सोलवेदा हमेशा से ही आपको योग और मेडिटेशन के फायदे और महत्व बताता आया है। इसलिए अब तक तो आपको भी मालूम हो ही गया होगा कि योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही फायदेमंद नहीं होता, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
सदियों पहले हमारे ऋषि-मुनियों ने योग और ध्यान की खोज की और इसे अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाये रखा। उन्होंने अपनी शारीरिक और मानसिक परेशानियों को ठीक करने के लिए योग का सहारा लिया और हमें भी योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की सीख दी। पर शायद हममें से कुछ ही लोग इस सीख को अपना पाए हैं।
जब योग हमारे जीवन के लिए इतना ही खास है तो चलिए योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की शुरुआत इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से करते हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मैं आपको योग के कुछ आसान आसन बताती हूं, जिन्हें सीख कर आप अपने बहुत से रोगों से मुक्त हो सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जाने योग का महत्व (Antarashtriya Yoga Divas par jaanein yoga ka mahatva)
जैसा कि हम जानते हैं, हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या योगा डे (Yoga day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य हर नागरिक को योग के महत्व और ज़रूरत को समझाना है, ताकि सभी लोग योग के महत्व को जान कर, उसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में शामिल कर लें और योग के लाभ ले कर एक स्वस्थ जीवन जी सकें।
योग के अनगिनत लाभ (Yog ke anginat laabh)
ये देखकर बड़ी खुशी होती है कि लोग योग दिन या योग डे (Yog day) को गम्भीरता से लेने लगे हैं। अब योग के लाभ की बात करें तो मैं आपको बताना चाहूंगी कि योग, मानव जीवन के लिए एक बहुत ही खास वरदान है। बशर्ते कि आप उसकी अहमियत समझ कर, योग का रोज़ अभ्यास करें। क्या आप जानते हैं, हमारी बहुत-सी बीमारियों का इलाज, योग से हो सकता है? जी हां! बढ़ते ब्लडप्रेशर, और दिल से संबंधित बहुत सी बीमारियां योग के कुछ आसान आसनों को करने से दूर की जा सकती हैं।
फिर माइग्रेन हो या अन्य कोई सिर दर्द, उसका इलाज़ भी योग आसन से किया जाता है। इसके अलावा बहुत सी शारीरिक चोटों का उपचार योग से किया जा सकता है। रोज़ सुबह 30 मिनट तक योग अभ्यास करने से पूरे दिन शरीर तरोताज़ा रहता है और हम खुशी (Happiness) महसूस करते हैं। कुछ मिलाकर योग हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज़्यादा फायदेमंद है। तो चलिए इस योग दिन या अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रोज़ योग आसन करने का प्रण लेते हैं।
रोग मुक्त रहने के लिए करिए ये 4 आसान आसन (Rog mukt rahne ke liye kariye ye aasan asana)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जानें 4 सबसे आसान योगासन के बारे में, जिन्हें करना जितना आसान है, उनके फायदे भी उतने ही ज़्यादा हैं।
प्राणायाम (Pranayama)
इस आसन को सुबह खाली पेट करना चाहिए। प्राणायाम करने के लिए स्वच्छ और शांत वातावरण में पद्मासन या सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। पद्मासन या सुखासन की मुद्रा बहुत सी सरल होती है, इसके लिए आपको बस ज़मीन पर दोनों पैरो को पालती मार कर बैठना है और अपने हाथों को सीधे घुटनों पर ध्यान की मुद्रा में रखना है। इसके बाद आंखों को बंद कर लें और अपना पूरा ध्यान अपनी श्वसन प्रणाली पर रखें। फिर धीरे-धीरे सांस लें और एक गहरी सांस लेकर धीरे-धीरे ही छोड़ दें। बिना जल्दबाजी किये इसी क्रिया को दोहराएं।
प्राणायाम तंत्रिका तंत्र को व्यवस्थित रखने, मोटापा कम करने, मधुमेह को कम करने और शरीर से बहुत से विषैले पदार्थों को निकालने में मदद करता है। प्राणायाम आसन बालों को झड़ने से रोकता है और तनाव मुक्त और सोच को सकारात्मक रखने में मदद करता है ।
गोमुखासन (Gomukhasana)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गोमुखासन करने का अभ्यास करें। इसे करने के लिए दोनों पैर सामने फैलाकर बैठ जाएं। फिर बाएं पैर को मोड़कर एड़ी को दबाकर, नितम्ब के पास रखें। फिर दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर के ऊपर इस प्रकार रखें कि दोनों घुटने एक दूसरे के ऊपर हो जाएं। इसके बाद दाएं हाथ को ऊपर उठाकर पीठ की ओर मोड़ें और बाएं हाथ को पीठ के पीछे नीचे से लाकर, अपने दाएं हाथ को पकड़ लें।
ध्यान रहे कि इस अवस्था में आपकी गर्दन और कमर दोनों सीधी रहें। एक ओर से लगभग एक मिनट तक करने के बाद, दूसरी तरफ से भी इसी को आसन दोहराएं। इस आसन को करते समय ध्यान रखें कि जिस ओर का पैर ऊपर रखा गया था, उसी ओर का हाथ ऊपर रखा जाए। इस आसन को करने से पेट के रोग, स्त्री रोग और गाठिया की बीमारी से राहत मिलती है। इस आसन को करने से यकृत, गुर्दे और वक्ष को बल मिलता है।
अधोमुख शवासन (Adhomukh shwasana)
अधोमुख शवासन सबसे आसान आसनों में से एक है। यह योगासन आपके पूरे शरीर को ताकत देता है और लचीला बनाता है। इससे कमर दर्द से राहत मिलती है, सिरदर्द, थकान और अनिद्रा जैसी समस्याएं दूर होती हैं। इस आसन को करने के लिए सीधे खड़े हो जाइए फिर अपने पूछे शरीर को नीचे की ओर लाइए और किसी टेबल की तरह बीच में जगह छोड़ कर, पीठ को सीधा झुका लीजिए। इस अवस्था में आपके दोनों हाथ और पैर ज़मीन से जुड़े होंगे और बीच का धड़ हवा में होगा।
भुजंगासन (Bhujangasana)
इस आसन को करने के लिए अपने आसन पर पेट के बल लेट जाएं। फिर दोनों हाथों को आगे की तरफ सहारा देकर, अपने सिर को पीछे की तरफ उठाएं। फिर हाथों के सहारे पर ही अपना आधा धड़ यानी कमर तक के हिस्से को उठा लें। इस वक्त आपका शरीर किसी नाग के फन जैसा लगना चाहिए। इस आसन में कुछ सेकंड तक रहें फिर थोड़ी देर बाद दोबारा करें।
यह आसन छाती और फेफड़ों, कंधों और पेट को फैलाता है। तनाव और थकान को दूर करने में भी इससे मदद करता है। इस योग से शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। इसे अपनी दिनचर्या में ज़रूर शामिल करें।
कुछ योगासन कठिन भी होते हैं तो कुछ बेहद आसन। योगा के अभ्यास में हमेशा सरल आसन से कठिन आसन की ओर जाना चाहिए। आर्टिकल पर अपना फीडबैक ज़रूर दें। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।