शारीरिक स्वास्थ्य

भाग-दौड़ की ज़िंदगी में अपने शारीरिक स्वास्थ्य का कितना ख्याल रख रहें हैं आप?

शरीर में अंदर ही अंदर जाने कितनी क्रियाएं चलती रहती हैं। कब हम किस बीमारी के शिकार हो जाए ये जानना बहुत मुश्किल है। पर हम अपनी सेहत का ध्यान रखकर ऐसा होने से खुद को बचा सकते हैं।

हाल ही में हम सब एक भयानक दौर से गुज़रे हैं। कोरोना ने न जाने कितने परिवारों को बर्बाद कर दिया। जाने कितने लोगों ने अपनों को ज़िंदगी से जंग लड़ते देखा। उनमें से बहुत लोग वो लड़ाई हार गए और बहुत लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कोरोना को हरा दिया और ज़िंदगी की नयी शुरुआत की। पर इसके बाद लोगों में काफी हद तक शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जागरूकता आई।

हम अपने आप को स्वस्थ कब मानते हैं? इसका जवाब है, जब हमें कोई बीमारी नहीं हो। लेकिन ज़रूरी नहीं कि अगर हम में किसी बीमारी के लक्षण नहीं है तो हम स्वस्थ ही हैं। शरीर में अंदर ही अंदर जाने कितनी क्रियाएं चलती रहती हैं। कब हम किस बीमारी के शिकार हो जाए ये जानना बहुत मुश्किल है। पर हम अपनी सेहत का ध्यान रखकर ऐसा होने से खुद को बचा सकते हैं।

हम सभी को अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा समय निकाल कर अपने शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए।

शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व (Sharirik swasthye ka mahatv)

‘पहला सुख निरोगी काया’ यानी अगर शरीर बीमारियों से मुक्त है तो यही सबसे पहली या सबसे उत्तम सुख की बात है। हम सबको अपने आपको स्वस्थ रखने की तरफ ध्यान देना चाहिए। हम सब अपने दिनचर्या में बहुत से काम पूरे करते हैं। काम को पूरा करने और वक्त पर पूरा करने के लिए यह बहुत ज़रूरी है कि हमारा शरीर स्वस्थ हो। जब शरीर में ऊर्जा होगी तभी हमारा मन किसी भी काम में लग पाता है।

शारीरिक स्वास्थ्य का सबसे बड़ा महत्व यही है कि हम जो भी करना चाहे, सोचना चाहे या बोलना चाहे, सबकुछ हमारे स्वास्थ्य पर ही निर्भर करता है। सांस लेने तक से लेकर मुस्कुराने तक में शारीरिक स्वास्थ्य का योगदान होता है। इसीलिए शरीर को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है। छोटे-छोटे प्रयास करके हम अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त रख सकते हैं, इसके बारे में हम आगे जानेंगे।

शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के लक्षण (Sharirik roop se swasth hone ke lakshan)

शारीरिक स्वास्थ्य के लक्षण आप खुद पर बारीकी से नजर रखकर ही देख सकते हैं। जब हम स्वस्थ होते हैं तो हम अपने काम को समय पर और बिना थके पूरा कर पाते हैं। बीमारियों से दूर रहते हैं और भविष्य में भी किसी नई बीमारी का खतरा भी हमें नहीं होता। बिना थके अपनी दिनचर्या बिताना आसान होता है। शरीर सही होता है और हम दूसरों की मदद करने के भी काबिल होते हैं। शरीर में स्फूर्ति होने से मन भी प्रसन्न रहता है, जिससे मानसिक  स्वास्थ्य  पर  असर सकारात्मक रूप से पड़ता है।

अपने शरीर की मौजूदा स्थिति पर ध्यान देकर आप जान सकते हैं कि आपके अंदर शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के लक्षण हैं या नहीं।

शरीर को स्वस्थ रखने के कुछ दैनिक उपाय (Sharir ko swasth rakhne ke kuch dainik upay)

व्यायाम और योग

सुबह जल्दी उठकर थोड़ा व्यायाम करने से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। हमें ज़्यादा नहीं बस थोड़ा-सा वक्त रोज़ मेडिटेशन और व्यायाम करना चाहिए। इसके लिए आपके पंद्रह मिनट भी बहुत हो सकते हैं।

मार्निंग वॉक

सुबह उठकर अपने आस-पास बनी किसी पार्क में जाकर टहलना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। हरियाली मन को सुकून देती है, जिससे हृदय गति ठीक रहती है।

अच्छा खान-पान

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक खाना बहुत ज़रूरी है। खाना खाने से शरीर को ताकत मिलती है। पौष्टिक और स्वच्छ खाना हमें बीमारियों से लड़ने के काबिल बनाता है। कोशिश करें कि जो भी आप खा रहे हैं उसमें वसा की मात्रा कम और पोषण ज़्यादा हो ताकि शरीर स्वस्थ बना रहे।

खुश रहें

हेल्दी रहने के लिए खुश रहने का मंत्र अपनाएं। वो काम करें जिसमें आपको खुशी मिलती हो। रोज़ आइने के सामने मुस्कुराएं। यह आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार साबित होगा।

हम उम्मीद करते हैं अपनी व्यस्त ज़िंदगी से समय निकालकर आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान ज़रूर देंगे।

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