नींद को जानबूझकर टालने वालों की लिस्ट में सिर्फ इंसान है

नींद को जानबूझकर टालने वालों की लिस्ट में सिर्फ इंसान है

हेल्दी लाइफ के लिए अच्छी नींद बहुत ही ज़रूरी है। रिसर्च के अनुसार जब हम सही तरह से सोते हैं, तो हमारी चेतना की स्थिति बदल जाती है। ब्रेन इमेजिंग की एक रिसर्च की मानें, तो जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो इससे हम भावानात्मक रूप से बेहतर होते हैं।

आजकल की भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में इंसानों के लिए नींद को पूरा कर पाना मुश्किल होता जा रहा है। कुछ इंसान तो सिर्फ 3 से 4 घंटे की ही नींद ले पाते हैं। इसका असर उनके सेहत पर भी पड़ता है और वो कई बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। वहीं, कुछ जानवर भी हैं, जो काफी कम सोते हैं और कुछ जानवार तो ऐसे हैं, जो इंसानों से काफी ज़्यादा सोते हैं। मगर दुनिया में ऐसा कोई जानवर नहीं है जो जानबूझकर अपनी नींद टालता है। इस लिस्ट में सिर्फ हम इंसान ही हैं।

काम के दवाब और अन्य कारणों से इंसानों के लिए नींद को पूरा कर पाना बहुत बड़ी समस्या बन कर उभरी है। ऐसे में इंसान एंग्जाइटी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। हेल्दी लाइफ जीने के लिए नींद का पूरा होना बहुत ही ज़रूरी है। अच्छी नींद नहीं लेने पर स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ता है, जो कई तरहों से इंसानों को परेशान करता है।

तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि नींद की कमी क्यों हानिकारक है और नींद पूरी होने से क्या स्वास्थ्य लाभ होते हैं।

अच्छी नींद क्यों है ज़रूरी? (Acchi neend kyun hai zaruri?)

हेल्दी लाइफ के लिए अच्छी नींद बहुत ही ज़रूरी है। रिसर्च के अनुसार जब हम सही तरह से सोते हैं, तो हमारी चेतना की स्थिति बदल जाती है। ब्रेन इमेजिंग की एक रिसर्च की मानें, तो जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो इससे हम भावानात्मक रूप से बेहतर होते हैं। क्योंकि जब हम सोते हैं तो दिमाग रेस्ट करता है। इससे हम जब दूसरी सुबह जगते हैं, तो हमारा दिमाग फ्रेश होता है और हम पॉजिटिव तरीके से सोचते हैं। इससे हमारा दिमाग बेहतर तरीके से काम कर पाता है, जो किसी भी इंसान के लिए बहुत ही ज़रूरी है। वहीं, अगर हम सही तरह से नहीं सोते हैं, तो एंग्जाइटी सहित मेंटल डिसऑर्डर और कई अन्य तरह की समस्याओं से घिर जाते हैं।

क्यों नींद को टालने वालों में सिर्फ इंसान ही हैं शामिल? (Kyu neend ko talne walon main sirf insan hi hain shamil?)

जिस तरह से इंसानों को नींद आती है, वैसे ही कुछ जानवर भी हैं, जो नींद को बहुत ही प्यारा मानते हैं। ऐसा ही एक शाकाहारी जानवर है कोआला। यह पेड़ों पर रहता है और सिर्फ आस्ट्रेलिया में पाया जाता है। यह 24 घंटे में लगभग 22 घंटे सोता है। इसे दुनिया का सबसे अधिक सोने वाला जानवर भी कहा जाता है। वहीं, पेंगुइन एक दिन में लगभग 10000 पावर नैप लेता है, जबकि चमगादड़ दिन में 20 घंटे सोता है। वहीं, जिराफ 24 घंटे में दो घंटे से भी कम सोता है। जानवर चाहे जो भी हों, वो अपने हिसाब से अपनी नींद पूरी कर लेते हैं।

लेकिन, इंसान आज के दौर में अपनी नींद पूरा करने के लिए मशक्कत करता है। इंसान अलग-अलग कारणों से अपनीं नींद को टालता है। कभी वो वर्क लोड के कारण तो कभी अन्य कारणों से अपनी नींद को पूरा नहीं कर पाता है, जिसका असर उसके जीवन पर होता है। वहीं, पशु-पक्षी कभी भी जानबूझकर अपनी नींद को नहीं टालते हैं।

कम नींद से ज़िंदगी भी होती है कम (Kam neend se zindagi bhi hoti hai kam)

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मैथ्यू ने एक किताब लिखी है ‘व्हाइ वी स्लीप’। इसमें वो कहते हैं कि अगर आपके नींद के घंटे कम हो रहे हैं, तो समझ लीजिए कि आपका जीवन भी कम हो रहा है। उनके अनुसार नींद की कमी से दिल की बीमारियां हो सकती हैं। मोटापा, ब्लड शुगर सहित अन्य तरह की बीमारियां भी प्रभावित कर सकती हैं। वहीं, काम में मन नहीं लगना, सही फैसला नहीं ले पाना, मन उखड़ा-उखड़ा रहना जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए अपनी नींद की अहमियत को समझें और किसी भी कारण से अपनी नींद को न टालें। 7 से 8 घंटे की नींद सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए बहुत ही ज़रूरी है।

इस आर्टिकल में हमने बताया कि नींद क्यों जरूरी है और इंसान ही कैसे नींद को जानबूझकर टालने वालों में शामिल हैं। यह आर्टिकल पढ़कर आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। इसी तरह की और जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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