मुझे घूमना बेहद पसंद है, और जहां कभी भी घूमने का मौका आता है, मैं उस मौके को झट से लपक लेती हूं। पिछले दिनों जब मैं मुंबई-महाराष्ट्र के दौरे पर थी, तभी मैंने लगे हाथ माथेरान हिल स्टेशन घूमने का फैसला किया।
माथेरान मुंबई और महाराष्ट्र के पास बसा ये एक हिल स्टेशन, भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन है। हरी-भरी घाटियां और पहाड़ तो इस घाटी को खूबसूरत बनाते ही हैं, मगर इस हिल स्टेशन की सबसे बड़ी खासियत है, यहां की स्वच्छता।
यहां लोग दूर-दूर से आकर कुछ पल सुकून और स्वच्छता में बिताना बेहद पसंद करते हैं। यहां की जल-वायु बहुत से हिल स्टेशनों के मुकाबले काफी स्वच्छ और साफ है। इसकी यही खासियत तो माथेरान हिल स्टेशन (Matheran Hill Station) को सबसे अलग बनाती है। आइए सोलवेदा के साथ मैं ले चलती हूं आपको माथेरान हिल स्टेशन की खूबसूरत वादियों में।
कैसे पहुंचें माथेरान हिल स्टेशन? (Kaise pahuchein Matheran Hill Station?)
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि माथेरान हिल स्टेशन कहां है? तो मैं आपको बता देती हूं कि माथेरान महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित एक छोटा और बहुत ही प्यारा हिल स्टेशन है। इस हिल स्टेशन को पॉल्यूशन फ्री हिल स्टेशन भी कहा जाता है। यहां हरियाली का मज़ा लेना तो खास है ही पर यहां की साफ और स्वच्छ हवाएं लेना स्वास्थ्य (Wellbeing) के लिए भी बहुत अच्छी है।
आप ये तो जान गए कि माथेरान हिल स्टेशन कहां है? तो अब बात आती है कि हम वहां तक कैसे पहुंचे? तो चलिए जानते हैं।
हां तो माथेरान पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको मुम्बई या पुणे के नेरल पहुंचना है, उसके बाद माथेरान पहुंचने के लिए नेरल जंक्शन से दो फुट चौड़ी नैरो गेज लाइन पर चलने वाली माथेरान ट्रेन या टॉय ट्रेन लेना सही रहेगा। ये टॉय ट्रेन जंगलों से होती हुई 20 किमी की दूरी तय करती है और सवारियों को माथेरान बाज़ार के बीच स्थित रेलवे स्टेशन तक पहुंचाती है। ये माथेरान ट्रेन बहुत से घुमावदार रास्तों और खाई के बगल से होकर गुज़रती है। इसके लिए ट्रेन के ड्राइवर को खास ट्रेनिंग दी जाती है। सफर के दौरान पर्यटकों को भी बहुत सावधानी बरतने को कहा जाता है।
माथेरान में दस्तूरी प्वाइंट से आगे किसी भी वाहन नहीं जाने दिया जाता। यहां से टूरिस्ट को पैदल, पालकी या टट्टू से करीब 2.5 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है।
माथेरान हिल स्टेशन कैसे है प्रदूषण मुक्त? (Matheran Hill Station kaise hai pradushan mukt?)
आज जहां बढ़ती आबादी और बढ़ती गर्मी ने हर हिल स्टेशन को गाड़ियों के धुएं और हॉर्न की आवाज़ो से भर दिया है, वहीं माथेरान एक ऐसा हिल स्टेशन है, जहां दूर-दूर तक गाड़ियां लाना निषेध है।
जी हां, महाराष्ट्र सरकार का यह एक सफल प्रयास है। माथेरान हिल स्टेशन की हवा को दूषित होने से बचाने के लिए और स्वच्छता बनाए रखने के लिए, वहां किसी भी तरह के वाहन को ले जाना मना है। माथेरान हिल स्टेशन पर सिर्फ एक ही वाहन जा सकता है वो है ऐम्बुलेंस। जिसे नगर पालिका चलाती है। यहां काफी समय से प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह बंद है, इसके साथ ही अलग-अलग तरह के प्रदूषण फैलाने वाले व्यवहारों पर प्रतिबंध और जुर्माना लगा हुआ है। साल 2023 में माथेरान हिल को पुरी तरह से ऑटोमोबाइल-मुक्त हिल स्टेशन घोषित कर दिया गया है। इसलिए तो यह हिल स्टेशन बाकी के भीड़भाड़ वाले हिल स्टेशनों से अलग है।
माथेरान का मौसम और घूमने की जगह (Matheran Mausam aur ghumne ki jagah)
माथेरान तो हर मौसम में खूबसूरत है और हरी-भरी घाटियों से घिरा हुआ है। ठंडी हवाएं और हरियाली ऐसी है कि एक बार यहां आने के बाद वापस लौटने को जी नहीं चाहता।
ऊपर से मानसून की ठंडी बौछारें मन को ऐसा सुकून देती हैं कि कुछ पूछो ही मत।
मगर आप शांति और हरियाली के बीच कुछ पल सुकून से गुज़ारना चाहते हैं, तो माथेरान में 35 से ज़्यादा व्यूपॉइंट आपका इंतज़ार कर हैं, जिनसे खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलेंगे।
व्यूपॉइंट की बात करें, तो पैनोरमा पॉइंट एक मशहूर पर्यटक आकर्षण है, जो आस-पास के इलाकों और नेरल शहर का 360-डिग्री दृश्य दिखाता है। आप यहां उगते या ढलते सूरज के मनमोहन दृश्य अपने कैमरे और आंखों में समा सकते हैं। सुंदर नज़ारों की बात हो ही रही है, तो लुइसा पॉइंट को मैं कैसे भूल सकती हूं। यहां से आप एक किला, प्रबल किले का एकदम साफ और खूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं।
माथेरान घूमने आने वालों के लिए चार्लोट झील एक प्रमुख आकर्षण है, यहां फैमिली पिकनिक या एक रोमांटिक डेट करने का प्लान बना कर आप अपने और अपने प्रियजनों का मन खुश कर सकते हैं।
सिर्फ इतने में ही माथेरान की यात्रा खत्म नहीं होती, इसके अलावा मंकी पॉइंट, पोर्क्यूपाइन पॉइंट, वन ट्री हिल पॉइंट, हार्ट पॉइंट और रामबाग पॉइंट माथेरान भी कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां से आप प्रकृति के खुल कर दर्शन कर सकते है और अपने जीवन में कुछ सुनहरी यादें भर सकते हैं।
माथेरान दर्शन का सही समय (Matheran darshan ka sahi samay)
प्रकृति प्रेमियों के लिए यूं तो हर महीना ही माथेरान घूमने के लिए सही है, क्योंकि पूरे साल ही यहां का मौसम खुशनुमा रहता है, पर मार्च से जुलाई के बीच, यहां की हरियाली में कुछ और बात होती है। मानसून की झमाझम बारिश और चारों ओर हरी-भरी वादियां बहुत खूबसूरत लगती है। पर माथेरान घूमते समय आपको एक बात का खास ख्याल रखना है कि यहां के रास्ते बहुत ही टेढ़े-मेढ़े और जोखिमों से भरे हैं, इसलिए हमेशा पूरी सावधानी के साथ ही माथेरान हिल स्टेशन घूमने जाएं।
माथेरन घूमने जाएं तो कमेंट करके हमें वहां का अनुभव ज़रूर बताए। ऐसे ही और दिलचस्प आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।