योग आध्यात्म का मार्ग है। योग मात्र एक फिजिकल एक्टिविटी या एक्सरसाइज नहीं है बल्कि योग की परिभाषा इससे काफी आगे है। एक तरह से देखा जाए तो योग आपके सपनों को पूरा करने का एक जरिया है। अब चाहे आपको अच्छी त्वचा की चाहत हो या फिर ध्यान एकाग्र करने की या फिर किसी बीमारी से राहत पाने की…योग से ये सब हासिल किया जा सकता है।
नियमित रूप से योग का अभ्यास करने वाले लोग शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। उनके चेहरे पर योग के कारण एक अलग-सी चमक होती है। आज के आधुनिक समय में लोगों के पास हर चीज के लिए वक्त होता है लेकिन खुद के लिए नहीं। हमनें से कई लोग हर रोज सोचते हैं कि हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहे, हम फिट दिखें, हमें किसी बीमारी का खतरा न हो…लेकिन इसके लिए सही कदम उठाने में पीछे हट जाते हैं।
अगर आप भी अपनी जिंदगी को एक नई दिशा देना चाहते हैं तो आज से योग का अभ्यास करना शुरू करें। योग में कुल 84 आसान होते हैं। प्राणायाम और ध्यान योग के अभिन्न अंग हैं।
योग भारत से निकलकर पूरे विश्वभर में अपना परचम लहरा चुका है। आप आज ज्यादातर देशों में लोगों को योग की तरफ आकर्षित होता हुआ देखेंगे। विश्वभर में योग के सकारात्मक प्रभाव और ख्याति को देखते हुए भारत सरकार ने इसे एक सराहनीय कदम माना और साल का एक दिन सिर्फ योग के नाम कर दिया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
इस खास दिन का नाम है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिसे हर साल 21 जून के दिन विश्वभर में मनाया जाता है। सदियों से भारत की संस्कृति में योग-साधाना शामिल है। 27 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए भारत सरकार ने 21 जून 2015 को पहली बार वर्ल्ड योग डे मनाया था। इसका नेतृत्व भारत की ओर से किया गया था, जिसमें दिल्ली के राजपथ पर 35 हजार से भी अधिक लोगों ने योग-साधना की थी। 2015 के योगा डे में कुल 84 देशों के प्रतिनिधित्व किया था। यह आयोजन इतना बड़ा था कि इसे गिनीज ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में भी शामिल किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लें फिट रहने का प्रण
जरा सोचकर देखें कि योग ने पूरी दुनिया पर कैसा जादू कर रखा है कि 21वीं सदी में योगा के नाम, साल का एक दिन कर दिया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दुनिया के अन्य लोगों की तरह आप भी प्रण लें कि योग के जरिए आप भी खुद को फिट और निरोग रखेंगे। भारतीय शास्त्रों में योग को कई बीमारियों का रामबाण इलाज भी बताया गया है। अगर आप नियमित रूप से योग करेंगे तो आप हर दिन खुद में सकारात्मक बदलाव देखेंगे। आइए विस्तार से देखते हैं कि आखिर एक व्यक्ति के जीवन में योग किस तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है।
योग के फायदे क्या हैं?
भारतीय लेखक और आध्यात्मिक गुरु अमित रे ने कहा है कि “योगा एक धर्म नहीं है बल्कि यह विज्ञान है, रख-रखाव का विज्ञान, सौन्दर्य का विज्ञान, एकीकृत दिमाग, शरीर और आत्मा का विज्ञान।” यह 5000 साल से भी पुरानी कला है, जो आज के समय में भी उतनी ही प्रभावशाली है जितना पहले थी।
शरीर की अकड़न से राहत
आज की लाइफस्टाइल काफी खराब है, जिससे हमारे बैठने, सोने, चलने…लगभग हर एक्टिविटि का पॉशचर बिगड़ चुका है। ऐसे में योग शरीर को अपने आदर्श पॉशचर में लाने में मदद करता है। अगर आपके शरीर में हमेशा दर्द रहता, अकड़न रहती है तो योग आपको इनसे छुटकारा दिला सकता है।
मन होता है शांत
योग तन, मन और आत्मा की साधना है। नियमित रूप से योगाभ्यास करने पर आपको मन की शांति प्राप्त होगी। योग करने से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं, जिससे मन शांत लगता है।
तनाव और चिंता के लिए असरदार
अगर आप हमेशा किसी बात से दुखी या छोटी-छोटी बातों से चिंता में घिरे रहते हैं तो आपको अपनी जिंदगी में योग को शामिल करना चाहिए। योग दिमाग को शांत करता है और अनचाहे विचारों को दिमाग में आने से रोकता है, जिससे तनाव और चिंता से राहत मिलती है।
कई बीमारियों का है इलाज
अगर आपको ब्लड प्रेशर, डाइबीटीज, हड्डियों में दर्द जैसी बीमारियों से घिरे हैं तो आप एक एक्सपर्ट योगा टीचर की मदद ले सकते हैं। योग में हर बीमारी के लिए खास आसन और प्राणायाम हैं। इन्हें नियमित दोहाराने से कई बीमारियों का असर कम होता है।
दिमाग रहता है एलर्ट
योग आपको वर्तमान में रहना सीखाता है, डिसिप्लिन सीखाता है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन में दिमाग को एलर्ट रहने के लिए ट्रेन किया जाता है, जिससे आप अधिक सजग रहते हैं।
शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है
गलत खान-पान और गलत लाइफस्टाइल के कारण, अक्सर शरीर थका हुआ महसूस करता है। हालांकि, योगा इनसे निपटकर, शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने में भी सक्षम है।
शरीर में आता है लचीलापन
अक्सर छोटी-सी चोट लगने से भी लोगों की हड्डी टूट जाती है। योग सबसे अधिक शरीर को लचीला बनाने पर फोकस करता है। इससे हड्डी टूटने का खतरा कम होता है और टूटने पर हीलिंग की प्रक्रिया तेज होती है।
आती है विनम्रता
योग का अर्थ ही है बाहरी दुनिया के कटकर, खुद के अंदर झांकना। नियमित योग करने से आपको खुद के अंदर जब शांति महसूस होती है तब आप अधिक विनम्र बनते हैं।
योग के कई फायदे हैं। आज के समय में लोगों को योग करने की अधिक जरूरत है क्योंकि बाहरी दुनिया हमें अधिक बीमार बनाने में लगी है। आपने आज जाना कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब है और योग करने के क्या-क्या फायदे हैं। ऐसे ही जानकारी भरे आर्टिकल के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।