई चीज़ों के बारे में बताता है। ऐसी कई चीज़ें दिखाता है जो शायद ही हम किताबों में कभी नहीं देख पाते। किसी गाड़ी में बैठकर पीछे छूटती हुई दुनिया को देखना वैसा ही लगता है, जैसे मानो हम अपनी ज़िंदगी को आगे बढ़ते और पीछे छूटते एक साथ देख रहें हों। सफर हमारा स्कूल बन जाता है, हमें ज़िंदगी के कई पाठ सिखाता है तो कभी शिक्षक बन जाता है, जो कभी थोड़ा डराता है, कभी प्यार करता है और कभी कुछ ऐसा सिखा जाता है जो हम घर बैठकर कभी नहीं सीख पाते। आइए जानते हैं इस खास दिन के बारे में विस्तार से।

पर्यटन दिवस की जानकारी (Paryatan divas ki jankari)

पर्यटन दिवस को मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ाना देना और जागरूकता फैलाना है। इस दिन कई देशों के पर्यटन बोर्ड उत्सव में शामिल होते हैं क्योंकि वे अपने शहरों, राज्यों या देशों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक ऑफर लॉन्च करते हैं।

भारत अपनी विविधताओं के लिए मशहूर है। भारत में कई भाषाएं और बोलियां हैं। इसमें अलग-अलग राज्यों की संस्कृति और परंपराएं हैं। ऐतिहासिक किस्सों से भरपूर देश में कई पर्यटन स्थल हैं। भारत समेत दुनियाभर से लोग देश के खूबसूरत नज़ारों को देखने के लिए आते हैं।

पर्यटन दिवस के माध्यम से देश-विदेश तक भारत की ऐतिहासिकता, खूबसूरती, प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया जाता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था अच्छी होती है और सामान्य लोगों को रोज़गार के अवसर मिलते हैं। अपने-अपने देशों की तरक्की और विकास के लिए हर साल दुनियाभर में विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। जाने कब है विश्व पर्यटन दिवस।

विश्व पर्यटन दिवस कब है? (Vishv parytan divas kab hai?)

विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व-भर में इस बात को जारी करना और जागरूकता फैलाना है कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रूप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों और आपसी समझ को बढ़ाने में सहायता कर सकता है।

वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाने की शुरुआत कैसे हुई? (World tourism day manane ki shuruaat kaise hui?)

इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन से हुई। 27 सितंबर की तारीख को इसलिए चुना गया, क्योंकि 1970 में इसी दिन UNWTO (United Nations World Tourism Organization) के कानून को स्वीकारा गया था।

विश्व पर्यटन दिवस 2023 (Vishv paryatan divas 2023)

हर साल विश्व पर्यटन दिवस पर एक थीम रखी जाती है। पिछली साल यानी 2022 की थीम “समावेशी विकास के लिए पर्यटन” (Tourism for Inclusive Growth) थी। पर्यटन दिवस 2023 की थीम “पर्यटन और हरित निवेश” (Tourism and Green Investement) है। इसका उद्देश्य पर्यटन पर सही ढंग से निवेश करना है ताकि पर्यटन से जो लाभ होते हैं उन्हें बढ़ावा मिल सके।

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