ताजमहल

ताजमहल: दुनिया के सात अजूबों में से एक

ताजमहल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसकी सफेद संगमरमर की दीवारों पर बनी कलाकृतियां बेहद ही खूबसूरत हैं। इस अजूबे को देखने लोग दुनिया भर से आते हैं और इसके सामने अपने प्यार की कसमें खाते हैं।

दुनिया भर में बने सात अजूबों में से एक है ताजमहल। यमुना नदी के किनारे बनी हुई ये खूबसूरत इमारत मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी तीसरी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाई थी। ताजमहल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसकी सफेद संगमरमर की दीवारों पर बनी कलाकृतियां बेहद ही खूबसूरत हैं। इस अजूबे को देखने लोग दुनिया भर से आते हैं और इसके सामने अपने प्यार की कसमें खाते हैं।

सदियों से ताजमहल खुद में कई कहानियां लिए यूं ही मजबूत खड़ा है। इसके एक ओर बहती यमुना और हरियाली ताजमहल को और भी खूबसूरत बनाए रखती है। यूं तो ताजमहल का भ्रमण करने आने वालों की भीड़ पूरे दिन ही लगी रहती है, पर शरद पूर्णिमा के दिन ताज का दीदार देखते ही बनता है। इस दिन चांद अपने पूरे चरम पर होता है और इस खूबसूरती को निहारने वालों की भीड़ भी काफी ज़्यादा होती है। चांद की रौशनी ताज पर कुछ ऐसे पड़ती है जैसे ताज को कोई दूध से नहला रहा हो। इस मनमोहक दृश्य का गवाह बनने बहुत से लोग दूर-दूर से आते हैं।

अपने हर रुप में ताज बेहद खूबसूरत है। जो भी एक बार ताज का दीदार कर ले, फिर उसका इसकी तारीफें करते मन नहीं भरता। चलिए आगे जानते हैं ताज और ताज के शहर आगरा के बारे में और भी बातें।

आगरा की यात्रा (Agra ki yatra)

आगरा उत्तरप्रदेश राज्य का तीसरा मुख्य जिला है। इस शहर की नींव मुगल बादशाह अकबर ने रखी थी। आप आगरा आने के लिए बस, रेल या अन्य यातायात के किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं। आगरा ताजनगरी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां प्यार की इमारत ताजमहल स्थित है। लेकिन, आगरा शहर में ताजमहल के अलावा भी काफी ऐसी जगहें हैं जो इतिहास और संस्कृति को खुद में समेटे हुए हैं

आगरा में बना आगरा किला जिसे अकबर ने बनवाया था, वो बिल्कुल दिल्ली के लाल किले से मिलता-जुलता है। आगरा किले का रंग भी लाल है। कहा जाता है कि आगरा लाल किले के अंतर एक सुरंग है, जो दिल्ली के लाल किले से जाकर मिल जाती है। बादशाह अकबर इस सुरंग का इस्तेमाल युद्ध के समय छिपने के लिए करते थे।

आगरा में मौजूद मीना बाज़ार मैदान, जहां एक वक्त पर मीना बाज़ार लगा करता था, आज भी मौजूद है। वहीं आराम बाग, इत्माद-उड़-दौला, टॉम्स ऑफ अकबर और गुरूद्वारा गुरु का ताल से लेकर अन्य बहुत-सी ऐसी ऐतिहासिक जगह आगरा में मौजूद हैं, जहां आप घूम सकते हैं। आगरा की हर गली अपनी छोटी-छोटी कहानियां लेकर आपका इंतज़ार कर रही है। आइए अब थोड़ा जानते हैं आगरा के सबसे खास ताजमहल के बारे में।

आगरा का ताजमहल (आगरा का ताजमहल)

ताज नगरी नाम से मशहूर आगरा की शान ताजमहल है। यहां हर रोज हज़ारों की संख्या में लोग इसकी खूबसूरती से दो चार होने आते हैं। इसकी नींव बादशाह शाहजहां ने मुमताज की याद में रखी थी। इन दोनों के प्यार की निशानी ताजमहल में, शाहज़हां और मुमताज की कब्रें बनी हुई हैं।

इसका निर्माण 22,000 से अधिक शिल्पकारों, श्रमिकों, मूर्तिकारों, सुलेखकों और वास्तुकारों ने मिलकर किया। उन्होंने अपने जीवन के 22 साल अपने राजा के लिए कुर्बान कर दिए। यहां तक कि जिन मजदूरों ने ताजमहल को इतनी खूबसूरती दी उनके हाथों को काट दिया गया ताकि वो लोग दोबारा इतनी सुन्दर रचना न कर सकें।

ताजमहल संगमरमर के पत्थरों से जगमगाती एक विशाल इमारत है। ये चारों तरफ़ से देखने पर बिल्कुल एक जैसा दिखाई देता है। कहा जाता है कि बादशाह धरती पर स्वर्ग जैसा कुछ बनाना चाहते थे। ताजमहल दुनिया भर की खूबसूरत इमारतों में से सबसे ज़्यादा खूबसूरत इमारत है तो ज़ाहिर सी बात है कि वो धरती पर कुछ-कुछ स्वर्ग जैसा ही दिखता है।

जमुना का तट इसकी सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है। अगर आपने अब तक ताजमहल नहीं देखा तो मेरी आपसे राय है कि एक बार आगरा आकर अपनी आंखों से ताजमहल की खूबसूरती के गवाह ज़रूर बनें।

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