Friendship Day : ज़िंदगी में दोस्त और दोस्तों में ज़िंदगी है कितनी है ज़रूरी?

फ्रेंडशिप डे: ज़िंदगी में दोस्त और दोस्तों में ज़िंदगी कितनी है ज़रूरी?

दोस्त प्यार भी है और दोस्त ज़िंदगी भी। इसलिए ही कहा गया है कि हर एक दोस्त ज़रूरी होता है। ज़िंदगी में दोस्त होना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है उन दोस्तों में अपनी ज़िंदगी की झलक देखना।

दोस्तों के नहीं होने पर ज़िंदगी वैसी ही है, जैसे नमक बिना सब्जी और तड़के के बिना दाल। मतलब कि बेस्वाद, बेनूर और फीकी-सी ज़िंदगी। इसमें न तो कोई चमक होती है और न ही कोई ललक होती है। दोस्त प्यार भी है और दोस्त ज़िंदगी भी। इसलिए ही कहा गया है कि हर एक दोस्त ज़रूरी होता है। ज़िंदगी में दोस्त होना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है उन दोस्तों में अपनी ज़िंदगी की झलक देखना।

दोस्ती (Friendship) एक ऐसा रिश्ता है, जिसे हम खुद अपनी ज़िंदगी के लिए चुनते हैं। मां-बाप, भाई-बहन तो हमें जन्म से ही मिल जाते हैं, लेकिन दोस्त हमें खुद बनाने पड़ते हैं। कहावत है कि जिनके पास अच्छे और सच्चे दोस्त होते हैं, वो दुनिया के सबसे अमीर इंसान होते हैं।

एक अच्छा दोस्त आपसे सिर्फ मदद की ही उम्मीद नहीं रखता है बल्कि वक्त पड़ने पर वो भी हमेशा आपकी मदद के लिए तैयार रहता है। वो हमेशा परछाई की तरह आपके आस-पास खड़ा रहता है।

हर खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए और हर गम को बांटने के लिए एक अच्छे दोस्त की ज़रूरत होती है। आपके जीवन में अच्छे दोस्त का होना एक प्रकार की योग्यता है। दोस्ती में न कोई मजबूरी नहीं होती है, न ही इसके लिए किसी शर्त की ज़रूरत। अच्छी दोस्ती में कड़वाहट भी नहीं होती है। इस फ्रेंडशिप डे (Friendship Day) के अवसर पर हम आपको बताएंगे कि ज़िंदगी में दोस्त और दोस्तों में ज़िंदगी कितनी ज़रूरी है।

एक रिसर्च के अनुसार जिन लोगों के पास अच्छे दोस्त होते हैं, वे लंबी ज़िंदगी जीते हैं। ऐसे लोग हर परिस्थिति को अच्छे से संभाल लेते हैं और हमेशा पॉजिटिव एप्रोच (Positive approach) के साथ किसी भी काम को पूरा करते हैं। दोस्त किसी भी काम को बहुत आसान बना देते हैं। वे सभी उलझनों को सुलझाने में हमारी मदद करते हैं। आइए इस फ्रेंडशिप डे पर ये समझने की कोशिश करते हैं कि दोस्ती एक अनोखा रिश्ता कैसे है।

आपसी सम्मान पर आधारित है दोस्ती (Friendship is based on mutual respect)

इस फ्रेंडशिप डे पर यह समझना ज़रूरी है कि दोस्ती पूरी तरह से आपसी सम्मान पर टिकी होती है। इसलिए एक अच्छे दोस्त में हम वो हर चीज़ चाहते हैं, जो हमें किसी अपने से चाहिए होता है। एक साथ ज़्यादा समय गुज़ारने से अक्सर दो लोगों के बीच अच्छी दोस्ती हो जाती है।

दो लोगों के बीच दोस्ती आपसी समझदारी से होती है। दोस्तों के बीच परस्पर विश्वास, रिश्ते की क्वालिटी और गहराई, बाकी रिश्तों से ज़्यादा होती है। अच्छे दोस्त अगर काफी समय बाद भी मिलते हैं, तो गरमाहट पहले जैसी ही होती है।

हर रिश्ते से खास होती है दोस्ती (Friendship is special than every other relationship)

फ्रेंडशिप एक ऐसा रिलेशन (relation) है, जो छोटी-छोटी घटनाओं को भी स्पेशल बना देती है। यह यादों को खास बनाती है। हमारे दिलो-दिमाग में ऐसे बहुत से पल हमेशा के लिए कैद हो जाते हैं, जो हम अपने दोस्तों के साथ गुज़ारते हैं। हम सब के दिलों में हमारे बचपन वाले फ्रेंडशिप डे की कोई-न-कोई याद ज़रूर बसी होगी। जब हम एक-दूसरे से दूर भी हो जाते हैं, तो वो यादें हमारी दोस्ती को कम नहीं होने देती हैं। जब भी पुराने दोस्त मिलते हैं, तो अपनी यादों को ताज़ा कर के हम फिर से एक नया जीवन जीने लगते हैं, फिर वो चाहे कुछ पल के लिए ही क्यों न हो।

सही और गलत का आइना होती है दोस्ती (Friendship is a mirror of right and wrong)

दोस्ती आइने की तरह होती है, जो हमें सही और गलत के बारे में बताती है। दोस्त हमारे साथ हमेशा रहते हैं, तो वो हमारे जीवन में चल रहे हर पहलू के बारे में सबसे अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए हम सही करें या गलत एक अच्छा दोस्त हमें हमेशा सही रास्ता दिखाता है। इसलिए अच्छा दोस्त किसी आइने से कम नहीं होता, जो हमारे चेहरे के बारे में, हमारे सामने सही चित्र उकेरता है।

अच्छे दोस्त से इमोशनल सपोर्ट मिलता है (Get emotional support from a good friend)

रिसर्च से पता चला है कि फ्रेंडशिप बनाए रखने से हमें स्ट्रेस से निपटने में काफी मदद मिलती है। साथ ही अच्छे दोस्त से हमेशा इमोशनल सपोर्ट मिलता है, जिससे हम किसी भी परेशानी से अच्छे से बाहर निकल सकते हैं। दोस्त बिना किसी चीज़ की परवाह किए हमेशा हमारी मदद के लिए तैयार रहते हैं। एक सच्चा दोस्त आपको जज किए बिना, आपकी हर बात को सुनता है और समझता है। इस फ्रेंडशिप डे पर आप अपने हर उस दोस्त से शुक्रिया कहना न भूलें, जो हर वक्त आपके साथ बने रहें।

अपनेपन का एहसास है दोस्ती (Friendship is a feeling of belonging)

सच्ची दोस्ती में हर पल अपनेपन का एहसास होता है। जब हम एक-दूसरे की परवाह करने लगते हैं, तो ज़िदगी का सही मतलब मिलता है। जब आपको पता चलता है कि आपके पास एक सपोर्ट सिस्टम है दोस्ती के रूप में, तो आप खुद को ज़्यादा सुरक्षित मानते हैं। आप एक-दूसरे से दूर भी रह रहे होते हैं, तो एक उम्मीद बंधी रहती है कि कुछ भी हो जाए, मेरा दोस्त साथ नहीं छोड़ेगा।

इस फ्रेंडशिप डे के अवसर पर हमने दोस्ती और ज़िंदगी में उसकी अहमियत को बताने की कोशिश की है। हम सबकी ज़िंदगी में दोस्त होते हैं और उन दोस्तों में ही हमारी ज़िंदगी होती है। आपको आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट कर के ज़रूर बताएं और इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

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