पटना टूरिस्ट प्लेस

पटना टूरिस्ट प्लेस: बिहार की राजधानी पटना में घूमने की अच्छी जगहें

यहां हर चीज़ में आपको एकरूपता दिखेगी। चाहे वो खानपान हो या फिर लिबास। हर कोई अपने धुन में यहां जीता है। चाहे शहर में दौड़ लगाती टेंपो हो या फिर नयी-नयी शुरू हुई इलेक्ट्रिक बसें।

कहते हैं कि पटना दुनिया का सबसे पुराना शहर है। यहां कितने ही अलग-अलग धर्मों को पनाह मिली। पटना शहर का इतिहास जितना ही समृद्ध है, उतना ही वर्तमान भी। वैसे तो पटना टूरिस्ट प्लेस की लिस्ट लंबी है, लेकिनकुछ ऐसी खास जगहें हैं, जो पूरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान रखती हैं। पटना या यूं कहें कि बिहार की सबसे खास बात यह है कि यहां पहुंचते ही आपको महसूस हो जाएगा कि आप पटना पहुंच चुके हैं, चाहे आप ट्रेन से यहां पहुंचे या फिर प्लेन से। ऐसा इसीलिए है क्योंकि इस बिहार राज्य और पटना शहर की बात ही निराली है।

यहां कि संस्कृति से लेकर भाषा में आपको एक ठसक देखने को मिलेगी, जिसकी तुलना और किसी और जगह से नहीं की जा सकती है। यहां के माहौल मेंएक अल्हड़पन है। वहीं शहरीकरण ने यहां अपने पैर पसारने शुरू कर दिएहैं। यहां आपको गांव और शहर एकसाथ दिखेगा और दोनों का गठजोड़ तो बेहद ही अलग है।यहां हर चीज़ में आपको एकरूपता दिखेगी। चाहे वो खानपान हो या फिर लिबास। हर कोई अपने धुन में यहां जीता है। चाहे शहर में दौड़ लगाती टेंपो हो या फिर नयी-नयी शुरू हुई इलेक्ट्रिक बसें। तो चलिए अब उन जगहों के बारे में जान लेते हैं, जो पटना टूरिस्ट प्लेस(Patnatourist places) हैं।

पटना साहिब गुरुद्वारा में फैली रहती है शांति(Patna Sahib Gurudwara mein faili rahti hai shanti)

पटना टूरिस्टप्लेस में सबसे पहले आता है, पटना साहिब गुरुद्वारा,जो सिखों के सबसे पवित्र स्थल में से एक है। यह गुरुद्वारा काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां देश के साथ-साथ विदेश से भी श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं। सिख धर्म के 10वें गुरु गोविंद सिंह की याद में इस गुरुद्वारा का निर्माण महाराजा रणजीत सिंह ने करवाया था। यह गुरुद्वारा गंगा किनारे बना है, जो पूर्वी भारत के सबसे प्रमुख गुरुद्वारा में से एक है।

गोलघरकी सीढ़ियां हैंइसकी खासियत(Golgharki seedhiyan hain iski khasiyat)

गोलघर भी पटना टूरिस्ट प्लेस में से एक है। ये अन्न भंडार है, जिसका निर्माण वर्ष 1770 में अंग्रेजों ने कराया था। इसमें 145 सीढ़ियां हैं। इन सीढ़ियों ने गोलघर और भी खास बनाया है। इन सीढ़ियों से ऊपर चढ़ कर आप पटना शहर का खूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं। यहां परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं।

बुद्ध स्मृति पार्क है घूमने की अच्छी जगह (Buddha Smriti Parkhai ghumne ki acchi jagah)

पटना में बना बुद्ध स्मृति पार्क यहां का फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। यह पार्क पटना में घूमने के सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है। यह पार्क बौद्ध धर्मको समर्पित मेमोरियल पार्क है। यहां बने पाटलिपुत्र करुणा स्तूप में बैठ कर आप शांति का अनुभव कर सकते हैं। बिहार आकर अगर आप पटना टूरिस्ट प्लेस की तलाश में है तो इस जगह को ज़रूर विज़िट करें।

बिहार संग्रहालय सेजानें बिहार के इतिहास को(Bihar Museum se janeinBihar ke itihas ko)

भारतीय इतिहास से प्रेम करने वालों के लिए बिहार म्यूजियम बहुत ही खास जगह है। इस म्यूजियम में आप बिहार के इतिहास और प्राचीन संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। यहां पर मगध सम्राज्य के उदय से लेकर मौर्य वंश और मुगल शासन के बारे में प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी दी जाती है। साथ ही यहां प्राचीन प्रतिमाएं और कलाकृतियां भी आप देख सकते हैं।

महावीर मंदिरका प्रसाद है पूरे देश में मशहूर(Mahaveer Mandir ka prasad hai pure desh mein mashhur)

पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास बना महावीर मंदिर पटना के लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर संकटमोचन हनुमान को समर्पित है। हालांकि, इस मंदिर में अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी हैं। इस मंदिर का प्रसाद बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में मशहूर है।इस प्रसाद को लेने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।

कुम्हरार पार्कमें दिखेंगी पुरानी संरचनाएं(Kumhrar Park mein dikhengi purani sanrachnayein)

पटना शहर के सेंटर में कुम्हरार पार्क है। यह पार्क मगध की राजधानी पाटलिपुत्र का प्रमुख स्थान है। पुरातत्विदों(Archaeologists) को यहां पुरानी संरचनाएं और मिट्टी के बर्तनमिले हैं, जो एतिहासिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हैं। पटना टूरिस्टप्लेस की सूची में कुम्हरार पार्ककी एक अहमजगह है।

सेंट मेरी चर्चहै सबसे पुराना चर्च(St Mary’s Churchhai sabse purana church)

इस चर्च को पादरी की हवेली भी कहा जाता है। 18वीं सदी में इसका निर्माण कराया गया था। इसका निर्माण गॉथिक शैली में करवाया गया है। यह बिहार के सबसे पुराने चर्च में से एक है।

पत्थर की मस्जिदरखती है ऐतिहासिक पहचान(Patthar Ki Masjid rakhti hai aitihasik pahchan)

शुरुआत में गंगा नदीके किनारे इस मस्जिद को बनवाया गया था। हालांकि, आज गंगा इस मस्जिद से दूर जा चुकी है। कहा जाता है कि मुगल सम्राट जहांगीर के बेटे परवेज शाह ने इसका निर्माण करवाया था। परवेज शाह ने इस मस्जिद का निर्माण बिहार के राज्यपाल रहते हुए करवाया था। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से इस मस्जिद का काफी ज़्यादा महत्व है।

मरीन ड्राइव ने दिया पटना कोनया रंग(Marine Drivene diya Patna ko naya rang)

मरीन ड्राइव पटना में हाल के वर्षों में तैयार किया गया है। इसने पटना के टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में अपनी जगह अच्छी तरह बना ली है। पटना के युवाओं के बीच मरीन ड्राइव काफी फेमस है। सूर्यास्त के समय यहां की खूबसूरती देखने वाली रहती है। यहां आप गंगा किनारे बैठ कर खुले आसमान को निहार सकते हैं।इसके साथ यहां का माहौल मेले जैसा रहता है, रंग-बिरंगी चीज़ें मिलती हैं, खाने के कई स्टॉल्स लगते हैं और हर शाम सैकड़ों लोगों का जमावड़ा यहां देखने को मिलता है।

एनआइटी घाट पटना बसा हैगंगा के किनारे(NIT Ghat Patnabasa hai ganga ke kinare)

गंगा नदी के किनारे बैठ कर अगर आप खूबसूरत शाम को निहारना चाहते हैं, तो आपके लिए एनआइटी घाट सबसे अच्छी जगह है। हरिद्वार और बनारस की तरह यहां भी हर शाम गंगा आरती का आयोजन किया जाता है, जिसे देखने के लिए कई लोग जुटते हैं। इस घाट पर बैठकर एक अलग शांति का अनुभव होता है, जो आपको यहां आकर ही पता चलता है।

इस आर्टिकल में हमने आपको पटना के बारे में बताया। साथ ही पटना के फेमस टूरिस्ट स्पॉटके बारे में बताया।

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