पढ़ने का लक्ष्य

किताबें पढ़ने का जुनून जगाने के लिए इन 5 बातों पर करें अमल

यदि आप चाहते हैं कि अधिक से अधिक पढ़ाई करें, पढ़ाई करने का जुनून आपमे भी जगे, तो कुछ खास बातों पर अमल कर पढ़ने का लक्ष्य तय करना पड़ेगा। अपने संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए आपको सही तरीके ये प्लान बनाने की ज़रूरत है।

किताब पढ़ना समय गुजारने का सबसे सही तरीका है। ऐसा करने से कहीं ना कहीं हमारे दिमाग की कसरत भी हो जाती है। हम सही निर्णय ले पाते हैं, किसी भी काम को अच्छे से अंजाम दे पाते हैं। लेकिन आज कल के दौर में लोगों को जब भी खाली समय मिलता है, तो वे किताब पढ़ने की बजाय मोबाइल चलाने लगते हैं। एक समय वो भी था जब लोग अपने साथ किताबें लेकर चला करते थे, ताकि जब भी कभी समय मिले तो उसे पढ़ लिया करते थे। यह हकीकत है कि सबसे प्रसिद्ध संकल्प में पढ़ने का लक्ष्य (Reading goal) भी शामिल है। अधिकांश लोग अपने ज्ञान के दायरे को बढ़ाना चाहते हैं।

आपका दिन गुजर जाएगा और आपको कुछ पता ही नहीं चलेगा, इसी तरह आपका बचा हुआ पूरा साल भी कट जाएगा। लोग अक्सर अपने इरादों पर काम करने से भटक जाते हैं और उन्हें कुछ भी करने में मन नहीं लगता है। क्या आपने कभी सोचा है कि अपने इरादों को हम पूरा क्यों नहीं कर पाते हैं? जब आप गहराई से विचार करेंगे, तो पाएंगे कि किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इरादे तय करना मुश्किल नहीं है, बल्कि उन संकल्पों के प्रति हमारे सोचने का तरीका गलत होता है।

यदि आप चाहते हैं कि अधिक से अधिक पढ़ने के लक्ष्य को पूरा करें, तो सिर्फ लक्ष्य बनाने से काम नहीं चलेगा। अपने संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए आपको सही तरीके ये प्लान बनाने की ज़रूरत है। ज़िंदगी में थोड़ा समर्पण और सामंजस्य के माध्यम से आप ज्यादा से ज्यादा पढ़ने के लक्ष्य को बड़ी आसानी से साकार कर सकते हैं। आइए, इस लेख में जानते हैं कि अधिक से अधिक पढ़ने के लक्ष्य को आप किस तरीके से पूरा कर सकते हैं।

पढ़ने के लिए सही स्थान का चयन करें (Padhne ke liye sahi sthan ka chayan karen)

जब जीवन में बात किताब पढ़ने की आती है, तब आप जो कुछ भी पढ़ रहे होते हैं, वह उतना ही अहम है जितना कि आपकी जगह, जहां आप पढ़ रहे होते हैं। सबसे बेहतर तरीका है कि आप वैसी जगह पर पढ़ाई करें, जहां आपको किसी तरह का कोई  व्यवधान न हो, जहां पर्याप्त मात्रा में नैचुरल लाइट आ रही हो और जहां काफी शांत माहौल हो। वह आपके लिविंग रूम में विंडो वाली जगह, बालकनी या आपके नज़दीकी कैफे में कोई खास जगह हो सकती है। यह सुनिश्चित करें कि जहां आप पढ़ाई कर रहे हैं, वहां का वातावरण आपके लिए आरामदायक है या नहीं। इसके अलावा, जब आप अपने निजी कमरे में कुछ पढ़ रहे हों, तो इस बात का ख्याल रखें कि आपका मोबाइल साइलेंट मोड में हो। सबसे अहम बात है कि अगर आप अपनी भावनाओं पर अंकुश नहीं रख पाते हैं, तो आप कभी भी पढ़ने के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएंगे। इस तरह आपका पूरा मेहनत व्यर्थ हो सकता है।

अपनी किताबों को हमेशा अपने साथ रखें (Apni kitabon ko hamesha apne sath rakhen)

यदि आप चाहते हैं कि साल के 365 दिन आप कुछ-न-कुछ पढ़ाई करते बीते और पढ़ने के लक्ष्य को पूरा कर सकें, तो आपकी किताबें और अन्य पढ़ने लायक सामग्री हमेशा आपकी परछाई की तरह साथ रहनी चाहिए। आप जहां भी जाएं, वहां अपनी पसंदीदा किताबों को अपने साथ ज़रूर ले जाएं। किताबों को भी अपने मोबाइल फोन की तरह ही अपने साथ रखें। यकीन मानिए, अगर आप इन आदतों को अपनी ज़िंदगी में शुमार करते हैं, तो आपको अपना संकल्प पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता। इन आदतों से आपको न सिर्फ पढ़ाई करने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी, बल्कि आपको एक उत्साही रीडर के रूप में भी तब्दील कर सकती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका मिजाज कैसा है या बाहर का मौसम आपके अनुकूल है या नहीं। अध्ययन ही आपकी ज़िंदगी का दूसरा मकसद बन जाएगा। जब कभी आपको फुर्सत मिलेगी, आप तुरंत अपने बैग से किताब निकालेंगे और किताब के पन्नों को पलट कर उस जगह से पढ़ना शुरू कर देंगे, जहां आपने छोड़ा था।

आप ई-बुक और ऑडियो बुक भी ट्राई कर सकते हैं (Aap eBook aur audio book bhi try kar sakte hain)

यदि आपको लगता है कि आप हर वक्त अपने साथ किताबों को नहीं रख सकते हैं और पढ़ने के लक्ष्य को पूरा करने में परेशानी आ रही है, तो डिजिटल के इस दौर में इस समस्या का भी समाधान है। आप चाहें तो ई-बुक या ऑडियो बुक भी आजमा सकते हैं। भले ही आप पुरानी ख्यालात के इंसान हों और आपको किताब के पन्ने पलटने और उसकी सुगंध लेने की आदत रही हो, लेकिन आज के समय में आप ई-बुक और ऑडियो बुक की अपनी खूबियां हैं। आप घूमते-फिरते कही भी पढ़ और पढ़ने के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं। साथ ही जब भी आपका मन पढ़ने का कर रहा हो, तो तुरंत पढ़ सकते हैं। अगर मन बोझिल लग रहा हो, तो आप तुरंत उसे बंद कर सकते हैं। टेक्नोलॉजी का शुक्रगुजार रहिए कि ऐसे नायाब अविष्कार हुए। अब आपको किताबों को संजोकर रखने की ज़रूरत नहीं है, बस एक छोटे से मोबाइल या टैब में सैकड़ों किताबों को संग्रहित कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, ऑडियो पब्लिशर्स एसोसिएशन की मानें, तो ई-बुक व ऑडियो बुक आपकी पढ़ने की क्षमता को बढ़ा सकती है। इससे धारा प्रवाह पढ़ने, शब्दों का पर्याप्त भंडार, उच्चारण और भाषा पर पकड़, फोनेमिक अवेयरनेस और आपकी समझ जैसे कौशल में बढ़ोतरी होगी। इन कौशल की बदौलत आप अधिक से अधिक पढ़ाई के प्रति आकर्षित हो सकते हैं। इतने सारे फायदों के बाद यह तय है कि समय के साथ ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई के प्रति आपका इरादा और मजबूत होगा और पढ़ने का लक्ष्य भी पूरा हो जाएगा।

आप जो भी पढ़ रहे हैं, उस पर निगरानी रखें (Aap jo bhi padh rahe hain, uss par nigrani rakhen)

अगर आप नए साल पर अधिक से अधिक किताबें पढ़ने का लक्ष्य बनाते हैं, तो आप अपने लक्ष्य के प्रति कितने सचेत हैं, यह जानना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए आपको अपनी प्रोग्रेस पर नज़र बनाए रखना चाहिए। अगर आप इन चीज़ों पर नज़र नहीं रखेंगे, तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि आपने कितने घंटे तक पढ़ाई की है और आपने अब तक कितनी किताबें पढ़ी है, आप और कितनी किताबें पढ़ सकते हैं। अपनी पढ़ाई पर नज़र रखने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप हर किताब को पढ़ने के लिए एक समय सुनिश्चित करें। यदि आपके भीतर पढ़ने की क्षमता अधिक है, तो आप एक किताब को पढ़ने का लक्ष्य पूरा करने के लिए एक हफ्ते का समय फिक्स कर सकते हैं। अगर आप पढ़ने में थोड़े धीमे हैं, तो किसी किताब को पूरा पढ़ने के लिए एक महीने तक का समय तय कर सकते हैं। हालांकि, किताब पतली है या मोटी, आपके पढ़ने की समय-सीमा उसकी साइज पर भी निर्भर करता है। ऐसे में आप अपनी सुविधा को देखते हुए ही टाइमलाइन फिक्स करें। लेकिन, आपको अपने इरादे पर अडिग रहना बेहद ज़रूरी है। अगर आप ऐसी आदतें विकसित कर लेते हैं, तो तय है कि आप अपने पढ़ाई के लक्ष्य को पूरा ज़रूर करेंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके सामने कैसी परिस्थिति है।

हो सके, तो आप बुक क्लब ज्वॉइन करें (Ho sake, to aap book club join karen)

अगर आप अधिक से अधिक किताबें पढ़ने का लक्ष्य बनाने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले ऐसे लोगों से मिलें, जिन्हें पढ़ाई के प्रति ज्यादा लगाव हो। ऐसे लोगों से मिलें, जो लेखन की नई-नई विधाओं से भली-भांति परिचित हों और उन लेखकों के बारे में भी जानकारी रखते हों। इसके लिए आपको एक बुक क्लब की ज़रूरत पड़ सकती है। अगर आप किसी बुक क्लब का हिस्सा बन जाते हैं, तो आपकी हर समस्या का समाधान हो सकता है, जो आप चाहते हैं। आपकी एक से बढ़कर एक पुस्तक प्रेमियों से मुलाकात हो सकती है। इस तरह आप अपनी पढ़ाई के प्रति अधिक गंभीर रहेंगे और किताबों की दुनिया में रहने वाले लोगों से आपकी दोस्ती बढ़ेगी। इन लोगों से आप अधिक से अधिक पढ़ने के संकल्पों के साथ तमाम तरह की बातें साझा कर सकते हैं। ऐसे लोग आपको अपनी रूचि के अनुसार नई-नई किताबों व उसकी शैली और अध्ययन सामग्री के बारे में जानकारी भी दे सकते हैं, जो आप चाहते हैं। अगर आप ऐसे लोगों के साथ उठना-बैठना और बातचीत करते हैं, तो आपके सोचने के नज़रिए में व्यापक बदलाव भी देखने को मिलेगा। चूंकि, आप ऐसे लोगों के साथ स्टोरी थीम, कल्चरल आइडियाज और कैरेक्टर के आर्क्स पर बखूबी विचार-विमर्श कर सकते हैं।

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