राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस

कैंसर होने से पहले इन 8 तरीकों से होगी, कैंसर के खतरे की पहचान

कैंसर होने की वजह की बात करें तो कैंसर, शरीर की कोशिकाओं की बीमारी है। यह तब होता है जब कोशिकाओं के अंदर जींस में बदलाव आ जाता है और कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। ऐसे हालातों में कैंसर एक ट्यूमर या गोले की तरह उभर आता है।

कैंसर का नाम सुनते ही मन में एक अजीब सा डर आ जाता है, क्योंकि कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। एक ज़माना था, जब कैंसर एक लाइलाज बीमारी हुआ करती थी, पर अब वैज्ञानिकों ने बहुत हद तक इसका इलाज खोज लिया है। हालांकि,कैंसर के अलग-अलग प्रकार होने की वजह से बहुत बार व्यक्ति का बचना मुश्किल हो जाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो, हर साल लगभग 1 करोड़ लोग कैंसर की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। कैंसर, वैश्विक स्तर पर मौतों की एक बड़ी वजह बन चुका है, और सबसे ज़्यादा जानें फेफड़े, कोलन, लिवर, पेट, और ब्रेस्ट कैंसर से जाती हैं।

कैंसर से इतने लोगों की जान जाने का मुख्य कारण है वक्त रहते कैंसर के लक्षणका पता ना लगना। कैंसर के लक्षण पता लग भी जाएं तो वक्त पर सही इलाज के अभाव से भी बहुत से लोग कैंसर के शिकार हो जाते है। कैंसर होने की वजह की बात करें तो कैंसर, शरीर की कोशिकाओं की बीमारी है। यह तब होता है जब कोशिकाओं के अंदर जींस में बदलाव आ जाता है और कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। ऐसे हालातों में कैंसर एक ट्यूमर या गोले की तरह उभर आता है, और शुरुआती चरण में कैंसर के लक्षण पता ना लगने पर जान का खतरा बन जाता है।

कैंसर के लक्षण अगर पहलेसे दिख जाएं तो हम अपने अपनों को और खुदको कैंसर से बचा सकते हैं। तो चलिए मैं आपको बतातीहूंकि आप कैसे कैंसर के लक्षणों को पहले से पहचान कर, कैंसर के खतरे से बच सकते हैं।

कब है राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस? (Kab hai Rashtriya Cancer Jagrukta Divas?)

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस हर साल 7 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद है लोगों को कैंसर की रोकथाम, शुरुआती बचाव और इलाज के बारे में जागरूक करना।

क्यों है राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस की ज़रूरत? (Kyun hai Rashtriya Cancer Jagrukta Divas ki zaroorat?)

सभी को कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचाने के लिए और शारीरिक रूप से स्वस्थ (Wellbeing) रखने के लिए हमें राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस की ज़रूरत है। भारत सहित दुनिया भर में कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जागरूकता की कमी से कई मामलों में इसकी पहचानदेर से होती है, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है।

भारत में इस दिवस की शुरुआत पहली बार 2014 में स्वास्थ्य मंत्रालय ने की,ताकि लोगों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान और इसके इलाज के बारे में बताया जा सके।

कैंसर होने से पहले दिखते हैं ये लक्षण (Cancer hone se pahle dikhte hain ye lakshan)

कैंसर को रोकना है तो कैंसर के लक्षण शुरुआत में ही जान लेना ज़रूरी है। कैंसर के लक्षण कैंसर के प्रकार के हिसाब से अलग-अलग होते हैं।

लेकिन, कुछ सामान्य लक्षण जो हर तरह के कैंसर में दिखते हैं वो हैं:

थकान बढ़ जाती है 

कैंसर की जड़ें जब शरीर में कब्ज़ा ज़माने लगती हैं तो थकान बहुत होती है। शरीर हमेशा थका हुआ महसूस करता है,और आराम के बाद भी ठीक नहीं होता।

वजन होता है कम

कैंसर में अचानक वजन घटने लगता है। शरीर दिन प्रति दिन पतला होने लगता है।

त्वचा में बदलाव 

त्वचा में भी कैंसर के लक्षण दिखने लगते हैं। चेहरे पर पीलापन, गहरे रंग के धब्बे, या असामान्य तिल दिखने लगते है।

बुखार 

कैंसर में शरीर में हर वक्त बुखार या संक्रमण बना रहता है, जो सामान्य बुखार की दवाओं से भी सही नहीं होता।

खराश और खासी 

लगातार खांसी और गला खराब रहने लगता है। आवाज़ में भी बदलाव देखने को मिलता है।

सूजन 

कैंसर में शरीर का कोई एक हिस्सा प्रभावित होता है, एक हिस्से में गांठ या सूजन दिखने लगती है।

मांसपेशियों में दर्द 

कैंसर के सामान्य लक्षणों में शरीर में लगातार दर्द बना रहता है, जो खत्म नहीं होता, खास तौर पर हड्डियों में दर्द होता है।

पेट खराब

कैंसर के कुछ मामलों में पाचन समस्याएं,जैसे कि निगलने में परेशानी या पेट में लगातार दर्द होता है। मल त्यागने में भी बहुत दिक्कत होती है। मल या पेशाब में खून भी आ जाता है।

कैंसर के लक्षणों की तरफ जागरूक रहें और अगर आपको इनमें से कोई लक्षण लंबे समय तक महसूस हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

कैंसर के लक्षणों की तरफ जागरूक रहकर हम कैंसर से लड़सकते हैं। स्वास्थ्य से संबंधित ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदाहिंदी से जुड़े रहें।

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