प्लास्टिक दूषित कर रहा है वातावरण, जानें प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस का महत्व

प्लास्टिक दूषित कर रहा है वातावरण, जानें प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस का महत्व

जिस वक्त प्लास्टिक ट्रेंड में आयी थी, तो लोगों को प्लास्टिक बैग किसी वरदान से कम नहीं लगता था। लेकिन प्लास्टिक प्रदूषण आज पूरी दुनिया के लिए चुनौती बनी हुई है। खासकर सिंगल यूज प्लास्टिक की वजह से हमारी धरती और समुद्र के साथ-साथ हमारा वातावरण भी लगातार प्रदूषित होता जा रहा है।

मनुष्य ने सालों पहले अपनी आधारभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए प्लास्टिक का ईजाद किया। लेकिन, धीरे-धीरे यह हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है। खान-पान की सभी चीजें प्लास्टिक के पैकेट में आने लगी हैं। जिस वक्त प्लास्टिक ट्रेंड में आयी थी, तो लोगों को प्लास्टिक बैग किसी वरदान से कम नहीं लगता था। लेकिन प्लास्टिक प्रदूषण आज पूरी दुनिया के लिए चुनौती बनी हुई है। खासकर सिंगल यूज प्लास्टिक की वजह से हमारी धरती और समुद्र के साथ-साथ हमारा वातावरण भी लगातार प्रदूषित होता जा रहा है।

प्लास्टिक से बने बैग, पर्यावरण के साथ-साथ हमारी सेहत को भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि प्लास्टिक प्रदूषण और प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को कम किया जाए। अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस के अवसर पर पढ़ें प्लास्टिक कैसे हमारे वातावरण को कर रहा है प्रदूषित और जानें इस खास दिवस को मनाने की वजह।

प्लास्टिक का ईजाद सबसे पहले बेल्जियम मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक लियो बेकलैंड ने वर्ष 1907 में फॉर्मलडिहाइड और फेनॉल जैसे केमिकलों की मदद से किया था। यह अपने आप में काफी अनूठी पहल थी। बेकलैंड की सफलता के बाद दुनियाभर की लैब से प्लास्टिक के तरह-तरह के रूप सामने आने लगे। इनमें पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाली पॉलीस्टाइरिन, नायलॉन, पॉली थायलेन जैसी चीजें शामिल थीं। उस वक्त शायद ही किसी को यह अंदाजा था कि यह प्लास्टिक धरती पर पूरे जीव-जगत के लिए एक चुनौती बन जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस मनाने की वजह

दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से तीन जुलाई को अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस मनाया जाता है। 2023 समारोह का 14वां संस्करण है। यह दिन प्लास्टिक बैग फ्री वर्ल्ड द्वारा दुनिया भर में प्लास्टिक बैग के सिंगल यूज से निजात पाने और सभी को प्लास्टिक बैग के उपयोग से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करता है।

साथ ही यह पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने और प्लास्टिक की बजाय अधिक प्राकृतिक विकल्पों की तलाश करने के उद्देश्य के लिए एक पहल है। प्लास्टिक का उत्पादन मुख्य रूप से कच्चे तेल, गैस या कोयले से होता है। साथ ही कुल प्लास्टिक का लगभग 40 प्रतिशत सिंगल यूज के बाद फेंक दिया जाता है। प्लास्टिक के साथ हमारा संबंध जरूरत पर केंद्रित है। इनमें से कई उत्पाद, जैसे- प्लास्टिक बैग और फूड रैपर का जीवनकाल मात्र कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक का होता है। फिर भी वे सैकड़ों वर्षों तक पर्यावरण में बने रह सकते हैं। ये हमारे हरे-भरे ग्रह को दूषित बनाते हैं।

प्लास्टिक यूं बना परेशानी का सबब

प्लास्टिक एक ऐसा रासायनिक पदार्थ होता है, जिसे विभिन्न आकारों में ढाला जा सकता है। प्लास्टिक शब्द यूनानी ‘प्लैतिकोस’ से बना है, जिसका अर्थ है किसी भी आकार में ढाल देना। प्लास्टिक को अच्छा प्रतिरोधी माना जाता है, क्योंकि बिजली का इस पर कोई प्रभाव नहीं होता है और ये पॉलीमर से बने होते हैं। आज प्लास्टिक पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। प्लास्टिक प्रदूषण कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्लास्टिक वर्षों तक मिट्टी में दबे रहने के बावजूद मिट्टी का हिस्सा नहीं बन पाते, साथ ही यह पानी को जमीन के अंदर जाने से भी रोक देते हैं।

क्यों बढ़ रहा है प्लास्टिक प्रदूषण

प्लास्टिक प्रदूषण पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण बना हुआ है, क्योंकि यह खुद-ब-खुद खत्म नहीं होते हैं। अपने देश में भी प्लास्टिक वेस्ट से छुटकारा एक चुनौती बनती जा रही है। प्लास्टिक के इस्तेमाल की सबसे बड़ी वजह है कि इसे बहुत कम लागत में तैयार किया जा सकता है, जैसे कि कांच की बोतल, प्लास्टिक की बोतल से काफी महंगी पड़ती है। फिर उसे लाने-ले जाने में भी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है, जबकि प्लास्टिक को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। एक बार ही प्रयोग के बाद अधिकांश लोग प्लास्टिक की बोतलें और पॉलिथीन बैग को फेंक देते हैं। यही वजह है कि प्लास्टिक वेस्ट (कचरा) बढ़ता है।

प्लास्टिक बैग मुक्ति के लिए अपनाएं ये तरीका

कपड़ों से बने बैग का करें इस्तेमाल

कपड़े से बने बैग सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले इको फ्रेंडली बैग्स में से एक हैं। अन्य बैग की तरह यह हल्के, फैशनेबल और छूने में मुलायम होते हैं। घर से निकलते समय कपड़े का बैग साथ रखें। इस बैग को लंबे समय तक बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। कपड़े के बैग आप घर में पड़े पुराने कपड़ों से बनवा सकते हैं, यानी कम खर्च में आपके पास एक टिकाऊ बैग उपलब्ध हो सकता है।

जूट का बैग भी बेहतर विकल्प

यह भी इको-फ्रेंडली है। अगर आप अधिक सामान कैरी करना चाहते हैं, तो जूट का बैग बेहतरीन विकल्प है। यह कागज या फिर प्लास्टिक की तुलना में अधिक मजबूत होता है। यही वजह है कि अधिक सामान कैरी करने के लिए इसका इस्तेमाल खूब किया जाता है। यह बैग पूरी तरह से कंपोस्टेबल होते हैं, यानी इससे पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।

बांस से बने बैग का करें इस्तेमाल

हर दिन इस्तेमाल करने के लिए बांस से बना बैग शानदार विकल्प है। यह देखने में भी अन्य बैग की तरह ही काफी स्टाइलिश और फैशनेबल होता है। यह बैग मजबूत होने के साथ-साथ काफी हल्के भी होते हैं। यह पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल होते हैं और इसे सालों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर यह गंदा हो जाए तो भी इसे साफ करना आसान होता है। शुरू में यह महंगा विकल्प लग सकता है, लेकिन लंबे समय तक इस्तेमाल के बाद यह आपको सस्ता ही लगेगा।

पेपर से बने बैग भी हैं कारगर

कम वजन वाले सामान कैरी करने के लिहाज से पेपर बैग भी प्लास्टिक बैग के विकल्प के रूप में उपयोगी व टिकाऊ ऑप्शन हैं। अन्य इको फ्रेंडली बैग की तरह यह भी बायोडिग्रेडेबल होता है। पेपर बैग इस्तेमाल करने में काफी सुरक्षित है। बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए पेपर बैग बेस्ट ऑप्शन्स में से एक है।

प्लास्टिक प्रदूषण से निजात पाने में आपकी जीवनशैली भी है अहम

पानी की बोतल हमेशा अपने साथ रखें

एनआरडीसी (नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) की रिपोर्ट मुताबिक, हर वर्ष करीब 20 अरब प्लास्टिक की बोतलें कूड़ेदान में फेंक दी जाती हैं। इससे हमारे समुद्र को बहुत नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं, तो बाहर से बोतल बंद पानी खरीदने की बजाय अपने बैग में दोबारा इस्तेमाल की जाने वाली पानी की बोतल रखें। इससे प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने में आप भी योगदान दे सकते हैं।

जीरो वेस्ट लाइफस्टाइल अपनाएं

प्लास्टिक का इस्तेमाल हमलोग जितना कम करेंगे, उतनी ही जल्दी हम प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म कर पायेंगे। इसके लिए आप ज्यादा-से-ज्यादा ऐसी चीजों का इस्तेमाल करें, जिसे दोबारा रियूज किया जा सके।

बदलाव लाने का प्रयास करें

अगर आप चाहते हैं कि आपके आसपास का इलाका प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त हो, तो आप अपने आस-पड़ोस के लोगों को जागरूक करने की पहल करें। सब्जी-फल की दुकानों से लेकर स्ट्रीट फूड बेच रहे लोगों से अनुरोध कर सकते हैं कि वे प्लास्टिक का इस्तेमाल कम-से-कम करें।

सेकेंड हैंड आइटम खरीदें

आप प्लास्टिक से बने खिलौने और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसी चीजों को नया खरीदने की जगह सेकेंड हैंड खरीदने की कोशिश करें। कई ऐसी वेबसाइट्स हैं, जो इस काम में आपकी सहायता कर सकती हैं। कई लोग भी हैं जो प्रकृति को हरा-भरा रखने के लिए काम कर रहें हैं

इसलिए इस अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस पर हमें शपथ लेना चाहिए कि प्लास्टिक बैग का उपयोग नहीं करेंगे। साथ ही अपने आस-पास के लोगों को इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करेंगे। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

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