स्वास्थ्य हमारी वो जमा पूंजी है, जिसे हम जितना संजो कर रखते हैं, उतना ही हमारी लाइफ के लिए अच्छा होता है। स्वास्थ्य हमारे जीवन में रीढ़ की हड्डी की तरह है। रीढ़ की हड्डी जिस तरह से हमें सीधे होकर चलने और बैठने में मदद करती है, उसी तरह से अच्छा स्वास्थ्य, हमें जीवन में सभी परेशनियों का सामना करने में मदद करता है। हमारा स्वास्थ्य सही रहेगा, तो ही हम किसी भी कार्य को सही तरह से कर पाएंगे। स्वास्थ्य के बिना जीवन में कुछ भी संभव नहीं है।
हम अपनी ज़िंदगी में सब कुछ करना चाहते हैं, विशेषकर अपने परिवार के लिए। इन ज़िम्मेदारियों को उठाते-उठाते हम कभी-कभी खुद पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। जबकि अपनी देखभाल करना भी बहुत ही ज़रूरी है। जब हम एक स्वस्थ्य दुनिया की कल्पना करते हैं, तो यह तब तक मुमकिन नहीं हो सकता है, जब तक कि हम खुद को स्वस्थ्य नहीं रखें। इसलिए, हमें कभी भी अपने स्वास्थ्य को कल पर नहीं टालना चाहिए। अगर हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते हैं, तो इसका असर हमारे प्रोफेशनल करियर और पारिवारिक जीवन पर भी पड़ता है।
तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको विश्व स्वास्थ्य दिवस के बारे में बताएंगे। साथ ही आप जानेंगे कि जीवन में स्वास्थ्य का महत्व क्या है और आज कल की भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में स्वस्थ्य कैसे रहा जा सकता है।
कब मनाया जाता है विश्व स्वास्थ्य दिवस? (Kab manaya jata hai Vishv Swasthya Divas?)
विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की नींव 1948 में रखी गई। हालांकि, इस दिन को ऑफिशियली मनाने की शुरुआत 7 अप्रैल 1950 से हुई थी। इस दिन को मनाने की शुरुआत डब्लूएचओ की ओर से की गई थी। इस दिन किसी एक देश को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाता है।
हेल्थ डे (Health Day in hindi) की शुरुआत करने का मुख्य कारण यह था कि अपने स्वास्थ्य के प्रति हम सभी को सजग रहने की ज़रूरत है। जो अपने हेल्थ का ध्यान रखने में ठीक तरीके से सक्षम नहीं हैं, उनकी मदद करने जैसे उद्देश्य से भी इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। इस दिन को मनाने के पीछे कई कारण हैं जैसे – नए इलाज और दवाओं की खोज, नए टीकों को बनाना और स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना।
विश्व में स्वास्थ्य के आंकड़े (Vishv mein swasthya ki aankande)
जो जानकारी उपलब्ध है, उसके अनुसार आज भी विश्व की 30 फीसदी आबादी के पास स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच पाईं हैं। वहीं, जो लोग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जा रहे हैं, उनके पास अपने हेल्थ पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। एक रिसर्च के अनुसार पूरी दुनिया में लगभग 930 मिलियन लोग अपना परिवार चलाने के बजट का 10 प्रतिशत या फिर उससे कहीं ज़्यादा स्वास्थ्य पर खर्च कर देते हैं।
स्वास्थ्य है जीवन का अनमोल रत्न (Swasthya hai jeevan ka anmol ratan)
एक कहावत है कि स्वास्थ्य सही है, तो आपको जीवन में किसी भी चीज़ से डरने की ज़रूरत नहीं हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि आपका स्वास्थ्य सही रहता है, तो आप किसी भी परेशानी का सामना आसानी से कर सकते हैं। स्वास्थ्य सही रहने से आपका शरीर ही नहीं बल्कि आपका दिमाग भी सही तरह से काम करता है। वहीं बुरा स्वास्थ्य माइंड को नेगेटिव तरीके से सोचने और काम करने पर मजबूर कर देता है।
स्वास्थ्य को कल पर नहीं टालें (Swasthya ko kal par nahi taalein)
अच्छे स्वास्थ्य से ही ज़िंदगी में हर चीज़ संभव है। इसलिए, इसका ध्यान रखना बहुत ही ज़रूरी है। स्वास्थ्य से जुड़ीं सावधानियों को कभी भी कल पर नहीं टालें। ऐसा करने से किसी भी समय हमें स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर हमें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। साथ ही अपने हेल्थ को सही रखने के लिए हमें हमेशा प्रयास करना चाहिए।
अक्सर लोग अपनी नींद, भूख या किसी दर्द को लंबे समय तक नज़रअंदाज़ करते रहते हैं। उनका मानना होता है कि आज ये सब चीजें ठीक नहीं भी हैं, तो कल ठीक हो जाएंगी। मगर लोग अनजान होते हैं कि कल कभी आता ही नहीं! कल पर स्वास्थ्य को टालने की आदत, आपको भविष्य में बड़े खतरे में डाल सकती है। आज नज़रअंदाज़ की जाने वाली नींद, कल कोलेस्ट्रॉल या दिमाग से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकती है। आज में जिएं और अपने स्वास्थ्य का ख्याल आज से ही रखना शुरू करें।
कैसे स्वास्थ्य को रख सकते हैं दुरुस्त? (Kaise swasthya ko rakh sakte hain durust)
एक्सरसाइज करें
आज कल की भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में खुद को हेल्दी रखना बहुत ही मुश्किल हो गया है। लेकिन, अगर आप हर दिन रनिंग करते हैं या फिर एक्सरसाइज करते हैं, तो आप खुद को स्वस्थ्य रख सकते हैं। एक्सरसाइज शरीर के हर पार्ट को एक्टिव कर देता है, जिससे बीमार होने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है।
योग करें
शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने का एक उपाय योग भी है। योग करके आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से स्वस्थ रह सकते हैं। व्यस्त दिनचर्या वाले जीवन में योग करने से जहां दिमाग को शांति मिलती है, वहीं शरीर को आराम भी मिलता है। इससे स्वास्थ्य को सही रखने में मदद मिलती है।
सही रूटीन फॉलो करें
खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप सही रूटीन को फॉलो करें। सही समय पर सुबह उठें और उसके बाद अपना सारा काम सही समय पर करें, चाहें ऑफिस का काम ही क्यों न हों। अगर आप सही रूटीन को फॉलो करते हैं, तो इसका आपकी सेहत पर बहुत ही पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा।
नींद से कोई खेल नहीं
कुछ चीज़ें हमें बड़ी सिम्पल लगती हैं, लेकिन वो हमारा किस तरह से ख्याल रख रहीं होतीं हैं, इस बात का हमें अंदाज़ा भी नहीं होता। ऐसी ही एक चीज़ है हमारी नींद। जी हां, हमारी नींद हमारी सेहत से सीधे तरीके से जुड़ी हुई है। नींद की कमी शरीर में कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। इसलिए पर्याप्त नींद और सही समय पर नींद लेना बहुत ही आवश्यक है।
खाने पर दें खास ध्यान
कहते हैं कि सारी बीमारियां पेट से ही शुरू होती हैं। आप जब खाना खाते हैं, उसके बाद शरीर में कई तरह की एक्टिविटि होती है उस खाने को पचाने के लिए, फिर पचे हुए खाने को एनर्जी में बदलने के लिए और फिर वेस्ट को शरीर से बाहर निकालने के लिए। अगर आप अच्छा और पौष्टिक भोजन खाते हैं तो आप हमेशा फिट रहेंगे। लेकिन, जंक खाने से आपकी सेहत पर विपरीत असर पड़ेगा। ऐसे में अपने प्लेट में खाना डालते वक्त सिर्फ आंखें ही नहीं बल्कि अपना दिमाग भी खुला रखें।
इस आर्टिकल में हमने स्वास्थ्य के महत्व के साथ-साथ और भी जानकारियां दीं। यह आर्टिकल पढ़ कर आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह के और भी ज्ञानवर्द्धक आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।