जब पुराना कर्मचारी वापस आना चाहे

पुराने कर्मियों का भी स्वागत करें, जो वापस लौटना चाहते हैं

अगर कोई कर्मचारी आपके संस्थान को छोड़कर दूसरी जगह चला जाए और बाद में वह वापस आने की इच्छा जाहिर करे, तो आप क्या करेंगे? ऐसे में अब फैसला लेने वाले लोगों के लिए यह एक असमंजस जैसी स्थिति होती है।

अपने पेशेवर ज़िंदगी में तरक्की और अधिक पैकेज पाने के लिए आज के कॉर्पोरेट जगत में बार-बार नौकरियां बदलना आम बात हो गई है। अब वे बीते दिनों की बात हो गई, जब कोई व्यक्ति एक बार किसी संस्थान में नौकरी पाने के बाद उसी जगह से रिटायर होता है, जहां कभी उसे पहली सैलरी मिली थी।

वैसे तो नौकरियां छोड़ने की कई वजहें हैं, मगर सबसे प्रमुख कारण यह है कि लोगों को अपनी तरक्की की संभवनाएं बहुत कम दिख रही हैं या दूसरा महत्वपूर्ण कारण यह भी हो सकता है कि उनके सीनियर में ऐसी काबिलियत न हों, जिससे अपनी बात व व्यवहार से अपने सहकर्मियों को प्रभावित व प्रेरित करने में सक्षम हों।

लेकिन, अगर ठीक इसके विपरीत ऐसी स्थिति हो, तो क्या होगा? मान लीजिए अगर कोई कर्मचारी आपके संस्थान को छोड़कर दूसरी जगह चला जाए और बाद में वह वापस आने की इच्छा जाहिर करे, तो आप क्या करेंगे? ऐसे में यह फैसला लेने वाले लोगों के लिए एक असमंजस जैसी स्थिति होती है।

ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए, इस संबंध में चाणक्य ने बखूबी हमलोगों का मार्गदर्शन किया है। उनका मानना है, ‘अगर कोई अपने मालिक की गलतियों की वजह से छोड़ देता है और उसके अच्छे गुणों के कारण लौट आता है या दुश्मन के अच्छे गुणों के कारण उसे छोड़ देता है और उसकी गलतियों की वजह से वापस आ जाता है, ऐसी स्थिति में अगर कोई अच्छे गुणों के आधार पर छोड़ता और वापस आना चाहता है तो वैसे लोगों की वापसी का स्वागत होना चाहिए।’

किसी कर्मचारी को नौकरी क्यों छोड़नी पड़ी? वह कर्मचारी वापस क्यों आया है? इससे क्या नफा-नुकसान हो सकता है? इन सारी बातों पर एक समग्र रूप से सोचने की ज़रुरत है।

इस आलेख के माध्यम से विस्तार से जानें, नौकरी छोड़ने और दोबारा पुराने संस्थान में वापस आने के अलग-अलग वजहों के बारें में :

किसी इंसान ने नौकरी क्यों छोड़ी?

ईमानदारी पूर्वक इन बातों पर थोड़ा विचार करें : क्या बतौर एक लीडर के रूप से आपकी गलती थी, जिसकी वजह से उस इंसान को नौकरी छोड़नी पड़ी? अगर आप अपनी गलतियों से सबक लेकर अपनी लीडरशिप में सुधार कर रहे हैं, तो वह इंसान वापसी के लायक है।

क्या आपने आवेश में आकर उसे कंपनी से बाहर कर दिया? या दोनों के बीच किसी तरह का मिस कम्युनिकेशन था? या उस व्यक्ति ने इसलिए नौकरी छोड़ दी, क्योंकि नए संस्थान में उसे कुछ बेहतर मिल रहा था? ऐसी स्थिति में भी यह आपके लीडरशिप की गलती है, क्योंकि, आपके भीतर वह काबिलियत नहीं है, जो आपके प्रतिद्वंद्वी में है।

दोनों ही परिस्थिति में अगर आपके संस्थान को छोड़कर कोई कर्मचारी चला गया है और वह फिर से वापस आना चाहता है, तो उसका स्वागत होना चाहिए।

क्या वह इंसान योग्य था?

कई बार इंसान के सामने ऐसी परिस्थिति बन जाती है, जो उसके नियंत्रण से बाहर की बात होती है। मिसाल के तौर पर अगर किसी कर्मचारी को समय की ज़रुरत के हिसाब से वेतन नहीं दे पाते हैं, तो नौकरी छोड़ना उसकी मजबूरी हो जाती है। क्योंकि, आप उसकी ज़रुरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

या क्या नौकरी छोड़ने वाले व्यक्ति को इस बात का अहसास हो गया है कि उसने अपने पुराने संस्थान को छोड़कर गलती की है, क्योंकि आपका संस्थान सच में बेहतर था और दोबारा लौटने के बाद वह पूरी शिद्दत से काम करना चाहता है? इन दोनों स्थिति में भी उस व्यक्ति की वापसी का स्वागत किया जाना चाहिए।

उस इंसान की खूबियां

सबसे अंतिम बात यह है कि आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि वह इंसान आपके काम में क्या वैल्यू एड कर सकता है। संभवत: उस व्यक्ति के पास कोई हुनर या कला हो, जो सिर्फ और सिर्फ उसी के पास है और उसकी इंडस्ट्री में काफी मांग भी हो। साथ ही उसके काम करने का तरीका काफी बेहतरीन है। ऐसी स्थिति में भी उस योग्य व्यक्ति का पुराने संस्थान में स्वागत किया जा सकता है।

आप इन सारे मापदंडों की पड़ताल करते हैं या नहीं, अंत में उस व्यक्ति के प्रति आपकी भावनाएं काफी मायने रखती हैं। आपको ही निर्णय लेना है और आगे बढ़ना है। अतीत की पड़ताल करना अच्छी बात है, मगर उससे भी ज़रूरी है जीवन में आगे बढ़ना।

डॉ राधाकृष्णन पिल्लई एक भारतीय मैनेजमेंट थिंकर है, लेखक और आत्म-दर्शन और चाणक्य आंविक्षिकी के संस्थापक हैं। डॉ पिल्लई ने तीसरी सदी ईसा पूर्व के ग्रंथ कौटिल्य के अर्थशास्त्र पर रिसर्च की है और इसे माॉडर्न मैनेजमेंट में शामिल किया है ।

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