विश्व संगीत दिवस: ज़िंदगी के हर कदम पर संगीत हमें संभाले रखता है

सच में संगीत बहुत बलवान होता है। संगीत मन को शांति और दिल को सुकून देता है। संगीत में मन के भावों को बदलने की शक्ति होती है। संगीत सिर्फ एक कला नहीं है बल्कि संगीत हम सब के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

संगीत युगों-युगों से हमारे साथ है। कहते हैं जब भगवान ने सृष्टि की रचना की तो हर तरफ बहुत शांति थी। प्राकृतिक सुंदरता, मानव और पशु-पक्षियों के बाद भी कहीं कुछ कमी-सी थी। तब ज्ञान की देवी सरस्वती ने संगीत का निर्माण किया। उन्होंने संसार की हर वस्तु को संगीत दिया फिर चाहे वो चिड़ियों की चहचहाहट हो या नदी में बहते पानी की आवाज़। संगीत ने संसार को पूरा किया और हम सब को संगीत के महत्व को समझाने में मदद की।

इतिहास बताता है कि मुगल सम्राट अकबर के दरबारी तानसेन एक संगीतकार थे। उनके संगीत में इतनी ताकत थी कि उनके राग अलापने से बिन मौसम बारिश हो जाया करती थी और बुझे हुए दीपक की लौ फिर आग पकड़ लेती थी।

सच में संगीत बहुत बलवान होता है। संगीत मन को शांति और दिल को सुकून देता है। संगीत में मन के भावों को बदलने की शक्ति होती है। संगीत सिर्फ एक कला नहीं है बल्कि संगीत हम सब के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

संगीत ने मनोरंजन की दुनिया में अपना दबदबा हमेशा ही कायम रखा है, संगीत के द्वारा हम गा कर किसी को भी अपनी बात समझा सकते हैं। संगीत के बिना ये दुनिया रंगीन होते हुए भी रंग हीन सी लगती है। आइए संगीत के महत्व और विश्व संगीत दिवस के बारे में विस्तार से जानते हैं।

संगीत का महत्व (Sangeet ka mahtv)

संगीत कई लोगों के लिए जीवन की रौशनी है। संगीत लोगों को प्रेरित करता है, प्रोत्साहित करता है और एक साथ लाता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि संगीत स्वास्थ्य और मस्तिष्क के लिए अच्छा है। जब लोग संगीत सुनते हैं और जब वे इसे बजाते या गाते हैं तो यह सकारात्मक शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रतिक्रिया प्रदान करता है।

संगीत के हमारे जीवन में अनगिनत फायदे हैं। हम अपने जीवन में अलग-अलग तरह से संगीत से जुड़े हैं। किसी को पॉप म्यूजिक पसंद है तो किसी को स्लो म्यूजिक पसंद है। सबको अपनी रुचि के अनुसार ही संगीत पसंद होता है।

हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आर्टिफिशियल म्यूजिक के नहीं बल्कि प्राकृतिक संगीत के दीवाने हैं। उनके लिए चिड़ियों की चहचहाहट, समुद्र की लहरों का शोर और हवा से उड़ते पत्तों की आवाज़ से बेहतर कोई संगीत नहीं है। आपको भी जैसा संगीत पसंद है, वैसे संगीत से जुड़े रहें और अपने जीवन को सुंदर बनाते रहें। आइए जानते हैं संगीत के विभिन्न फायदे के बारे में।

संगीत के फायदे (Sangeet ke fayde)

संगीत कठिन वक्त का साथी होता है। इसकी शक्ति हमें हमारी परेशानियों से निपटने की ताकत देती है। मन को धैर्य रखने और शांत रहने के लिए संगीत सुनना बहुत ज़रूरी है।

उत्साहवर्धक संगीत या गाने सुनने से ब्रेन में सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हमारा मूड अच्छा हो सकता है। दिल और दिमाग के लिए म्यूजिक को लाभकारी माना जाता है।

संगीत का हमारे शरीर और जीवन पर सकारात्मक असर पड़ता है। इससे दिल और दिमाग को राहत मिलती है। यह हमारी याददाश्त को दुरुस्त रखने में मदद करता है और कई बीमारियों से लड़ने को प्रेरित करता है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि ब्रेन को स्टिम्यूलेट करने के लिए संगीत सुनना चाहिए।

एक्सरसाइज करने के दौरान म्यूजिक सुनने से शारीरिक प्रदर्शन बेहतर हो जाता है। साल 2020 की एक शोध समीक्षा इस बात की पुष्टि करती है कि संगीत के साथ व्यायाम करने से मूड बेहतर होता है और साथ ही हमारे शरीर को अधिक कुशलता से व्यायाम करने में मदद मिलती है। एक रिसर्च से पता चलता है कि संगीत के साथ एक्सरसाइज करने से हम कम ऑक्सीजन का उपयोग करके टॉप परफॉर्मेंस तक पहुंच सकते हैं।

2015 में ‘कॉमप्लीमेंटरी थेरेपीज़ इन मेडिसिन’ नामक प्रकाशित पत्रिका के एक अध्ययन में पाया गया कि जब रोगियों को अस्पताल की देखभाल के साथ म्यूजिक थेरेपी भी दी गई, तो उन्होंने दर्द, चिंता, हृदय गति और रक्तचाप की परेशानी को बहुत कम महसूस किया।

अब हम जानेंगे संगीत के नाम किये गए एक खास दिन यानी ‘विश्व संगीत दिवस’ के बारे में।

विश्व संगीत दिवस 2023 कब है? (Vishv sangeet divas kab hai?)

हर साल 1 अक्टूबर को विश्व संगीत दिवस यानी म्यूजिक डे मनाया जाता है। 1974 में, अंतर्राष्ट्रीय संगीत परिषद ने घोषणा की कि अंतर्राष्ट्रीय संगीत दिवस हर साल 1 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भले ही आप संगीत के शौकीन न हों, फिर भी लोगों को एक साथ लाने में संगीत को काफी शक्तिशाली माना जाता है। आप भी इसका आनंद उठाकर म्यूजिक डे का उत्सव मना सकते हैं।

विश्व संगीत दिवस का इतिहास (History of International Music Day)

1949 में अपनी स्थापना के बाद से, यूनेस्को के एक सहयोगी संगठन, अंतर्राष्ट्रीय संगीत परिषद ने महसूस किया कि संगीत में समुदायों को जोड़ने और विश्व शांति को बढ़ावा देने की शक्ति है।

परिषद के अध्यक्ष लॉर्ड येहुदी मेनुहिन को पूरा विश्वास था कि संगीत रिश्तों को मजबूत कर सकता है और समुदायों के बीच सांस्कृतिक अंतर को मिटा सकता है। इसे समझते हुए परिषद ने साल में एक दिन संगीत को समर्पित करने का फैसला लिया। इसका उद्देश्य समुदायों और संस्कृतियों को एक करने के लिए संगीत की शक्ति का सहयोग लेना था।

1 अक्टूबर, 1975 को पहले विश्व संगीत दिवस के बाद, दुनिया भर के 150 से ज़्यादा देशों ने समाज, समुदायों और लोगों को एकजुट करने के लिए संगीत की शक्ति का जश्न मनाया।

संगीत जीवन को नई दिशा और मानव को खुशहाल जीवन देने की ताकत रखता है और ज़िंदगी के हर कदम पर हमें संभाले रखता है। तो चलिए हम भी संगीत दिवस पर संगीत को अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लें।

आपको ये आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। ऐसे ही और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए सोलवेदा से जुड़े रहें।

टिप्पणी

टिप्पणी

X

आनंदमय और स्वस्थ जीवन आपसे कुछ ही क्लिक्स दूर है

सकारात्मकता, सुखी जीवन और प्रेरणा के अपने दैनिक फीड के लिए सदस्यता लें।