स्वयं सहायता: आखिर कितनी है ज़रूरी?

स्वयं सहायता: आखिर कितनी है ज़रूरी?

जीवन में किसी की मदद करने से जो प्रसन्नता होती है, वो किसी और काम करके नहीं मिलती है। लेकिन ज़िंदगी में स्वयं की सहायता सबसे ज्यादा ज़रूरी होती है। हमें कोई सही रास्ता तो दिखा सकता है, लेकिन हमें उस रास्ता पर खुद ही चलना पड़ता है। इसलिए स्वयं सहायता जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है।

सहायता एक ऐसा शब्द है, जो हमारे जीवन में किसी न किसी रूप से, कभी न कभी किसी और से जुड़ा होता है। चाहे कोई हमारी सहायता करे या फिर हम किसी की सहायता करें। जीवन सहायता लिए या फिर किसी की सहायता किए बिना नहीं चल सकता। हम जन्म लेने के बाद किसी न किसी की सहायता से ही चलते हैं या फिर कहीं जाते हैं। हमारी मदद करने वाले परिवार के सदस्य भी हो सकते हैं या फिर कोई जान-पहचान का इंसान या कभी-कभी अजनबी भी। वहीं, एक दिन हम जीवन में किसी न किसी की मदद से सही रास्ता भी अपनाते हैं।

जीवन में किसी की मदद करने से जो प्रसन्नता होती है, वो किसी और काम करके नहीं मिलती है। लेकिन, ज़िंदगी में स्वयं की सहायता सबसे ज्यादा ज़रूरी होती है। हमें कोई सही रास्ता तो दिखा सकता है, लेकिन हमें उस रास्ता पर खुद ही चलना पड़ता है। इसलिए स्वयं सहायता जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है। तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि स्वयं सहायता क्या है और यह आखिर कितनी ज़रूरी है।

स्वयं की सहायता हमें आगे बढ़ने में करती है मदद (Swayam ki sahayata humein aage badhne mein karti hai madad)

एक कहावत है कि ऊपर वाला भी उनकी ही मदद करता है, जो खुद की मदद करते हैं। इसका मतलब यह है कि जो लोग मेहनत करते हैं, अनुशासन में रहते हैं और अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध हैं, ऊपर वाला सबसे पहले उनकी मदद करेगा। इसलिए जीवन में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि स्वयं सहायता की मदद से हम अपने लक्ष्य को हासिल करें। ऐसे भी जब हम मेहनत कर रहे होते हैं, तो अपने काम को पूरा कर रहे होते हैं। ऐसे में अगर कुछ कमियां रह भी जाती हैं, तो हम उससे सीखते हैं और अपना रास्ता खुद बनाते हैं।

खुद की मदद दिलाती है सफलता (Khud ki madad dilati hai safalta)

आज की भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में करियर की सफलता से लेकर अन्य तरह की सफलता बहुत ज़रूरी हो गई है। जब तक हम सफल नहीं होते हैं, हम वो चीज़ नहीं पा सकते हैं, जो हमें चाहिए। ऐसे में सफलता पाने में हमें जो चीज़ सबसे ज़्यादा मदद करती है, वो है खुद की सहायता। जब तक हम खुद अपने आप की मदद नहीं करेंगे, कोई दूसरा इंसान हमारी मदद नहीं करेगा। आज के समय में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वो अपना काम छोड़कर हमारी मदद करे। इसलिए जीवन में आगे बढ़ना है, तो स्वयं सहायता बहुत ही ज़रूरी है।

स्वयं सहायता कैसे करती है हमारी मदद? (Swayam sahayata kaise karti hai humari madad?)

स्वयं सहायता या यह कहें कि खुद की मदद, हमारे अंदर सबसे पहले आत्मविश्चास जगाती है। इसका फायदा यह होता है कि हम किसी भी काम को करने से घबराते नहीं है। जब हमारे अंदर आत्मविश्वास भरा होता है तो हम डरते नहीं हैं, कि अगर कुछ नया करेंगे, तो क्या होगा या फिर ये काम मुझसे नहीं हो पाएगा। स्वयं सहायता हमें वह ताकत देती है कि हम किसी भी परिस्थिति में अपने आप को अकेला नहीं पाते हैं, क्योंकि हमें विश्वास होता है कि हम खुद पर निर्भर हैं।

स्वयं सहायता दूसरों पर निर्भरता को करती है कम (Swayam sahayata dusron par nirbharta ko karti hai kam)

खुद की मदद से हमें जो सबसे बड़ा फायदा होता है, वो यह है कि हमारी निर्भरता दूसरों पर कम हो जाती है। इससे हम हर लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम होते हैं। साथ ही इससे हम खुद ही बड़े से बड़े काम को पूरा कर लेते हैं, बिना किसी से मदद लिए। इससे हमें खुद पर विश्वास होने लगता है। खुद की मदद हमारी सेल्फ रेस्पेक्ट को भी काफी बढ़ाती है। यह जीवन में खुश रहने के लिए काफी ज़रूरी है।

इस आर्टिकल में हमने स्वयं सहायता बारे में बताया। यह आपको पढ़कर कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। इसी तरह के और भी ज्ञानवर्द्धक आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।

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