पुनर्मिलन

एक सुखद पुनर्मिलन

बात की शुरुआत तो एक हंसी मजाक से हुई थी लेकिन जल्दी ही वह एक गर्मागर्म बहस में बदल गई थी।

केविन और हैरी का कभी न टूटने वाला रिश्ता था। दोनों भाइयों में हर दूसरे भाइयों की ही तरह आपस में एक-दूसरे से असहमति होती थी। लेकिन हर बार उनकी नोकझोंक इस बार की तरह होने वाली बात की तरह उग्र नहीं होती थी। बात की शुरुआत तो हमेशा की तरह ही हंसी मजाक से हुई थी लेकिन जल्दी ही वह एक गर्मागर्म बहस में बदल गई थी। दोनों ने एक-दूसरे को भद्दे शब्द बोले, आपस में आरोप लगाए और धीरे-धीरे यह बहस बद से बदतर होती चली गई। हैरी गुस्से में दरवाजे से बाहर चला गया और केविन ने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया। उस दिन उनके रिश्ते में कुछ इस तरह का तनाव पैदा हो गया था जो दोनों भाई खत्म नहीं कर सके।

तब से दो साल बीत चुके थे। केविन एक प्रतिष्ठित स्थिति में था, उसके पास वह सब कुछ था जिसकी उसे अपने जीवन में जरूरत थी एक अच्छी नौकरी, एक बड़ा घर, उसकी प्यारी पत्नी नीना और जल्दी ही उसके जीवन में आने वाला उसका एक बच्चा।

एक दिन जब वह अपने काम पर गया हुआ था तभी उसका फोन बजा, दूसरी तरफ से उसकी पत्नी की आवाज़ आई, “मैं लेबर रूम में जा रही हूं! जल्दी आओ!”

उसने जल्दी से अपनी कार की चाबी उठाई और जितनी तेज़ी से भाग सकता था, भागा। बच्चे के इस दुनिया में आने के समय उसने नीना के साथ रहने का वादा जो किया था।

केविन अभी अस्पताल के रास्ते में ही था कि तभी अचानक उसकी कार में कोई खराबी आ गई जिसके कारण वह चलते-चलते बीच रास्ते में ही रुक गई। उसने कार शुरू करने की कोशिश की लेकिन वह हिल भी नहीं रही थी। बिना ज्यादा समय बर्बाद किए उसने कार को धक्का देकर साइड में लगाया और अपने लिए एक कैब बुक कर ली। पत्नी के बारे में सोच-सोचकर ही उसका दिल जोर-जोर से धड़क रहा था।

अभी भी वह अस्पताल के रास्ते में ही था कि अचानक उसका फोन फिर से बज उठा। यह हैरी का कॉल था। हैरी का नंबर देखकर केविन ने सोचा कि मैं अभी इससे बात नहीं कर सकता और यह सोचकर उसने उसका फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। वह अस्पताल से बस चंद मिनटों की ही दूरी पर था कि उसका फोन फिर से बज उठा। इस बार हैरी का एक मैसेज था: ‘बेटी हुई है! मां और बच्चा दोनों ठीक हैं। चिंता मत करो, मैं यहीं पर हूं।’

हैरी के इस मैसेज को पढ़कर केविन ने राहत की सांस ली। जब वह अस्पताल की लॉबी में गया तो उसने देखा कि हैरी वहीं खड़ा उसका इंतजार कर रहा था। उनके बीच नज़रों का आदान-प्रदान हुआ और वे नवजात को देखने के लिए दौड़ पड़े।

उस शाम, नीना ने उसे बताया कि वह और हैरी लंबे समय से एक-दूसरे के संपर्क में हैं। “मैंने आपको नहीं बताया… मुझे लगा कि आप परेशान होंगे।” आखिरकार इतने साल की दूरी और फिर से जुड़ने में होने वाली झिझक के बाद, हैरी ने केविन को उस दिन सरप्राइज देने का फैसला किया था जिस दिन उसका बच्चा इस दुनिया में आएगा। उसे पूरी उम्मीद थी कि वे आपस में सुलह कर लेंगे। नीना के यह बताने के बाद केविन का गला भर आया था।

उसने फोन उठाया और एक नंबर मिला कर बोला, “हैरी, यह मैं हूं केविन…” यह एक लंबी और भावनात्मक कॉल थी। केविन की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े और उसने अपनी बेटी को गोद में लिया और बोला, “मेरे भाई को मेरे पास वापस लाने के लिए तुम्हारा धन्यवाद।”

बच्ची भी उसकी बाद सुनकर हंसी, ऐसा लगा मानो वह अपने पिता की खुशी में आनन्दित हो रही हो।

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