विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के दिन लें प्रकृति को बेहतर बनाने का प्रण

प्राकृतिक आपदा की खबरें बीते कुछ सालों में बढ़ती ही जा रही है। भूकंप, बाढ़, सूखा, लैंड स्लाइड्स, जंगलों में लगने वाली आग, सुनामी, शहर खत्म कर देने वाली आंधी ..जैसी आपदा आपको हर साल खबरों में कई बार सुनने को मिल जाती होगी। यह सब इसलिए हो रहा है कि क्योंकि हम प्रकृति का ख्याल नहीं रख पा रहें हैं।

पेड़-पौधे, जानवर, समंदर, पक्षी …सब प्रकृति का हिस्सा हैं। इस धरती पर जीने का जितना हक इंसानों का है, उतना ही हक यहां रहने वाले हर दूसरे जीव का भी है। धरती पर रहने वाला हर जीव, हवा, पानी, समंदर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। इंसान अपना जीवन सही ढंग से जी पाए इसके लिए ज़रूरी है कि प्रकृति भी संरक्षित रहे।

लेकिन, अफसोस है कि आज प्रकृति की स्थिति ऐसी नहीं है। हमारी प्रकृति खतरे में है। हवा में फैला प्रदूषण, पानी में प्लास्टिक की हर दिन बढ़ती मात्रा, उपजाऊ से बंजर बनती जमीन, विलुप्त होते जानवर, पक्षी और समुद्री जीव, इंसान को विनाश की ओर ले जा रहें हैं। मानवजाति अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मारने का काम कर रही है। आधी दुनिया को ऊंची-ऊंची इमारतों को देखने के बाद लगता है कि शहर तरक्की कर रहा है, लेकिन उस शहर की तरक्की के पीछे प्रकृति को कितना नुकसान होता है, यह आसानी से किसी को नज़र नहीं आता।

प्राकृतिक आपदा की खबरें बीते कुछ सालों में बढ़ती ही जा रही है। भूकंप, बाढ़, सूखा, लैंड स्लाइड्स, जंगलों में लगने वाली आग, सुनामी, शहर खत्म कर देने वाली आंधी ..जैसी आपदा आपको हर साल खबरों में कई बार सुनने को मिल जाती होगी। यह सब इसलिए हो रहा है कि क्योंकि हम प्रकृति का ख्याल सही तरीके से नहीं रख पा रहें हैं।

इसी की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए और इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए, विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (World Nature Conservation Day in hindi) मनाया जाता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 28 जुलाई को दुनियाभर में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है। हर साल इसका थीम भी अलग-अलग रखा जाता है। 2022 में भारत सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया था। इस मुहिम को सफल बनाने के लिए आज भी तेजी से काम चल रहा है। इस मुहिम से प्रकृति को प्लास्टिक प्रदूषण से बड़े स्तर पर छुटकारा मिलेगा।

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

प्रकृति को सुरक्षित और संरक्षित रखना ही विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का उद्देश्य है। पर्यावरण से जुड़ी कोई भी चीज जैसे जीव-जंतु, पेड़-पौधे, जंगल, पहाड़, पानी आदि को संरक्षित रखने के लोगों को इस खास दिन पर जागरुक किया जाता है। इसके अलावा जो जीव या पक्षी विलुप्त होने की कगार पर हैं, उन्हें बचाना भी वर्ल्ड नेचर कन्वर्जन डे मनाने का उद्देश्य है।

क्या हमारी प्रकृति सच में संरक्षित है?

एक ग्लोबल एसेसमेंट की मानें तो धरती पर करीबन 10 लाख से भी अधिक जीव विलुप्त होने की कगार पर हैं। हर साल लैंड स्लाइड्स की खबरें हमें सुनने को मिलती है, ग्लेशियर पिघलते जा रहें हैं और धरती का तापमान बढ़ रहा है, समुद्र में आने वाली सुनामी और भूकंप की आशंका भी हमेशा बनी रहती है। कुल मिलाकर देखा जाए तो हमारी प्रकृति बड़े खतरे में है और साथ ही हम भी। प्लास्टिक का उपयोग बीते कुछ सालों में इतना बढ़ गया है कि कुछ डॉक्टर्स ने इंसान के खून में माइक्रो प्लास्टिक को मौजूद पाया है। यह मानवजाति को गंभीर बीमारियों की तरफ धकेलने के लिए काफी है।

प्रकृति संरक्षण का महत्व क्या है

प्रकृति संरक्षण का महत्व है पर्यावरण को बचाकर, धरती को बचाकर और धरती पर रहने वाले जानवरों को बचाकर, आखिरकार खुद को ही बचाना। प्रकृति एक चेन में काम करती है, हर एक चीज दूसरी चीज से किसी न किसी तरह जुड़ी हुई है। प्रकृति ही हमें जीवन देती है, इसीलिए मानवजाति के लिए प्रकृति संरक्षण का महत्व बहुत बड़ा है। अगर हम प्रकृति का ख्याल रखेंगे, इसे स्वस्थ और सम्पूर्ण रखेंगे तो हम भी स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे।

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के दिन प्रकृति को बेहतर बनाने में आप भी दें योगदान

सब ठीक हो सकता है, अगर हम सब मिलकर प्रकृति को बेहतर बनाने में थोड़ा-थोड़ा योगदान दें। अपने स्तर पर आप प्रकृति को बेहतर बनाने के लिए जो कर सकते हैं, जरूर करें। ऐसा कर के आप प्रकृति संरक्षण का महत्व भी समझ पाएंगे और अंदर से अच्छा भी महसूस करेंगे।

इस बार कुछ इस तरह मनाएं विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस:

पेड़पौधे लगाएं

पेड़-पौधों के कारण ही हम सांस ले रहें हैं। कई तरीके से पेड़ हमारी मदद करते हैं। इस बार विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर अपने घर के आस-पास पेड़ लगाएं। अगर पेड़ लगाने की जगह न मिलें तो अपने घर में कुछ पौधे लगा लें।

प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें

प्लास्टिक हमारी जिंदगी का अभिन्न अंग बन चुका है। ऐसे में पूरी तरह से इससे छुटकारा पाना मुश्किल हो सकता है। फिलहाल के लिए आप सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर सकते हैं। यह आपके लिए भी खतरनाक हैं और प्रकृति के लिए भी।

किसी बीच को साफ करें

समुद्र के पास अक्सर लोग गंदगी फैलाते हैं। खूबसूरत-सा दिखने वाला समंदर कचरे के ढेर के कारण अपनी खूबसूरती खो देता है। कई ऐसे एनजीओ हैं, जो बीच की सफाई करते हैं, आप चाहे तो इनके साथ जुड़कर हाथ बंटा सकते हैं।

किसी इवेंट का हिस्सा बनें

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के दिन भारत में भी कई इवेंट होते हैं, जो लोगों को पर्यावरण की तरफ जागरूक रहना सिखाते हैं। आप अपने शहर में होने वाले इवेंट में शामिल होकर, प्रकृति के बारे में और भी ज़्यादा जान सकते हैं।

अपनी तरफ से रखें पशुपक्षियों का ख्याल

विलुप्त हो रहे पशु-पक्षियों को बचाना भले ही पूरी तरह से एक आम आदमी के बस की बात न हो, लेकिन इनका ख्याल तो कोई भी रख सकता है। अपने घर के आस-पास रहने वालों जानवरों को खाना खिलाकर, पक्षियों के लिए छत पर पानी रखकर, आप भी प्रकृति का ख्याल रख सकते हैं।

सोशल मीडिया कैम्पेन से जुड़ें

हर खास दिन पर सोशल मीडिया पर आप हज़ारों कैम्पेन देखेंगे। अगर आपके आस-पास कोई प्रकृति के लिए अच्छा कर रहा है तो आप उनके बारे में सोशल मीडिया के इस कैंपेन में बता सकते हैं। अगर प्रकृति के बारे में किसी भी तरह आप अच्छा सोचते हैं और दूसरे लोगों को बताना चाहते हैं तो सोशल मीडिया कैम्पेन आपके सबसे ज़्यादा काम आएगा।

आज आपने जाना कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस को मनाने का उद्देश्य क्या है और आप किस तरह से इस दिन को यादगार बना सकते हैं। ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी और आपको आर्टिकल कैसा लगा, हमें कमेंट कर के ज़रूर बताएं।

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