क्या अपनों से ज़्यादा आप अपने मोबाइल के साथ रहते हैं?

क्या अपनों से ज़्यादा आप अपने मोबाइल के साथ रहते हैं?

हर फायदे में कुछ नुकसान भी छिपे रहते हैं। वैसे ही फोन के भी जीवन में बहुत नुकसान हैं। फोन ने दूर बैठे व्यक्ति को भले ही पास कर दिया हो, पर हमारे आस-पास के लोगों को दूर करने में फोन का बहुत बड़ा योगदान है।

अगर आपसे कहा जाए कि आपको पूरे 24 घंटे बिना फोन के गुज़ारने है, तो क्या आप ऐसा करने के लिए तैयार होंगे? चलिए आपका जवाब में ही दे देती हूं, ऐसा करना सिर्फ आपके लिए ही नहीं बल्कि मेरे लिए भी बहुत मुश्किल होगा। हो सकता है हममें से कुछ लोग पूरे एक दिन के लिए फोन से दूर रहने के लिए राज़ी हो भी जाएं, पर फिर वक्त काटना किसी वनवास जैसा महसूस होगा।

मोबाइल हमारे जीवन का एक बहुत ही ज़रूरी हिस्सा बन चुका है। हमारे लिए एक दिन बिना खाए-पिए रहना आसान होगा पर फोन से दूर रहना बहुत मुश्किल है। मोबाइल फोन ने हमारी ज़िंदगी को आसान बना दिया है। आज के वक्त में बिना मोबाइल के जीने की कल्पना से ही डर लगता है, क्योंकि हम पूरी तरह फोन पर डिपेंड हो चुके हैं। फोन हमारे डेटा को खुद में सेफ रखता है, पर साथ ही वो हमारे बारे में सब कुछ जानता है। हर फायदे में कुछ नुकसान भी छिपे रहते हैं। फोन के भी बहुत नुकसान हैं। फोन ने दूर बैठे व्यक्ति को भले ही पास कर दिया हो पर हमारे आस-पास के लोगों को दूर करने में फोन का बहुत बड़ा योगदान है। हर वक्त फोन में घुसे रहने की आदत ज़्यादातर हम सब में ही है। चाहे कोई काम हो या न हो पर फोन से नज़रें हटाना, हमारे लिए मुश्किल हो जाता है।

पहले के ज़माने में मांएं बच्चों को खाना खिलाते वक्त परियों और राजाओं की कहानियां सुनाती थीं, जो बच्चों के मानसिक विकास बेहतर करने में और रचनात्मकता बढ़ाने में मददगार होता था। वहीं, आजकल बच्चे बिना फोन पर वीडियो देखे बिना खाना ही नहीं खाते। फोन ने भले ही ज़िंदगी आसान कर दी है, पर रिश्तों में दूरियां लाने का कारण भी फोन ही है। आपने वो कहावत तो ज़रूर सुनी होगी, “अति हर चीज़ की बुरी”। ठीक इसी तरह फोन के फायदे और नुकसान दोनों ही है। तो चलिए गौर करते हैं मोबाइल के फायदे और नुकसान पर।

मोबाइल के फायदे (Mobile ke fayde)

दूरी के रिश्तों में नज़दीकी

फोन के कारण हमसे मीलों दूर रहने वाले लोग भी नज़दीक हो गए हैं। बहुत दूर बैठे किसी व्यक्ति से बात करनी हो या उन्हें कोई ज़रूरी संदेश देना हो, सब मिनटों में हो जाता है।

एक क्लिक पर ऑर्डर

हमें घर से बाहर नहीं निकलना पड़ता, क्योंकि घर बैठे ही हर चीज़ ऑर्डर की जा सकती है। खाना, कपड़े, घर का सामान, गाड़ी सब कुछ फोन पर एक क्लिक मात्र से ऑर्डर किया जा सकता है।

हर सवाल का मिलता है जबाव

कोई गणित का सवाल हो या ज़िंदगी की उलझनों का उपाय खोजना हो, सिर्फ एक सर्च से हमें पूरी जानकारी मिल जाती है। सच में मोबाइल फोन के एक नहीं हज़ारों फायदे हैं।

मिनटों में मिलती है मदद

अगर हम किसी परेशानी में फंस जाएं तो फोन हमारी मदद मिनटों में कर सकता है। आप फोन से किसी को भी मेसेज या कॉल कर सकते हैं।

एक अकेला फोन करता है कई काम

स्मार्टफोन के ज़माने में फोन काफी कुछ कर सकता है। फोन आपकी घड़ी, कैलेंडर, दुकान, टीचर, अलार्म, टॉर्च, कैमेरा, मैप, म्यूजिक स्पीकर, टीवी और पता नहीं क्या-क्या बन सकता है। यही कारण है कि फोन से दूर रहना हमारे लिए मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन लगता है।

मोबाइल के नुकसान (Mobile ke nuksan)

आज के युग में 95% लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। मोबाइल हर किसी के जीवन में प्राथमिकता बन गया है, जिससे हर व्यक्ति अपने रोज़मर्रा के जीवन में बातें, व्यावसायिक उद्देश्यों और बहुत-सी गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल करता है। आज के समय में मोबाइल फोन ने व्यक्ति की ज़िंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। सही नज़रिए से देखा जाए तो मोबाइल फोन इंसानों के लिए एक असाधारण आविष्कार है, लेकिन इसे लगातार कई घंटों तक इस्तेमाल करने से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आइए कुछ समस्याओं पर नज़र डालते हैं।

मेमोरी लॉस

एक अध्ययन में पाया गया है कि फोन के लगातार और रोज़ इस्तेमाल से याद्दाश्त कमज़ोर हो जाती है, जिससे लोगों को बातें याद रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

नोमोफोबिया

नोमोफोबिया (Nomophobia) फोन एडिक्शन की बीमारी का नाम है। नोमोफोबिया में व्यक्ति को फोन की बहुत बुरी लत लग जाती है, उसको एक पल के लिए भी फोन से दूर रहना पसंद नहीं होता।

साइबर क्राइम

आजकल फोन का जितना अच्छा इस्तेमाल किया जाता है, उतना ही इसका दुरुपयोग भी किया जाता है। ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी और पैसों की ठगी आजकल आम बात हो चुकी है। कोई भी आपके फोन के ज़रिए आपकी ज़रुरी जानकारी निकाल लेता है और उसके आधार पर आपको परेशान कर सकता है।

ध्यान भटकाव

रास्ते में फोन पर बात करते वक्त सड़क हादसे होने का खतरा रहता है। बच्चे फोन की वजह से पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाते, वीडियो गेम या अन्य मनोरंजन की चीज़ों में वक्त बर्बाद कर देते हैं।

रिश्तों में दूरियां

मोबाइल फोन का एक बहुत बड़ा नुकसान रिश्तों में दूरियों का आना है। हम फोन में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने प्यार और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड नहीं करते। साथ बैठकर बात न करने से रिश्तों में बहुत सारी गलतफहमियां पैदा हो जाती हैं और रिश्ते खराब हो जाते हैं।

नींद की कमी

सोशल मीडिया के चलते आज-कल रात 4 बजे तक जगना बहुत प्रचलित है। लगभग सभी लोग रात को सोने से पहले मोबाइल फोन का भरपूर इस्तेमाल करते हैं और देर रात तक जागने के बाद सुबह जल्दी उठ कर अपने काम पर निकल जाते हैं। इससे उनकी नींद पूरी नहीं होती और अधूरी नींद बहुत-सी बीमारियों की वजह बनती है।

ऊपर हमने आपको मोबाइल फोन के फायदे और नुकसान के बारे में बताया। हर चीज़ का इस्तेमाल करने का एक सेफ और अनसेफ तरीका होता है। कोशिश करें कि फोन आपकी ज़िंदगी को आसान बनाए न कि मुश्किल बना दे। फोन से ज़्यादा वक्त अपनों के साथ बिताएं। अपने बच्चों को अपनी निगरानी में ही फोन चलाने की परमिशन दें ताकि फोन आपकी मुश्किलों की वजह न बने।

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