रूटीन बनाने के बाद भी क्या आप रूटीन फॉलो नहीं कर पा रहे: जानें उपाय

कई बार हम रूटीन फॉलो करना भूल जाते हैं। इसे रोकने के लिए मोबाइल अलार्म, रिमाइंडर या नोटिफिकेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्होंने एक दिन रूटीन से ज़िंदगी जीने का फैसला किया था और उसी मोटिवेशन में आकर जल्दी से एक कागज़ पर अपनी दिनभर की दिनचर्या लिख डाली? इसके बाद उस रूटीन को आपने उस जगह चिपकाया, जहां आपकी नज़र सबसे पहले पड़े। और फिर दो दिन रूटीन के मुताबिक काम करने के बाद, आप उस रूटीन को भी भूल गये। ऐसा सिर्फ आपके साथ ही नहीं हुआ, मैं सच कहूं तो स्कूल के दिनों में मैंने भी जाने कितनी बार रूटीन से हर काम करने की कोशिश की और दो-तीन दिन में ही उस रूटीन को भूल भी गई।

रूटीन फॉलो करने में ये नाकामी इसलिए होती है क्योंकि हमें ये तो पता होता है कि रूटीन कैसे बनाएं पर ये नहीं मालूम होता कि बनाये हुए रूटीन को गंभीरता से फॉलो कैसे करें। मैं पिछले छह सालों से कॉन्टेक्ट राइटिंग कर रही हूं और अपने ज़रूरी काम को रूटीन के हिसाब से करती हूं। जी हां! स्कूल के दिनों में भले ही मुझे रूटीन को फॉलो करना नहीं आया, पर अपनी ज़िंदगी को सही पटरी पर ले जाने के लिए मैंने ‘रूटीन कैसे बनाएं’ के साथ-साथ ‘रूटीन कैसे फॉलो करें’ इसके बारे में भी सीखा और अब हर काम को सही वक्त पर अनुशासन से करके, अपनी ज़िंदगी को बहुत हद्द तक आसान बना लिया।

तो चलिए मैं आज सोलवेदा के साथ आपको भी रूटीन फॉलो करने की कुछ आसान टिप्स बताती हूं।

रूटीन बनाना क्यों है ज़रूरी? (Routine banana kyun hai zaroori?)

रूटीन बनाना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि यह हमारे जीवन को आसान, व्यवस्थित और संतुलित बनाता है। जब हम अपने दिन की शुरुआत बिना किसी प्लानिंग के करते हैं, तो कई बार जरूरी काम छूट जाते हैं या सही टाइम टेबल न होने की वजह से हमें बहुत सी उलझनों और तनाव का सामना करना पड़ता है। रूटीन हमें समय का सही इस्तेमाल करना सिखाता है। जब हम तय कर लेते हैं कि सुबह कब उठना है, क्या काम करना है, और उन्हें किस क्रम में करना है, तो हमारे काम समय पर पूरे होते हैं।

रूटीन बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हम अपने लिए बिना किसी रुकावट के वक्त निकाल पाते हैं। जब हमारे पास एक तय की हुई प्लानिंग होती है, तो हम बिना वक्त बर्बाद किए अपने लक्ष्यों पर ध्यान दे पाते हैं।

डेली रूटीन टाइम टेबल कैसे बनाएं? (Daily routine time table kaise banaye?)

वैसे तो आपको मालूम ही होगा कि एक बढ़िया डे प्लानिंग या रूटीन कैसे बनायें? पर फिर भी मैं आपको बताती हूं कि आप रूटीन कैसे बनाएं। रूटीन बनाने के लिए सबसे पहले यह सोचें कि आपको क्या-क्या काम करना है। अपने दिन के ज़रूरी कामों की एक लिस्ट बनाएं और उन्हें समय के हिसाब से बांट लें। शुरुआत में सिर्फ कुछ आदतों पर फोकस करें, जैसे सुबह जल्दी उठना या थोड़ी देर के लिए ध्यान लगाना। फोन पर रिमाइंडर अलार्म लगाएं या काम लिखकर रखें ताकि कुछ भूले नहीं। रूटीन फॉलो करने पर खुद को छोटी-छोटी खुशियां (Happiness) दें। रोज़ एक समय पर सोने और उठने की कोशिश करें। धीरे-धीरे यह आदत बन जाएगी। उम्मीद है अब आप डेली रूटीन टाइम टेबल कैसे बनाएं या रूटीन कैसे बनाएं जान गये होंगे।

जानें, रूटीन फॉलो करने के कुछ उपाय (Jaanein, routine follow karne ke kuch upay)

अपने जीवन की गाड़ी को अनुशासन की पटरी पर लाने के लिए रूटीन बनाना और उसे फॉलो करना बहुत ज़रूरी है:

रोज़ छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं

अगर हम रूटीन बनाकर, पूरे रूटीन को एक साथ फॉलो करने की कोशिश करेंगे, तो यह मुश्किल हो सकता है। इसलिए शुरुआत छोटे-छोटे बदलावों से करनी चाहिए। जैसे, सुबह जल्दी उठने की आदत डालें या रात को समय पर सोने की कोशिश करें। एक-एक कदम आगे बढ़ने से आपको रूटीन अपनाना आसान लगेगा।

ज़रूरी चीज़ों पर ध्यान दें

दिनभर के कामों में ज़रूरी और गैर-ज़रूरी चीज़ों को अलग करें। सबसे पहले ज़्यादा ज़रूरी काम करें, जैसे पढ़ाई, ऑफिस का काम, या सेहत से जुड़ी चीज़ें। जब ज़रूरी काम समय पर पूरे हो जाते हैं, तो बाकी काम बिना किसी दबाव या जल्दबाज़ी के किए जा सकते हैं।

खुद को याद दिलाएं

कई बार हम रूटीन फॉलो करना भूल जाते हैं। इसे रोकने के लिए मोबाइल अलार्म, रिमाइंडर या नोटिफिकेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे, अगर आपको शाम को योग करना है, तो उसके लिए अलार्म सेट करें। यह छोटी आदतें आपको सही समय पर काम करने में मदद करेंगी।

ब्रेक लेना न भूलें

पूरे दिन लगातार काम करने से थकान हो सकती है और आपका मन काम से हटने लगेगा। इसलिए, हर 1-2 घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लेना बहुत ज़रूरी है। इस दौरान पानी पिएं, थोड़ा टहलें या अपने दिमाग को आराम दें। ब्रेक लेने से आपका फोकस और एनर्जी दोनों बढ़ते हैं।

अपने रूटीन को लिखें

रूटीन को सिर्फ दिमाग में रखने से भूलने का डर रहता है, इसलिए इसे एक डायरी, नोटबुक, या कागज़ पर लिखकर दीवार पर लगा लें। इसे ऐसी जगह लगाएं जहां आपकी नज़र बार-बार पड़े। लिखने से न केवल चीज़ें याद रहती हैं, बल्कि आपको प्रेरणा भी मिलती है।

खुद को मोटिवेट करें

रूटीन फॉलो करना हर दिन आसान नहीं होता। जब आप किसी दिन अपना रूटीन अच्छे से फॉलो कर लें, तो खुद की तारीफ करें। छोटी-छोटी खुशियों से खुद को रिवॉर्ड दें, जैसे अपनी पसंदीदा किताब पढ़ना या कोई मूवी देखना। यह मोटिवेशन आपको आगे भी रूटीन फॉलो करने में मदद करेगा।

बहुत सख्त रूटीन न बनाएं

अक्सर हम जोश में आकर बेहद सख्त रूटीन बना लेते हैं। ऐसे रूटीन में हर घंटे का काम लिखा होता है। यह एक बड़ा कारण होता है, जिससे कुछ दिनों बाद हम उसे फॉलो करना बंद कर देते हैं। रूटीन केवल ज़रूरी चीज़ों के लिए बनाएं और ऐसा बनाएं कि आप आसानी से बिना किसी दबाव के उसे फॉलो कर पाएं।

इन उपायों को अपनाकर आप और हम न केवल रूटीन फॉलो कर पाएंगे, बल्कि इसे लंबे समय तक बनाए रखने की आदत भी डाल सकेंगे। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी पर बने रहें।

टिप्पणी

टिप्पणी

X

आनंदमय और स्वस्थ जीवन आपसे कुछ ही क्लिक्स दूर है

सकारात्मकता, सुखी जीवन और प्रेरणा के अपने दैनिक फीड के लिए सदस्यता लें।