फ्रेंडशिप डे

दोस्ती हमारा व्यक्तित्व कैसे निखार सकती है?

दोस्ती अगर अकेलेपन का सहारा होती है, तो वह उम्मीद भी होती है, जो हर सुख और दुख में साथ निभाती है। एक सच्चा दोस्त हमें कभी छोड़कर नहीं जाता है, वह हमेशा परछाई की तरह हमारे साथ होता है। दोस्ती में कभी मैं और तुम नहीं होता है, इसमें तो सिर्फ ‘हम’ होता है।

दोस्ती एक ऐसा शब्द है, जिसमें कई शब्द छिपे हुए हैं। दोस्ती का मतलब सिर्फ अपनापन नहीं होता है, इसका मतलब विश्वास, प्यार, सहारा, उम्मीद सहित बहुत कुछ होता है। दोस्ती अगर अकेलेपन का सहारा होती है, तो वह उम्मीद भी होती है, जो हर सुख और दुख में साथ निभाती है। एक सच्चा दोस्त हमें कभी छोड़कर नहीं जाता है, वह हमेशा परछाई की तरह हमारे साथ होता है। दोस्ती में कभी मैं और तुम नहीं होता है, इसमें तो सिर्फ ‘हम’ होता है।

मैं खुद के बारे में कहूं या फिर आप सबके बारे में, सभी की ज़िंदगी में दोस्त का महत्व काफी ज़्यादा होता है। मैं बचपन से ही दोस्तों से घिरा रहा हूं। जन्म लिया, तो मां दोस्त थी, जिसे हर कुछ बताता था, फिर भाई-बहन और परिवार के अन्य लोग दोस्त बने। घर के बाहर निकला, तो आसपास के बच्चे और फिर जैसे-जैसे बड़ा होते गया और स्कूल गया, तो वहां दोस्त बनते गए। स्कूल से कॉलेज पहुंचा, तो वहां भी दोस्त बने और फिर जब नौकरी करने ऑफिस पहुंचा, तो वहां भी दोस्त बने। हालांकि, आज सभी साथ नहीं हैं, लेकिन जो सच्चे दोस्त हैं, वे आज भी कहीं भी रहते हुए एक कॉल और मैसेज पर उपलब्ध रहते हैं, चाहे परिस्थिति कैसी भी क्यों न हो।

दोस्तों में हर रिश्ता समाया होता है। कभी दोस्ती मां की तरह डांट लगाते हैं, कभी पिता की तरह सही राह दिखाते हैं तो कभी बहन की तरह गलतियों से बचाते हैं। दोस्ती हमारे व्यक्तित्व को बहुत हद तक सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।

तो चलिए इस मित्रता दिवस के अवसर पर हम आपको सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में बताएंगे कि दोस्ती हमारा व्यक्तित्व कैसे निखार सकती है। साथ ही हम फ्रेंडशिप डे (Friendship Day) के इतिहास और इसके महत्व के बारे में भी बताएंगे।

कब और क्यों मनाया जाता है मित्रता दिवस? (Kab aur kyu manaya jata hai Mitrata Divas/Friendship Day)

फ्रेंडशिप डे को अलग-अलग देशों में अलग-अलग दिन मनाया जाता है। भारत सहित मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और बांग्लादेश जैसे देशों में इसे अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। वहीं, कई अन्य देशों में मित्रता दिवस 30 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन हर कोई अपने दोस्तों के साथ इंज्वॉय करता है और फ्रेंडशिप की बधाई देता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दोस्ती के भाव को समझना और उसे आगे बढ़ाना है। फ्रेंडशिप को मनाने की शुरुआत पराग्वे से हुई थी। यहीं पहली बार 1958 में इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव पास हुआ था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई को मित्रता दिवस मनाने की घोषणा की।

भारत सहित अमेरिका में अगस्त के पहले रविवार को ही इस दिन को मनाने के पीछे भी एक कहानी है। कहा जाता है कि अमेरिका में अगस्त के पहले रविवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। इस घटना की जानकारी जब उसके एक खास दोस्त को मिली, तो वह भी हताश होकर आत्महत्या कर ली। दो दोस्तों के ऐसे लगाव को देखते हुए अमेरिका की सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का फैसला किया। इसके बाद भारत सहित कई देशों में अगस्त के पहले रविवार को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस (International Friendship Day) मनाया जाने लगा।

अच्छी दोस्ती निखार सकती है हमारा व्यक्तित्व (Achi dosti nikhar sakti hai humara vyaktitva)

Achi dosti nikhar sakti hai humara vyaktitva

बहुत अच्छी और मजबूत दोस्ती सिर्फ इमोशनल हेल्थ (Emotional Wellbeing) के लिए ही अच्छी नहीं होती है बल्कि यह आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है। दोस्त से इमोशनल सपोर्ट के अलावा प्रोत्साहन और पॉजिटिव फीडबैक भी मिलता है। साथ ही वे हमारी नेगेटिविटी के बारे में भी बताते हैं। चलिए जानते हैं दोस्ती कैसे निखारती है हमारा व्यक्तित्व?

कॉन्फिडेंस बढ़ाती है दोस्ती

अगर दो लोगों की दोस्ती बहुत अच्छी होती है, तो उससे कॉन्फिडेंस भी बूस्ट होता है। दोस्ती कई अलग-अलग तरीकों से हमारे व्यक्तित्व को निखारने में मदद करती है। दोस्त अपना अनुभव हमारे साथ शेयर करके हमें कॉन्फिडेंस तो फील कराते ही हैं, साथ ही हमें कंफर्ट जोन से बाहर निकालते हुए दुनिया का कैसे सामना करना है, इसके बारे में भी बताते हैं।

मिलता है फीडबैक

दोस्त हमेशा हमें फीडबैक देते हैं, जिससे हमें आगे बढ़ने में काफी मदद मिलती है। दोस्त जब हमारी ताकत और उपलब्धियों के बारे में पहचानते हैं और हमें बताते हैं, तो हमें पॉजिटिव फील होता है और हम बेहतर तरीके से किसी भी काम को कर पाते हैं। साथ ही हम वह काम और अच्छे तरीके से कर पाते हैं, जिसमें हम एक्सपर्ट होते हैं।

दोस्ती करती है प्रोत्साहित

दोस्त हमें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे यह होता है कि हम हर दिन कुछ नया करते हैं या फिर उसके लिए प्रयास करते हैं। दोस्त जब हमारी किसी भी चीज़ को लेकर विश्वास रखते हैं, तो हमें रिस्क लेने की ताकत मिलती है। वहीं, किसी भी मुश्किल स्थिति में जब हमें सपोर्ट की ज़रूरत होती है, तो दोस्त हमें सुनते हैं और सही रास्ता बताते हैं। इस मेंटल सपोर्ट से हमारा कॉन्फिडेंस मजबूत होता है।

विश्वास गहरा होता है

जब हमें लगता है कि हमारे साथ कोई है, जिसे हम पर खुद से ज़्यादा विश्वास है, तो इससे हमें भी खुद पर भी गहरा विश्वास होने लगता है। इससे हमारे व्यक्तित्व का विकास होता है।

दोस्ती से मिलता है अनुभव

कई बार हमसे ज़्यादा अनुभव हमारे दोस्तों के होते हैं। जब वे हमसे अपने ये अनुभव शेयर करते हैं तो उनके अनुभव से हमें काफी कुछ सीखने को मिलता ही। यह सीख हमें आने वाले परेशानियों के लिए तैयार रखती है।

भाई-बहन की कमी पूरा करते हैं दोस्त

बचपन से लेकर बड़े होने तक भाई-बहन की हमारे पहले दोस्त होते हैं। लेकिन, जो सिंगल चाइल्ड होते हैं, उनके दोस्त ही उनके भाई-बहन होते हैं। ऐसे बच्चे दोस्तों से सीखते हैं और उनके साथ ही बड़े होते हैं। साथ रहने पर वो साथ खेलना, चीज़ें बांटना और बातें शेयर करना सीखते हैं। सबसे ज़रूरी चीज़ दोस्ती अकेलापन दूर करती है

इस आर्टिकल में हमने आपको मित्रता दिवस के बारे में बताया। साथ ही दोस्त कैसे पर्सनैलिटी को निखारने में हमारी मदद करते हैं, ये भी बताया। सोलवेदा ही ओर से आप सभी को हैप्पी फ्रेंडशिप डे। इसी तरह सोलवेदा हिंदी के साथ दोस्ती निभाते रहें और पॉजिटिविटी के लिए बेहतरीन आर्टिकल्स पढ़ते रहें।

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