मुस्कान दिवस

ज़्यादा मुस्कुराना और ज़्यादा जीना कैसे है एक दूसरे से जुड़ा?

यह बात कई स्टडी और वैज्ञानिक शोधों से प्रमाणित की गई है कि मुस्कुराना सिर्फ एक भावनात्मक प्रतिक्रिया ही नहीं है, बल्कि इसका सीधा संबंध हमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से है।

अक्सर जो चीज़ हमें बेहद आम लगती है, वो कई मायनों में हमारे शरीर के लिए काम कर रही होती है। सोना, हंसना, रोना, गले लगना, ये सब हमें इंसान की आम आदतों जैसी लगती हैं, लेकिन इनके कितने फायदे हमारे शरीर को होते हैं, ये अक्सर हम कभी जान ही नहीं पाते।

इन्हीं में से एक ही बात आज हम करेंगे जो है मुस्कुराना। मुस्कुराहट बिना बोले भी हमारी भावनाओं को व्यक्त करने में हमारी मदद करती है। यह हमारे चेहरे पर झलकने वाली विभिन्न भावनाओं जैसे खुशी, संतोष और प्यार का प्रतीक होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा मुस्कुराने से हमारा जीवन ना सिर्फ खुशनुमा होता है, बल्कि इससे हम ज़्यादा लंबा और बेहतर जीवन भी जी सकते हैं? यह बात कई स्टडी और वैज्ञानिक शोधों से प्रमाणित की गई है कि मुस्कुराना सिर्फ एक भावनात्मक प्रतिक्रिया ही नहीं है, बल्कि इसका सीधा संबंध हमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से है। 

तो आइए विश्व मुस्कान दिवस या वर्ल्ड स्माइल डे (World Smile Day) पर समझते हैं कि कैसे मुस्कान और लंबा व स्वस्थ जीवन एक दूसरे से जुड़े कैसे हुए हैं और साथ ही जानते हैं विश्व मुस्कान दिवस मनाए जाने का दिन और कारण।

कब और क्यों मनाते हैं वर्ल्ड स्माइल डे? (Kab aur kyun manate hain World Smile Day?)

हर साल अक्टूबर के पहले शुक्रवार को वर्ल्ड स्माइल डे यानी विश्व मुस्कान दिवस मनाया जाता है। 2024 में यह 4 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है दुनिया भर में मुस्कुराहट फैलाना और दया की भावना को बढ़ावा देना। 

इस दिन की शुरुआत हार्वे बॉल नामक एक अमेरिकी कलाकार ने 1963 में की थी। हार्वे बॉल ने ही हम सबकी फेवरेट इमोजी ‘स्माइली फेस’ को बनाया था। वे मानते थे कि मुस्कुराहट से दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। इसलिए उन्होंने 1999 में पहला वर्ल्ड स्माइल डे मनाने का सुझाव दिया, ताकि लोग एक दिन के लिए भी सही, दूसरों को खुशी देने की कोशिश करें।

इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य, बिना किसी स्वार्थ के किसी को मुस्कुराने की एक वजह देना और दूसरों के प्रति दयालुता की भावना रखना है।

मुस्कुराने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ (Muskurane se hone wale swasthya laabh)

मुस्कान एक आम शारीरिक क्रिया लग सकती है, लेकिन इसके पीछे कई स्वास्थ्य लाभ छिपे हुए हैं। जब भी हम मुस्कुराते हैं, तो हमारा मस्तिष्क डोपामाइन, सेरोटोनिन और एंडोर्फिन जैसे हैप्पी हार्मोन रिलीज करता है। ये हार्मोन हमारे मूड को बेहतर बनाते हैं और तनाव को कम करते हैं। मुस्कुराने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, दिल की धड़कन सामान्य होती है और रक्त संचार भी बेहतर होता है। मुस्कुराना हमारे तनाव को कम करता है और हमारे दिल के स्वास्थ्य का ख्याल रखता है। इसके बाद मुस्कुराहट खुद हमें लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी की ओर ले जाती है।

मानसिक स्वास्थ्य पर मुस्कुराने का प्रभाव

हमारा मानसिक स्वास्थ्य सीधे तौर पर हमारे लंबे और स्वस्थ जीवन से जुड़ा हुआ है। जो लोग अपने जीवन में तनाव और अवसाद से घिरे रहते हैं, उनका जीवनकाल कम हो सकता है और उन्हें कई तरह बीमारियां भी जकड़ सकती है। मुस्कुराने से मानसिक तनाव में कमी आती है और यह हमें एक सकारात्मक मानसिकता की ओर ले जाती है। जब हम ज़्यादा मुस्कुराते हैं, तो हमारी सोच में सकारात्मकता आती है और यह हमारी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाती है।

मुस्कुराने से होगा स्ट्रेस कम

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव एक आम परेशानी है। लगभग हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति किसी न किसी वजह से तनाव में है। तनाव का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है और यह हमें शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बना सकता है। लेकिन, जब हम मुस्कुराते हैं, तो हमारा दिमाग स्ट्रेस हार्मोन जैसे कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है। मुस्कान हमारे तनाव को कम करके हमें अधिक स्वस्थ और खुश महसूस कराती है। जब तनाव का स्तर कम होता है, तो दिल, दिमाग और शरीर की अन्य प्रणालियां भी सही तरीके से काम करती हैं, जिससे हमारा जीवन लंबा और स्वस्थ रहता है।

मुस्कान और इम्यूनिटी सिस्टम हैं जुड़े 

मुस्कान का प्रभाव हमारे शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी पड़ता है। जब हम मुस्कुराते हैं और खुश रहते हैं, तो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली ज़्यादा एक्टिव और मजबूत होती है। यह हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करती है और साथ ही हमें स्वस्थ बनाए रखती है। जो लोग अपने जीवन में मुस्कुराते रहते हैं और सकारात्मक सोच रखते हैं, वे कम बीमार पड़ते हैं और उनका जीवन ज़्यादा स्वस्थ और लंबा होता है।

मुस्कान और लंबे जीवन पर रिसर्च

विभिन्न वैज्ञानिक स्टडी में यह पाया गया है कि मुस्कान और लंबे जीवन के बीच एक गहरा संबंध है। एक खास स्टडी में, जिसमें कई सालों तक अलग-अलग लोगों पर स्टडी किया गया, उसमें यह पाया गया कि जो लोग अधिक मुस्कुराते हैं और सकारात्मक रहते हैं, उनकी मृत्यु दर कम होती है। इसके वजह यह है कि मुस्कुराहट हमारे तनाव को कम करती है और हमारे दिल को स्वस्थ बनाती है। जब ऐसा होता तो हमारी ज़िंदगी स्वस्थ और लंबी बनती है।

मुस्कुराने से होगी ज़िंदगी खूबसूरत (Muskurane se hogi zindagi khoobsurat) 

मुस्कान और सामाजिक जुड़ाव

मुस्कुराना न सिर्फ हमें बेहतर महसूस कराता है, बल्कि यह हमारे आस-पास के लोगों के साथ हमारे संबंधों को भी बेहतर बनाता है। जब हम मुस्कुराते हैं, तो हम दूसरों को भी खुश महसूस कराते हैं। यह सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देता है और हमारे आस-पास के लोग भी हमसे जुड़ने में सहज महसूस करते हैं। जब हमसे कोई मुस्कुराकर मिलता है तो दिल में एक खुशी ही तरंग फैल जाती है। वहीं, जब कोई गुस्से से मिलता तो हमारा स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है। तो मुस्कुराहट हमें सामाज से बेहतर जुडने में तो मदद करती ही है, साथ ही खुद खुश रहने में और दूसरों को खुश रखने में भी मदद करती है।

मुस्कुराने से महसूस होती संतुष्टि

हमारी मुस्कान सिर्फ बाहरी दुनिया के लिए नहीं होती है बल्कि यह हमारी आत्मा की भी झलक होती है। जब हम मुस्कुराते हैं, तो हमें अंदर से एक गहरी संतुष्टि और शांति का अनुभव होता है। यह शांति और संतुष्टि हमें जीवन की कई लड़ाइयों से लड़ने की ताकत देती है। 

मुस्कुराने की आदत बनाएं

जब हम जान चुके हैं कि मुस्कुराने और लंबा जीवन जीने के बीच कितना गहरा संबंध है, तो यह जानना भी ज़रूरी है कि हम अपने जीवन में अधिक मुस्कुराने की आदत कैसे डाल सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले, हमें अपने नज़रिए में सकारात्मकता लाएं। छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी ढूंढने की आदत डालें। दिन की शुरुआत एक मुस्कान से करें और यह आदत आपको धीरे-धीरे ज़्यादा मुस्कुराने में मदद करेगी। इसके अलावा, अपने आस-पास के लोगों से खुश होकर मिलने की कोशिश करें। बच्चों के साथ या जानवरों के साथ रहें, इनसे आपको मुस्कुराने के अधिक मौके मिलेंगे। अपने घर के बुजुर्गों के पास बैठें, बुजुर्गों की प्यारी बातें हमें अक्सर गुदगुदाती हैं, जिससे हमें मुस्कुराने के कई मौके मिलते हैं।

एक छोटा प्रयास, बड़ा प्रभाव

मुस्कुराना एक आसान काम है, लेकिन इसका हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। यह न केवल हमें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि यह हमारे जीवन को लंबा और स्वस्थ बनाता है। ज़्यादा मुस्कुराने से हम ज़्यादा जीते हैं और हर पल को बेहतर तरीके से अनुभव कर पाते हैं। आपकी मुस्कुराहट सबसे सस्ती और असरदार दवा है। यह ना कोई फीस लेती है और ना कोई मेहनत कराती है, फिर भी आपके स्वास्थ्य का ख्याल किसी दवा से बेहतर रखती है। तो चलिए, आज से ही इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, ज़्यादा मुस्कुराएं और ज़्यादा जिएं!

एक मुस्कुराहट के साथ, आपको आर्टिकल कैसा लगा, हमें ज़रूर बताएं। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

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