पूरे विश्व में घूमने के लिए एक से एक बढ़िया जगह है, जहां जाने की सपना हम हर दिन देखते हैं। ऐसी ही एक जगह है कर्नाटक में बसा हिल स्टेशन कूर्ग, जहां जाने की सपना हर कोई देखता है। कूर्ग हिल स्टेशन को इंडिया का स्कॉटलैंड (Scotland of India) भी कहा जाता है। कूर्ग जन्नत जैसी प्राकृतिक खूबसूरती से घिरा हुआ है। अगर आप रोमांच के शौकीन हैं और नेचर से प्यार करते हैं, तो आपको एक बार ज़रूर कूर्ग हिल स्टेशन घूमना चाहिए। कूर्ग मसालों और कॉफी के बगानों के लिए भी काफी फेमस है। यहां पहुंचने के बाद मसालों और कॉफी की महक सांसों में जाने के साथ ही आपका दिल और मन दोनों खुश हो जाएगा। यहां घने जंगल हैं, तो मनमोहक प्राकृतिक नज़ारे भी।
कूर्ग को कोडगु के नाम से भी जाना जाता है। यहां सूर्यास्त देखने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं। हरी-भरी घाटी और धुंध में छिपे पहाड़ों की खूबसूरती देखते ही बनती है। कूर्ग हिल स्टेशन से ही कावेरी नदी निकलती है। यहां की खूबसूरत वादियां, हरे-भरे जंगल, पहाड़ इतने सुंदर हैं कि दिल करता है बस इन्हें ही निहारते ही रहें। यहां आकर आप सुकून, शांति पा सकते हैं और नेचर का लुत्फ उठा सकते हैं। सुबह में ओस से ढंके जंगल और पहाड़, धुंध से चारों ओर से घिरी घाटियां और दूर-दूर तक फैले कॉफी के बगान आपकी यात्रा को रोमांच से भर देंगे। साथ ही कावेरी नदी का तट इतना सुंदर है कि आपको यहां से वापस जाने का ही मन नहीं करेगा। तो चलिए सोलवेदा हिंदी के साथ आप भी कूर्ग हिल स्टेशन की यात्रा पर, जहां खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों के साथ-साथ, यहां के फेमस डेस्टिनेशन की भी आपको हम सैर करवाएंगे।
कूर्ग हिल स्टेशन के पर्यटन स्थल (Coorg hill station ke paryatan sthal)
ब्रह्मागिरी पहाड़ियां कूर्ग (Brahmagiri Pahadiyan Coorg)
अगर आप भी प्रकृति से प्यार करते हैं और अलग-अलग जगहों की यात्रा करना पसंद करते है, तो आप एक बार ब्रह्मागिरी पहाड़ियों में जाएं। यहां की हरी-भरी पहाड़ियां और उसमें पगडंडियों पर चलना आपके लिए सुकून भरा होगा। इन पहाड़ियों में आप ट्रैकिंग कर सकते हैं। साथ ही यहां आप नीलगिरी लंगूर, चीतल, उड़ने वाली गिलहरी, तेंदुआ के अलावा कई अन्य जंगली पशु-पक्षी भी देख सकते हैं।
मडिकेरी है कूर्ग का दिल (Madikeri hai Coorg ka dil)
कूर्ग का दिल मडिकेरी को कहा जाता है, जो कि काफी बड़ा इलाका है। यहां के स्थानीय लोग इसे मरकरा भी कहते हैं। यहां एक मंदिर है, जो काफी फेमस है। इस मंदिर का निर्माण हलेरी वंश के राजा लिंगराजेंद्र द्वितीय ने करवाया था। मंदिर में एक तालाब है, जहां काफी मछलियां हैं। यहां आप अपना कुछ समय बिता सकते हैं, जो सुकून भरा होगा।
यहां से बाहर निकलते ही राजा की गद्दी है, जो एक खूबसूरत और हरे-भरे बाग में है। यही वो जगह है, जहां राजा अपनी शाम बिताया करते थे। यहां अगर आप शाम के समय पहुंचेंगे, तो डूबते सूरज का नज़ारा आपको काफी लुभावना लगेगा। मडिकेरी में एक किला भी है, जिसका निर्माण मुद्दूराजा ने करवाया था और बाद में इस किले का फिर से निर्माण टीपु सुल्तान ने करवाया था।
कावेरी का उद्गम तलकावेरी (Kaveri ka udgam talakaveri)
मडिकेरी से कुछ ही दूरी पर कावेरी नदी का उद्गम स्थल तलकावेरी है। समुद्र तल से इस जगह की ऊंचाई 4500 फीट है। कूर्ग के स्थानीय लोग यहां की पूजा करते हैं। कावेरी नदी के सम्मान में यहां हर साल 17 अक्तूबर को कावेरी संक्रमण त्योहार मनाया जाता है, जिसमें काफी दूर-दूर से हिंदू धर्म को मानने वाले श्रद्धालु आते हैं। यहां एक मंदिर भी है, जिसमें कुंड है। इसी कुंड में श्रद्धालु नहाते हैं और फिर पूजा करते हैं। मंदिर में एक सीढ़ी है, जहां से ऊपर पहाड़ी के टॉप पर पहुंच सकते हैं। इस जगह से आपको पूरे कूर्ग की हरियाली की चादर ओढ़े खूबसूरत-सा इलाका दिखेगा।
एबी वाटर फॉल (AB Water Fall)
मडिकेरी शहर से करीब आठ किलोमीटर दूर एबी वाटर फॉल है, जो एक प्राइवेट कॉफी एस्टेट के अंदर है। यहां पहुंचते ही आपको चारों ओर कॉफी और मसालों का बगान दिखेगा। साथ ही वाटर फॉल से गिरते पानी की रोमांचक आवाज़ सुनाई देगी। एबी वाटर फॉल के सामने ही हैंगिंग ब्रिज है, जिसपर खड़े होते ही वॉटर फॉल से उड़ते पानी के छींटे आपको अलग ही एहसास कराएंगे।
दक्षिण का काशी भागमंडल (Dakshin ka kashi bhagamandal)
भागमंडल, जिसे दक्षिण का काशी कहा जाता है, मडिकेरी से 40 किमी की दूरी पर है। यहां पर भगंद ऋषि ने शिवलिंग स्थापित करवाया था। यहां पर तीन नदियों का संगम है कावेरी, कनिका और सुज्योति। यहां पर काफी प्राचीन भागंदेश्वर मंदिर है, जो हिंदु धर्म को मानने वालों के लिए पवित्र स्थानों में से एक है। यहां पर महाविष्णु, सुब्रमन्यम और गण्पति मंदिर भी है, जो केरल शैली में बने हुए हैं।
हरंगी बांध (Harnagi Bandh)
ट्री हाउसों के लिए प्रसिद्ध हरंगी, मडिकेरी से करीब 40 किमी दूर है। हरंगी बांध पिकनिक स्पॉट के रूप में काफी फेमस है। यह बांध कावेरी नदी पर बना हुआ है। साथ ही यहां चारों ओर जंगल होने के साथ ही हरियाली छाई हुई रहती है, जो यहां पहुंचने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
कूर्ग के कॉफी एस्टेट (Coorg ke coffee state)
कूर्ग एशिया का सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक क्षेत्र है। यहां आपको चारों ओर कॉफी के हरे-भरे बगान दिखेंगे। इसके अलावा यहां काली मिर्च की भी खेती होती है। लेकिन, यहां की कॉफी पूरे विश्व में फेमस है।
अगर आपको नेचर से प्यार है और सुकून के कुछ पल आप बिताने चाहते हैं, तो कूर्ग हिल स्टेशन से सुंदर और बेहतरीन जगह और कोई नहीं है। सोलवेदा हिंदी का यह सफरनामा आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह की और भी यात्राओं पर चलने के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।