अप्रैल फूल दिवस

अप्रैल फूल दिवस: कितना मज़ाक करना सही है?

अप्रैल फूल डे के दिन लोग एक-दूसरे के साथ प्रैंक और हंसी मज़ाक करते हैं। यह दिन एक तरह से दूसरे लोगों को हंसने-गुदगुदाने का अच्छा मौका होता है। जैसे होली के दिन हम लोगों से उम्मीद करते हैं कि हम उन्हें रंग लगाएंगे और वो बुरा नहीं मानेंगे, ठीक उसी तरह अप्रैल फूल डे के दिन हम लोगों से उम्मीद करते हैं कि वे हमारे मज़ाक का बुरा नहीं मानेंगे।

मज़ाक हम सिर्फ भारत के लोग ही नहीं करते हैं बल्कि पूरे विश्व के लोग एक-दूसरे से मज़ाक करते हैं। ये इंसानी प्रकृति में शामिल है। ऑफिस हो या फिर परिवार हम एक-दूसरे से मज़ाक करते ही हैं। इससे माहौल एक तरह से खूशनुमा रहता है। इसी को लेकर हर साल 1 अप्रैल को पूरी दुनिया में अप्रैल फूल डे मनाया जाता है।

अप्रैल फूल डे के दिन लोग एक-दूसरे के साथ प्रैंक और हंसी मज़ाक करते हैं। यह दिन एक तरह से दूसरे लोगों को हंसाने-गुदगुदाने का अच्छा मौका होता है। जैसे होली के दिन हम लोगों से उम्मीद करते हैं कि हम उन्हें रंग लगाएंगे और वो बुरा नहीं मानेंगे, ठीक उसी तरह अप्रैल फूल डे के दिन हम लोगों से उम्मीद करते हैं कि वे हमारे मज़ाक का बुरा नहीं मानेंगे।

हालांकि, सोशल मीडिया में ज़माने में कई बार ये मज़ाक हद से आगे बढ़ जाता है। लोग वीडियो बनाने के लिए अप्रैल फूल डे के नाम पर ऐसे मज़ाक करते हैं, जिससे दूसरों को ठेस भी पहुंचती है।

तो चलिए इस अप्रैल फूल दिवस (April fool in hindi) पर जानते हैं कि ज़िंदगी में हंसी-मज़ाक कितना ज़रूरी है और कैसे कर सकते हैं हम किसी से एक हद में रहकर मज़ाक।

अप्रैल फूल दिवस का महत्व (April Fool Divas ka mahatv)

1 अप्रैल को मूर्ख दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इसे अलग-अलग देशों में विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। ऑस्ट्रेलिया, न्यजीलैंड, दक्षिण अफ्रिका और ब्रिटेन में अप्रैल फूल डे केवल दोपहर तक मनाया जाता है। इन देशों में इस दिवस को केवल दिन में मनाए जाने की वजह यह है कि यहां के अखबार केवल सुबह के अंक में मुख्य पेज पर अप्रैल फूल डे से जुड़े विचार रखते हैं। इसके अलावा फ्रांस, आयरलैंड, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान, रूस, नीदरलैंड, जर्मनी, ब्राजील, कनाडा, अमेरिका और भारत में जोक्स का सिलसिला दिन भर चलता रहता है।

हालांकि, पहली बार अप्रैल फूल डे कब मनाया गया था, इसके बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। लेकिन, कुछ लोगों का मानना है कि फ्रेंच कैलेंडर में होने वाला बदलाव भी अप्रैल फूड डे मनाने का कारण हो सकता है। वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय की एनी से सगाई के कारण अप्रैल फूड डे मनाया जाता है।

1 अप्रैल और मूर्खता के बीच सबसे पहले दर्ज किया गया संबंध, चॉसर के कैंटरबरी टेल्स (1392) में पाया जाता है। रिसर्च और उपलब्ध जानकारियों के अनुसार 1 अप्रैल के दिन कई फनी घटनाएं हुईं, जिसके कारण इस दिन को अप्रैल फूड दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। जैसे 1539 ईस्वी में फ्लेमिश कवि ‘डे डेने’ ने एक अमीर आदमी के बारे में लिखा, जिसने 1 अप्रैल को अपने नौकरों को मूर्खतापूर्ण कार्यों के लिए बाहर भेजा। इसी तरह की कई अन्य कहानियां प्रचलित हैं, जो अप्रैल फूल डे के इतिहास के बारे में बताती हैं।

बुरा न मानो अप्रैल फूड दिवस है (Bura na maano April fool’s day hai)

वैसे तो हर किसी के साथ जीवन में कभी न कभी किसी ने मज़ाक जरूर किया होगा। हालांकि, मज़ाक लोग सिर्फ अपनी खुशियों के लिए नहीं करते हैं, कभी-कभी जिसके साथ मज़ाक किया जाता है, उसकी खुशियों के लिए भी हम प्रैंक करते हैं। यूं तो मज़ाक के लिए कोई खास दिन नहीं होता है और न ही खास ठिकाना होता है, पर अप्रैल फूल के दिन जो मज़ाक किया जाता है, वो अक्सर दूसरों को भी बुरा नहीं लगता है।

जिस तरह रंगों के त्योहार होली में हम कहते हैं कि ‘बुरा न मानो होली है’, उसी तरह अप्रैल फूल दिवस के दिन भी लोग कुछ ऐसा ही सोचते हैं। मगर, हमें भी यह ध्यान रखना चाहिए कि लोग तब तक बुरा नहीं मानेंगे, जब तक हम मज़ाक को मज़ाक ही रखेंगे। मज़ाक के नाम पर किसी का अपमान करने से, किसी को नीचा दिखाने से या फिर किसी को चोट पहुंचाने से कोई भी बुरा मान जाएगा। ऐसा हमें बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

मज़ाक करना कितना सही है और कितना गलत (Mazak karna kitna sahi hai or kitna galat)

रिसर्च के अनुसार हंसना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। हम जब भी मज़ाक करते हैं, तो उसमें हंसना या मुस्कुराना शामिल होता ही है। इसके नज़रिए से देखें से तो मज़ाक करना बहुत ही अच्छी बात है। लेकिन, इसके उलट भी एक दुनिया है। मज़ाक करने का नेगेटिव पहलू भी है, जब भी हम उसको देखते हैं, तो हमें लगता है कि मज़ाक करना कहीं से सही नहीं है। कभी-कभी कुछ बहुत ही सीरियस टॉपिक से रिलेटेड मज़ाक करने से किसी की मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव भी पड़ सकता है।

अप्रैल फूल दिवस पर हल्के फुल्के मज़ाक का सभी स्वागत करते हैं। मुझे याद है बचपन में इस दिन पर मैं अपनी बहन से कहता कि उसे मां बुला रही है। वो मेरी बात को सच मानकर मां के पास चली जाती थी। बाद में जब उसे सच का पता चलता था, वो एक मिनट के लिए तो मुंह बनाती थी लेकिन, अगले पल हंसने लग जाती थी। इसके बाद वो पूरा दिन मुझे अप्रैल फूल बनाने की कोशिश में लगी रहती थी। बात छोटी सी है, मगर इस दिन पर घर में हंसी-मज़ाक का माहौल रहता था और सब खुश रहते थे।

लेकिन, आज के समय में अगर आप सोशल मीडिया, अखबार या टीवी देख लें तो आपको हज़ार उदाहरण मिल जाएंगे जो नकारात्मक मज़ाक की कैटेगरी में आते हैं। किसी के रंग, कद-काठी, भाषा, काम, परिवार, रहन-सहन को लेकर मज़ाक करने की आदत, आज के समय में आम हो चुकी है। इसके लिए लोगों को अप्रैल फूल जैसे दिन की भी ज़रूरत नहीं है। ऐसे में हमें संवेदनशील बनना चाहिए। अप्रैल फूल डे पर उतना ही मज़ाक करें, जो मज़ाक जैसा लगे। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना, कहीं से मज़ाक नहीं कहलाता।

कैसा होना चाहिए अप्रैल फूल दिवस का मज़ाक? (Kaisa hona chahiye April Fool’s Day ka mazak?)

अप्रैल के महीने का पहला दिन मज़ाक-मस्ती के नाम है तो फिर क्यों न इस दिन को थोड़ा फन बनाया जाए। अप्रैल फूल डे के दिन को आप चाहे तो बहुत ही बेहतरीन ढंग से मना सकते हैं। इस दिन पर हल्के-फुल्के मज़ाक करके, आप जहां भी हों, वहां खुशियां बिखेर सकते हैं। आइए देखते हैं कि इस बार अप्रैल फूल डे आप कैसे मना सकते हैं।

खेले कोई फन गेम

आप चाहे तो घर में या ऑफिस में कोई फन गेम खेल सकते हैं, जैसे- आंखो पर पट्टी बांध कर बताना हो कि आप क्या सामान टच कर रहें हैं या फिर आपके सामने ऑफिस या घर का कौन-सा मेम्बर मौजूद है। इसके अलावा आप रोज़मर्रा में खेले जाने वाले गेम्स में भी थोड़ा ट्विस्ट लाकर उसे फन बना सकते हैं।

अज्ञात रूप से दें एक-दूसरे को गिफ्ट

जैसे क्रिसमस पर सीक्रेट सैंटा गेम खेला जाता है और किसी के सीक्रेट सैंटा बनकर हम उन्हें गिफ्ट देते हैं, कुछ ऐसा ही आप अप्रैल फूल के दिन भी कर सकते हैं। बस इस दिन पर चुना जाने वाला गिफ्ट फन होना चाहिए। जैसे आपके घर में अगर कोई बहुत बोलता हो तो उसे आप माइक गिफ्ट करके उसके साथ मज़ाक कर सकते हैं।

करें हेल्दी प्रैंक्स

घर वालों के साथ या दोस्तों के साथ मिलकर आप हेल्दी प्रैंक्स कर सकते हैं। प्रैंक्स ऐसे ही करें, जो सामने वाले को भी फनी लगे। कई बार हमें फनी लगने वाले प्रैंक्स दूसरों को दुख पहुंचाते हैं या असहज कर देते हैं। मज़ाक करते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें।

रखें थीम पार्टी

इस दिन पर आप चाहे तो एक थीम पार्टी रख सकते हैं। इस पार्टी में सबको कोई अतरंगी डिश बनाकर लाना होगा या फिर अलग तरीके से ड्रेस-अप करना होगा। आप अपने सुविधा के अनुसार इस पार्टी का कोई भी फन थीम रख सकते हैं। इस पार्टी में आप चाहे तो अनोखे अवार्ड्स भी दे सकते हैं, जो सबको फनी लगे।

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