मेडिटेशन

कैसे है मेडिटेशन दिमाग को रिस्टार्ट और शांत करने का रिमोट

मेडिटेशन के बारे में आपने जरूर सुना होगा, कई लोगों को इसका अभ्यास करते हुए भी देखा होगा, खुद भी एक-आध बार करने की कोशिश की होगी …लेकिन हो सकता है फिर आपको ये आसान नहीं लगा होगा या बोरिंग लगा होगा। हममें से कई लोग यही गलती करते हैं। जैसे आप किसी नए इंसान को एक मुलाकात में नहीं जान सकते, वैसे ही आप ध्यान के लाभ को दस मिनट में नहीं समझ सकते।

आप सुबह उठकर भी शांत महसूस नहीं करते, अपने काम और पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते, दिमाग में आने वाले विचारों पर आपका कोई कंट्रोल नहीं है और आप चाहे जितनी ही कोशिश क्यों न कर लें लेकिन अंदर से खुश नहीं रह पाते …क्या आपने सोचा है ये सब आपके साथ क्यों होता है?

एक बार अगर हम सब अपनी जिंदगी के बारे में सोचे तो हमें क्या देखने को मिलेगा? यही कि हम हर पल भाग रहें हैं, थोड़ा और पाने की इच्छा में। सड़क पर तेज भागती हुई गाड़ियां, रात में फोन पर भागती हुई हमारी उंगलियां, सुबह ऑफिस या कॉलेज की तरफ भागना, नौकरी में किसी और से आगे भागना….इस तेज भागती जिंदगी में क्या हम अपने दिमाग में एक ब्रेक देते हैं? .. नहीं!

दूसरी तरफ हम हमेशा कुछ नया देखने की उत्सुकता में रहते हैं, कोई नई फिल्म, कोई नया दोस्त, कोई नई पार्टी तो कभी कोई नई जगह। लेकिन, हम खुद के अंदर देखना, खुद के अंदर की आवाज को सुनना भूल जाते हैं। अपनी आंखों को बंद करके एक बार भी हम अपने अंदर देखने की कोशिश नहीं करते।

यही कारण है कि आज हममें से लाखों-करोड़ों लोग बेचैन, परेशान और असंतुष्ट हैं। हमारी जिंदगी में सब कुछ है सुकून के सिवा। हां ..बेशक आप ये सुकून पहाड़ों में, समंदर की लहरों में ढूंढ सकते हैं लेकिन ये हर बार कर पाना संभव नहीं होता।

यहां जरूरत पड़ती है ध्यान लगाने की। यकीन मानें, ध्यान आपके दिमाग को रिस्टार्ट और शांत करने का रिमोट है। इसके बारे में आपने जरूर सुना होगा, कई लोगों को इसका अभ्यास करते हुए भी देखा होगा, खुद भी एक-आध बार करने की कोशिश की होगी …लेकिन हो सकता है फिर आपको ये आसान नहीं लगा होगा या बोरिंग लगा होगा। हममें से कई लोग यही गलती करते हैं। जैसे आप किसी नए इंसान को एक मुलाकात में नहीं जान सकते, वैसे ही आप ध्यान के लाभ को दस मिनट में नहीं समझ सकते।

आइए देखते हैं ध्यान किस तरह से हमारे दिमाग को शांत करता है और मेडिटेशन के क्या-क्या फायदे हैं।

आपकी जिंदगी में मेडिटेशन ला सकता है कुछ ऐसे सकारात्मक बदलाव:

तनाव भरी जिंदगी में सुकून लाता है ध्यान

सुबह के वक्त ताजी हवा में अगर आप हर दिन ध्यान लगाते हैं यानि मॉर्निंग मेडिटेशन करते हैं तो आप महसूस करेंगे कि ये आपके अंदर के तनाव को शांत कर रहा है। हम तनाव तभी महसूस करते हैं जब हमारा ध्यान ऐसी चीजों की ओर हो, जो हमें बेचैन कर दे। मेडिटेशन से आप अपने मन को अपनी सांस पर या किसी आवाज पर केंद्रित करते हैं। ऐसे में आपका मन बेचैन करने वाली बातों की बजाय आप पर फोकस कर रहा होता है। कुछ इस तरह से ध्यान स्ट्रेस को मैनेज करने में मददगार है।

ध्यान लगाने के बाद होता है खुशी का एहसास

आप वर्कआउट कर रहें हैं, अपनी पसंद का कोई काम कर रहें हैं या फिर एकाग्रता से ध्यान लगा रहें हैं। इन सभी एक्टिविटी में शरीर में डोपामिन, सेरोटोनिन और एन्डोरफिन हार्मोन रिलीज होते हैं। डोपामिन हार्मोन आपको अच्छा महसूस कराता है, सेरोटोनिन डिप्रेशन यानि अवसाद को कम करता है और एन्डोरफिन आपको खुश महसूस कराता है साथ ही बदन दर्द को भी कम करता है। जब आप नियमित रूप से ध्यान लगाते हैं तो ये तीनों हार्मोन आपकी शरीर में रिलीज होते हैं, जिसे धीरे-धीरे आप अंदर से बेहद खुश महसूस करने लगते हैं

निखरी त्वचा के लिए प्राकृतिक क्रीम है मॉर्निंग मेडिटेशन

स्किन तभी ग्लो करती है जब आप अंदर से हेल्दी हो। आप चाहे कितने भी महंगे प्रोडक्ट लगा लें लेकिन अगर आप अंदर से स्वस्थ नहीं है तो स्किन भी बेजान ही दिखेगी। ध्यान के वक्त जब आप गहरी सांस अंदर खींचते हैं तो अधिक ऑक्सीजन आपके शरीर के अंदर जाता है। ये ऑक्सीजन आपकी त्वचा को अंदर से बेहतर बनाता है। नियमित रूप से अगर मॉर्निंग मेडिटेशन किया जाए तो चेहरे पर आने वाली हल्की रेखाओं से भी छुटकारा मिल सकता है।

फोकस बढ़ाने की इच्छा है तो करें मेडिटेशन

मेडिटेशन करके जो चीज आप सबसे पहले महसूस करेंगे वो है आपकी एकाग्रता में वृद्धि। ऐसा इसलिए है क्योंकि ध्यान का पहला स्टेप ही है खुद पर, खुद की सांसों पर, ध्यान लगाना। ध्यान के वक्त दिमाग को बाहरी दुनिया से काटकर अपने शरीर की अंदरूनी दुनिया में ले जाना होता है। ऐसा करते वक्त शरीर की हर इंद्री किसी एक चीज पर ध्यान लगा रही होती है। इसकी मदद से फोकस अच्छा होने लगता है।

गलत आदतों से छुटकारा दिलाता है ध्यान

अगर आपको स्मोकिंग, सोशल मीडिया एडिक्शन जैसी किसी भी लत को छोड़ना है तो ध्यान आपके लिए सही रास्ता है। वैसे तो मेडिटेशन के कई प्रकार होते हैंऔर सभी तरह के ध्यान के अलग-अलग फायदे भी होते हैं। लेकिन, गलत आदतों को छोड़ने के लिए आप माइंडफुलनेस मेडिटेशन का अभ्यास कर सकते हैं।

इसके लिए जब आप ध्यान लगाएं तो सबसे पहले अपनी गलती को स्वीकार करें, फिर सोचें कि आप उसे क्यों छोड़ना चाहते हैं और फिर अपने दिमाग में उस आदत को छोड़ते हुए तस्वीर बनाएं। इससे आप अपने दिमाग को ट्रेन करेंगे उस आदत को छोड़ने के लिए। नियमित अभ्यास से आप खुद इसका फायदा देखेंगे।

यादाश्त बढ़ाने में मददगार है मेडिटेशन

चेतना और अनुभूति पर किए गए एक रिसर्च में देखा गया कि जिन लोगों ने हफ्ते में चार दिन, 20 मिनट के लिए ध्यान लगाया उनका स्ट्रेस लेवल कम हुआ और उनकी यादाश्त भी अच्छी हुई। ध्यान न लगाने वाले लोगों के मुकाबले, ध्यान लगाने वाले लोगों में काम से जुड़ी मेमोरी बेहतर होती हुई देखी गई। अगर आप भी अक्सर बातें भूल जाते हैं तो ध्यान के जरिए इसे आप ठीक कर सकते हैं।

मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखता है ध्यान

मेडिटेशन के कई फायदे हैं, लेकिन जो फायदा सबसे बड़ा है वो है मेंटल हेल्थ का बेहतर होना। ध्यान में दिमाग का पूरी तरह इस्तेमाल होता है, जिससे दिमाग से जुड़ी कई परेशानियां ठीक होती हैं जैसे – स्ट्रेस, डिप्रेशन, मन का भटकना आदि। मेंटल हेल्थ की समस्या से जूझ रहे लोगों को ध्यान का अभ्यास जरूर करना चाहिए।

आज हमनें आपको ध्यान लगाने के फायदों के बारे में बताया। ऊपर बताए गए लाभों के अलावा भी मेडिटेशन शरीर की कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में सक्षम है। ऐसी ही अन्य जानकारी वाले आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

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