हममें से बहुत से लोग पढ़ने के महत्व को जानते ही हैं। हर साल नववर्ष के दिन हम अधिकाधिक पढ़ने का दृढ़निश्चय भी कर लेते हैं। बाद में जोश धीरे-धीरे ठंडा हो जाता है और हम कह देते हैं, ‘क्या करें काम इतना होता है कि समय ही नहीं मिलता।’ हममें से कुछ लोग एक-दो पुस्तकें पढ़कर छोड़ देते हैं लेकिन कुछ लोग पूरी लगन से जुटे रहते हैं और रोज़ पढ़ने की आदत डाल लेते हैं। इसके अनगिनत फायदे होते हैं। इसलिए पढ़ना आज की डिजिटल व व्यस्त दुनिया (Digital world) में भी बहुत लोकप्रिय है।
आप यदि रीडिंग हैबिट डेवलप (Reading habit develop) करते हैं तो उसके कई फायदे होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं- अभिव्यक्ति और भाषा में सुधार, शब्द-भंडार में वृद्धि, संवाद कौशल का विकास, संज्ञानात्मक गिरावट को रोकना और अवसाद से जूझने की क्षमता में वृद्धि होना। शोध से पता चला है कि 69 फीसदी सेवानियोजक अच्छे संवाद कौशल वालों की तलाश में होते हैं।
जैसा कि हम सोचते हैं पढ़ना हर बार बहुत आरामदेह नहीं होता। यदि हमारा बहुत व्यस्त जीवन हो तो पढ़ना कभी-कभी रोज़ के काम की तरह लग सकता है। फिर हम अतीत में बीते इस कीमती समय से क्या सीख लें?
रीडिंग हैबिट डेवलप (Reading habit develop) करने के लिए इन 7 आसान उपाय को जानें।
सही किताब चुनें
आरंभ में आप अपनी रुचि के अनुसार पढ़ें। यदि आप ऐसा नहीं करते तो आप जल्द ही ऊब जाएंगे और पढ़ना छोड़ देंगे। यदि आप न जानते हो कि क्या पढ़े, तो अपने दोस्तों, सहयोगियों और परिवार के सदस्यों से पूछें। इसका उद्देश्य यह है कि ऐसी किताब चुनें जो आपको आनंद दे। एक बार किताब पढ़कर पूरी कर लेते हैं तो फिर वही तरीका दोहराएं। कुछ समय बाद आप जान जाएंगे कि आपको कौन से विषय पसंद हैं।
हर समय किताबें साथ में रखें
समय के अभाव में रीडिंग हैबिट विकसित करने में कई लोग दिक्कतें महसूस कर सकते हैं। इसका बहुत आसान उपाय है, वह यह कि हर समय आप अपने साथ एकाध किताब रखा करें। इस तरह आपको पढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। काम पर जाते समय या रेस्तरां में अपने साथी का इंतजार करते समय आप किताब (Reading book) पढ़ सकते हैं। जो भी समय मिले पढ़ते चलें। यदि पुस्तकें आसानी से उपलब्ध हो तो आपकी रीडिंग हैबिट बन जाएगी।
पसंदीदा किताबों की सूची बनाएं
पढ़ने में रुचि होने के बावजूद कभी-कभी लोगों को पता ही नहीं होता कि वाकई पढ़ना क्या है। सही किताबें मिलने के बावजूद लोग इसी उधेड़बुन में पड़ जाते हैं कि किसे पहले पढ़े। ऐसी स्थिति में आप जो पढ़ना चाहते हैं उसकी उपयुक्त सूची बनाइए। समय निकालें और नोट कर लें कि आप क्या पढ़ना चाहते हैं और किस लेखक को पढ़ना चाहते हैं। ऐसे पुस्तकों की सूची से आपको पढ़ने की बार-बार प्रेरणा मिलती रहेगी।
50 के नियम का पालन करें
50 का नियम ऐसा सिद्धांत है जो आपको किताब पढ़ना रोकने के लिए इंगित करें। अपनी रुचि का विषय चुनें और पहले 50 पृष्ठ पढ़ लें। 50 पृष्ठों के बाद भी किताब के प्रति आपकी रुचि न जगें तो मान लीजिए कि यह किताब आपके लिए नहीं है। फिर भी यदि आप 50 पन्नों से आगे पढ़ते चले जाते हैं तो पढ़ना जारी रखें। इस तरह आप जान लें कि जो पुस्तकें आपकी रुचि नहीं जगातीं उन्हें पूरा पढ़ने की जरूरत नहीं है।
पढ़ने के लिए समय निर्धारित करें
पढ़ने से ध्यान केंद्रित करने की आपकी क्षमता में विकास होता है, आप संवेदना महसूस करते हैं और आपकी कल्पनाएं आकार लेने लगती हैं। लेकिन जैसा कि ऊपर कहा है, आप यदि बहुत व्यस्त रहते हैं तो पढ़ने के लिए समय निर्धारित करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने कार्यक्रम एक दिन पहले ही तय करें और उसमें पढ़ने के लिए कुछ समय बचाए रखें। पढ़ने के लिए 10 या 15 मिनट भी मिले तो कोई बात नहीं; बशर्तें कि आप समय का निरंतर पालन करें। ऐसा करने से आप पढ़ने का प्रबुद्ध फैसला करते हैं, जिससे रोज पढ़ने की आदत विकसित करने में सहायता होगी।
छोटे से शुरुआत करें
आपने लाइब्रेरी से जो किताब ली है वाकई आप उसे पढ़ना चाहते हैं, लेकिन उसे पूरा करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। आप कुछ पन्ने पढ़ते हैं और फिर आपका ध्यान बंट जाता है। महीनों तक वही किताब आपके हाथ में होती है लेकिन कभी ठीक से पढ़ी नहीं जाती। यदि आप ऐसी अवस्था से परेशान हैं तो आपको अपना नजरिया बदलना होगा। छोटे-छोटे कदम उठाकर आप रीडिंग हैबिट विकसित कर सकते हैं। प्रतिदिन कुछ पन्ने पढ़ने या एक समय में एक अध्याय पूरा करने से रीडिंग हैबिट बन सकती है। ध्यान रहें कि ऐसा तय न करें कि आपको पूरा उपन्यास अभी के अभी खत्म करना ही है। यदि आप अपने लक्ष्य के छोटे-छोटे चरण तय करते हैं तो आप अपने लक्ष्य तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
बुक क्लब का सदस्य बनें
रीडिंग हैबिट विकसित करने के लिए बुक क्लब का सदस्य बनना बेहतर तरीका है। यदि आप पुस्तक लेते हैं और उसे कभी पूरा नहीं कर पाते तो बुक क्लब से और अधिक पढ़ने की प्रेरणा आपको मिल सकती है। जब आप अन्य पाठकों के साथ होते हैं तो आप शैली और रीडिंग हैबिट के बारे में अधिक जान सकते हैं। इससे पढ़ने के प्रति आपकी रुचि और बढ़ सकती है।