रोने के फायदे और नुकसान

क्या आप जानते हैं रोने के 7 फायदे?

कहते हैं कि जब दिल पर ज़रूरत से ज़्यादा भावनात्मक बोझ महसूस हो, तब रो कर मन हल्का कर लेना चाहिए। रोने से मन हल्का हो जाना एक सकारात्मक प्रतिक्रिया है पर रोने के कुछ अपने फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं।

रोना एक सामान्य भावना है। जब भी किसी का दिल दुखता है या दर्द होता है तो आंखों से आंसू निकलने लगते हैं। रोना सिर्फ दर्द बयान नहीं करता बल्कि खुशी भी ज़ाहिर करता है, यानी जब बहुत सी भावनाएं आपस में मिल जाती हैं तो हम रो देते हैं। कभी-कभी ये भावनाएं इतनी ज़्यादा बढ़ जाती हैं कि हम चाह कर भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पाते। अक्सर हमने लोगों को कहते सुना है कि ‘रोओ मत, चुप हो जाओ।’ लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि कभी कभी खुलकर रोना भी हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है।

कहते हैं कि जब दिल पर ज़रूरत से ज़्यादा भावनात्मक बोझ महसूस हो, तब रो कर मन हल्का कर लेना चाहिए। रोने से मन हल्का हो जाना, एक सकारात्मक प्रतिक्रिया है। हालांकि, रोने के कुछ अपने फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं। आज मैं आपको सोलवेदा के साथ रोने के फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रही हूं।

रोने से होते हैं कुछ नुकसान (Rone se hote hain kuch nuksan)

जैसे हंसना, दुखी होना और गुस्सा आना, भावनात्मक प्रतिक्रिया हैं, वैसे ही रोना भी उन्हीं में से एक है। हर चीज़ के दो पहलू होते हैं, ठीक वैसे ही रोने के फायदे और नुकसान भी हैं। पर मैं आपको रोने के फायदे बताने से पहले रोने के नुकसान बता देना चाहती हूं।

बुरा लगने पर, दिल टूटने पर या कोई गहरा घाव लगने पर हमें रोना आता है। रोने में यूं तो कोई बुराई नहीं है, पर रोने से हमें कुछ नुकसान भी झेलने पड़ते हैं। जी हां, ज़्यादा रोने से शारीरिक स्वास्थ्य पर कुछ गहरे असर पड़ते हैं। रोने से हमारे इम्यूनिटी सिस्टम पर कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। आंखों की रौशनी कम होने की वजह भी कभी-कभी ज़्यादा रोना हो सकता है। साथ ही, सिर दर्द और माइग्रेन की समस्याएं भी रोने से पैदा हो जाती है। लम्बे वक्त तक रोते रहने से आंखों का सूखापन और मानसिक तौर पर अकेलापन महसूस होना भी एक परेशानी है।

किसी चीज़ की भी अति खराब होती है। रोने के साथ भी कुछ ऐसा ही है। अगर हर वक्त रोते रहेंगे तो शरीर को फायदे होने की जगह नुकसान झेलने पड़ेंगे।

जानें रोने के 7 फायदे (Janein rone ke 7 fayde)

अब तक आपने अधिक रोने के नुकसान के बारे में जाना। अब जब रोने की बात हो रही है, तो रोने के फायदे जानना भी तो ज़रूरी है, तो चलिए जानते हैं रोने के फायदे।

त्वचा निखरती है 

बहुत से अध्ययनों की मानें तो, रोना किसी बहुत ही बढ़िया कम्पनी की ब्यूटी क्रीम से भी ज़्यादा निखार ला सकता है। जब हम रोते हैं, तब हमारे चेहरे में खून का बहाव बढ़ जाता है, जिससे चेहरा चमकदार दिखता है। इसके अलावा जब हम खुलकर रोते हैं तो हमारी सारी चिंताऐं आंसुओं के साथ बाहर निकल जाती हैं, जिससे हमारे दिल को आराम मिलता है और इसका असर चेहरे पर भी दिखता है।

रोना दवा भी है 

जब हम रो लेते हैं तो इससे पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिव हो जाता है, जिससे शरीर को आराम महसूस होता है और पाचन में सुधार होता है। रोने से एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है जो दर्द को कम करता है, और हमें स्वस्थ रखता है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद 

रोने के सकारात्मक प्रभाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य (Mental wellbeing) पर भी पड़ते हैं। आंसुओं के ज़रिए हमारे अंदर भरा दर्द और भावनाएं बाहर आ जाती हैं, जिससे तनाव कम होने में मदद मिलती है।

नींद होती है बेहतर 

रोने के फायदे बहुत हैं, और उनमें एक है नींद की बेहतरी। जब रोने के बाद आंखें थक जाती हैं तो हम बेहतर ढंग से सोते हैं। रोने के बाद नींद गहरी और आरामदायक आती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि अच्छी नींद लेने के लिए थोड़ा रोना भी ज़रूरी है।

नकारात्मकता दूर होगी

रोने से हमारे अंदर मौजूद सारे टॉक्सिन केमिकल्स निकल जाते हैं, और हम फील गुड महसूस करते हैं। जिससे हमारे विचारों में सकारात्मकता आती है।

दिल के स्वास्थ्य के लिए है अच्छा

रोना आपके दिल का ख्याल भी रखता है। जो लोग कभी नहीं रोते उनके इमोशन उनके अंदर ही रहते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने की परेशानी हो सकती है। रोना ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकता है। कुछ रिसर्च की मानें तो रोना धीरे-धीरे दिल की बीमारियों को भी कुछ हद तक ठीक कर सकता है।

दिमाग को मिलता है सुकून

जब हमें किसी की बात बुरी लगती है या फिर किसी और कारण से हमें रोना आ रहा होता है, लेकिन फिर भी हम नहीं रोते। ऐसे में हमारे दिमाग में स्ट्रेस और बढ़ जाता है, जो गुस्से या चिड़चिड़ाहट के रूप में बाहर आता है। लेकिन, अगर आप अकेले में ही सही, लेकिन खुलकर रो लेते हैं तो दिमाग रिलैक्स हो जाता है। आप अक्सर देखेंगे रोने के बाद ज़्यादा गुस्सा करने वाले व्यक्ति का भी गुस्सा शांत हो जाता है। एक तरह से कहा जाए तो रोना दिमाग को स्ट्रेस फ्री रखता है।

क्या आप रोने के बाद अच्छा महसूस करते हैं हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।

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