खुद से प्यार करना आखिर क्यों है इतना जरूरी?

खुद से प्यार करना आखिर क्यों है इतना जरूरी?

अगर आप खुद से ही प्यार नहीं करते हैं, तो आप किसी दूसरे इंसान से भी प्यार नहीं कर सकते। अगर प्यार हो भी गया, तो वह स्थायी नहीं रह सकता।

प्यार एक ऐसा सुखद एहसास है, जो ज़िंदगी की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है। हमारे जीवन में ऐसे कई लोग मौजूद होते हैं, जिनसे हम बेइंतहा प्यार करते हैं। उन लोगों से हमारा गहरा भावनात्मक लगाव रहता है। वे हमारे माता-पिता, भाई-बहन, दोस्त और प्रेमी-प्रेमिका के साथ-साथ हमारे बेजुबान पालतू पशु-पक्षी भी हो सकते हैं।

लेकिन, हमारी ज़िंदगी में खास अहमियत रखने वाले इन तमाम लोगों से प्यार करने से पहले खुद से प्यार करना भी जरूरी है। अगर आप खुद से ही प्यार नहीं करते हैं, तो आप किसी दूसरे इंसान से भी प्यार नहीं कर सकते। अगर प्यार हो भी गया, तो वह स्थायी नहीं रह सकता।

जानकारों की मानें, तो अगर आप खुद से और अपने सपनों से प्यार नहीं करते हैं, तो फिर आप समाज के लिए कुछ करने का भाव भी नहीं रख सकते। इसलिए किसी ने सही कहा है कि प्यार की पाठशाला खुद से शुरू होकर परिवार तक और फिर समाज तक जाती है। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी खुद से प्यार करना बहुत जरूरी है। ऐसा करके हम न सिर्फ खुद बेहतर जीवन जी सकते हैं, बल्कि दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन सकते हैं।

सोलवेदा के इस लेख में जानें खुद से प्यार करने के तरीके और इससे होने वाले फायदों के बारे में।

सकारात्मक बदलाव के लिए

जब हम खुद से प्यार करने लगते हैं, तो इससे न सिर्फ हमारे रिश्ते ठीक होते हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार ‘जब हम अपने आप से प्यार करते हैं, तब दिमाग में फील गुड वाला केमिकल डोपामाइन विशेष रूप से सक्रिय हो जाता है। इससे हम लोग काफी तरोताज़ा और सकारात्मक महसूस करते हैं।’ कई अध्ययनों से पता चलता है कि ‘जब हमारे अंदर प्यार का भाव पैदा होता है, तो हमारे दिमाग में डोपामाइन का लेवल हाई हो जाता है। इससे हमारा मन बिल्कुल शांत रहता है और खुद के मूड को बेहतर बनाने में भी मदद मिलती है।’

खुद की सेहत के लिए

जब हम खुद से प्यार करते हैं, हम हर स्तर पर अपने आप से काफी जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। हम अपनी बेहतरी के लिए वो सारे काम करते हैं, जिसे हमें खुशी मिले।

जब कोई इंसान खुद को अच्छे ढंग से समझना शुरू कर देता है और शांत महसूस करता है, तो उसके भीतर तनाव का स्तर कम हो जाता है। इससे स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल का लेवल कम हो जाता है, जिससे तनाव को मैनेज करने में काफी मदद मिलती है। इसलिए शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहने के लिए खुद से प्यार करो।

उत्पादकता बढ़ाने के लिए

जब हम खुद से प्यार करते हैं, तो हमारे अंदर भी एक ऊर्जा का संचार होता है। एक अलग तरह की पॉजिटिविटी का एहसास होता है। इसका सकारात्मक असर हमारे काम पर भी दिखता है। हमारी कार्यक्षमता बढ़ जाती है। हम चीजों को बेहतर ढंग से करने लगते हैं। जब हम अपने आप से प्यार करते हैं, तो हम अपने बारे में सकारात्मक विचार रखते हैं। हर चुनौती हमें आत्मविश्वास से भर देती है और हम उसे बड़ी आसानी से पार कर जाते हैं।

हार का भाव खत्म करने के लिए

जब हम खुद से प्यार करते हैं, तो असफल होने पर खुद को दोषी नहीं मानते। इस बात को हम जानते हैं कि हार-जीत सिक्के के दो पहलू हैं। इसलिए जब हम खुद से प्यार करते हैं, तो हार और जीत, दोनों को गले लगाने के लिए तैयार रहते हैं।

हम हार से सबक लेकर आगे बढ़ते हैं। ऐसा करने से एक असफलता के बाद हम दोगुनी क्षमता के साथ मेहनत करते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल कर पाते हैं। अपने आप से प्यार करके हम अपनी ऊर्जा खुद की बुराई करने की बजाय खुद में सुधार लाने में खर्च करते हैं।

कमियों के साथ खुद को स्वीकार करने के लिए

कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है। सभी में कोई न कोई कमी जरूर होती है। इसलिए जब हम खुद से प्यार करते हैं, तो हम अपनी कमियों को ईमानदारी से स्वीकार करते हैं, साथ ही उन कमियों को दूर करने का हरसंभव प्रयास करते हैं।

जब हम खुद से प्यार करते हैं तो हम अपनी कमियों को ढूंढने और खुद से नफरत करने के बजाय उसमें भी पॉजिटिविटी की तलाश करते हैं

संबंधों की बेहतरी के लिए

जब तक हम खुद खुश नहीं रहेंगे, तब तक दूसरे लोगों को भी खुशी कभी नहीं दे सकते। इसलिए खुद खुशहाल ज़िंदगी जीने और दूसरों को भी खुशी देने के लिए खुद से प्यार करो। जब हम अपने आप से प्यार करते हैं और खुद के आभारी रहते हैं, तो हमारा मन काफी शांत और खुश रहता है।

जब हमारे अंदर गहरा प्रेम होता है, तो हम खुद-ब-खुद दिल खोलकर दूसरे लोगों पर भी लुटाते हैं। इससे हमारे आपसी रिश्ते भी काफी मजबूत होते हैं और सामने वाला व्यक्ति भी उसी भाव से हमें प्यार देता है। इसलिए आपसी संबंधों में मज़बूती लाने के लिए पहले खुद से प्यार करना बहुत जरूरी है।

खुद से प्यार करने के लिए कुछ जरूरी उपाय

खुद की कमियों को स्वीकार करें

हर इंसान में कुछ खूबियां और कुछ कमियां जरूर होती हैं। कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है। अपने आप से प्यार करने के लिए पहली शर्त ये है कि अपनी कमियों को स्वीकार करें। इसमें किसी तरह की कोई बुराई भी नहीं है। खुद के अंदर की कमियों को ठीक किया जा सकता है।

पुरानी बातों से बाहर निकल कर आगे बढ़ें

हर इंसान के जीवन में कुछ-न-कुछ ऐसा जरूर हुआ होता है, जो अकेलेपन में उसे परेशान करता है। इससे मन में निराशा और हताशा का भाव पैदा होता है। इसलिए पुरानी बातों को भूल जाना ही बेहतर है। अपने आप से प्यार करने के लिए जरूरी है कि अतीत की बातों को भूलकर जीवन में आगे बढ़ें।

नकारात्मक लोगों से दूर रहें

कई लोगों में हर वक्त दूसरों की बुराई करने की आदत होती है। अगर कोई आपको हमेशा बुरा बोलता है, आपको किसी लायक नहीं समझता है, तो आप कहीं ना कहीं खुद को वैसा ही समझने लगते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहने की जरूरत है। आप वैसे लोगों की संगत में रहें, जो आपको प्रोत्साहित करें।

खुद का ख्याल रखें

कभी-कभार ऐसा होता है कि हम अपना बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखते हैं। हम जैसे रहते हैं, जो खाते हैं उससे हमारे मूड पर काफी गहरा असर पड़ता है। इसलिए बिजी शेड्यूल के बावजूद अपनी सेहत और खान-पान पर ध्यान दें।

खुद की प्रशंसा करें

अक्सर हम अपनी कमियों को लेकर खुद की आलोचना करते रहते हैं। बार-बार पुरानी बातों को याद कर दुखी हो जाते हैं। खुद को बुरा भला कहते रहते हैं। इस तरह की स्थितियां, हमें अपने आप से प्यार करने से रोकती हैं। इसलिए अकेले में हमेशा खुद की प्रशंसा करना सीखें।

व्यायाम और योग करें

जीवन में सकारात्मकता के लिए व्यायाम, योग, मेडिटेशन जरूरी है। इसकी मदद से हम खुद के जीवन में बदलाव ला सकते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी दूर बनाएं, ताकि अपने आप से प्यार करने का अवसर मिल सके।

हमने इस आर्टिकल में खुद से प्यार करने के बारे में बात की है। खुद से प्यार करो और खुश रहो। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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