बुक लवर

स्क्रीन से भरी दुनिया में पुस्तकों से प्यार कैसे करें?

किताबों के बारे में कहा गया है कि प्यार और खुशी के पलों में, दुख और उदासी के क्षणों में, जब चारों ओर हरियाली ही हरियाली हो या फिर सूखा ही सूखा हो, तो किताबें हमेशा साथ रहती हैं। जिन्होंने भी किताबों से दोस्ती कर ली, वो हर बंधन से मुक्ति पा सकता है।

आज के दौर में कहीं ना कहीं किताबें गुम हो रही हैं या फिर पुस्तकालयों में किसी कोने में उदास पड़ी हुई हैं। इसका कारण है समय के चक्र का बदलना। इसका असर यह हुआ है कि आज के समय में पूरी दुनिया तकनीक के जाल में सिमट चुकी है। सबकुछ स्क्रीन और कुछ बटनों में सिमट कर रहा गया है। लेकिन, एक बात यह भी सच है कि प्रेम में लिखा खत जो एहसास दिलाता था, वह शायद इस डिजिटल ज़माने में स्क्रीन पर कुछ शब्दों में अचानक ब्लिंक करने वाला मैसेज नहीं दिला पाता है।

आज इंटरनेट से हर चीज़ की जानकारी निकाली जा सकती है, कुछ भी लिखा जा सकता है और संजोया भी जा सकता है। लेकिन, अगर इसन एक बार धोखा दे दिया, तो हर जानकारी और हर याद खो सकती है। किताबों के साथ ऐसा नहीं है, जो एक बार लिखा गया या पढ़ा गया, वो हमेशा संस्मरणों में बना रहता है। जब कोई किताब एक बार लिखी या पढ़ी जाती है, तो वो बात सीधे दिल तक पहुंचती है।

किताबों के बारे में कहा गया है कि प्यार और खुशी के पलों में, दुख और उदासी के क्षणों में, जब चारों ओर हरियाली ही हरियाली हो या फिर सूखा ही सूखा हो, तो किताबें हमेशा साथ रहती हैं। जिन्होंने भी किताबों से दोस्ती कर ली, वो हर बंधन से मुक्ति पा सकता है। दोस्त आज होते हैं, लेकिन कल नहीं होते हैं। ऐसे में किताब ही एक ऐसी सच्ची दोस्त है, जो हर परिस्थिति में साथ निभाती है।

तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको पुस्तक प्रेमी दिवस (Book Lovers Day) के अवसर पर बताएंगे कि स्क्रीन से भरी इस दुनिया में आप पुस्तकों के कैसे प्यार कर सकते हैं। साथ ही हम आपको पुस्तक प्रेमी दिवस के बारे में भी जानकारी देंगे।

पुस्तक प्रेमी दिवस कब मनाया जाता है? (Pustak Premi Divas kab manaya jata hai?)

पुस्तक प्रेमी दिवस हर साल 9 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन पूरी दुनिया में किताबों से प्यार करने वालों के लिए जश्न का दिन होता है। हालांकि, हम इस दिन के इतिहास के बारे में बात करें, तो इस दिन को मनाये जाने का कोई इतिहास नहीं मिलता है। इस दिन का मनाने का मकसद है आज के इस डिजिटल ज़माने में किताबों के प्रति लोगों को प्यार बनाकर रखना।

जीवन में किताबों का महत्व (Jeevan mein kitabon ka mahtv)

किताब हमें प्यार करना सिखाती है और बुराई से दूर रहना भी सिखाती है। यह हमें हर याद, हर एहसास को शब्दों में पिरोकर हमेशा के लिए अपने पास संजो कर रख लेना सिखाती है। किताबें अगर हर परेशानी से निकलने का रास्ता दिखाती है, तो बड़ी से बड़ी मुश्किलों में भी हार नहीं मानने की ताकत भी देती है। यही नहीं बल्कि मुश्किल समय में खुद पर यकीन करना भी हम किताबों से सीख सकते हैं।

किताबों की दुनिया उत्तरी ध्रुव के बफीर्ले पहाड़ों से लेकर मेडागास्कर के निर्जन पहाड़ों तक फैली हैं। इन किताबों का विस्तार तो यूरोप के डेन्यूब और टेम्स नदी से लेकर गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे तक एक समान है। आज के ज़माने में सबकुछ बदल रहा है, इंसान, प्रेम, संबंध, लेकिन किताबों के फ्रेम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वे आज भी वैसी ही हैं, जैसे पहले दिन थीं। किताबों के प्रेम में कोई कमी नहीं आई है, भले उसके प्रति हमारे प्रेम में कमी ही क्यों ना आ गई हो।

बुक लवर कैसे बनें? (Book Lover kaise banein?)

अगर आपको पुस्तकों से प्यार करना है और उसे अपना जीवन साथी बनाना है, तो सबसे पहले ज़रूरी है कि आप अपने पसंद के लेखकों की किताबें खरीदें। इन किताबों को घर में रखने के लिए एक सुंदर अलमीरा बनावाएं या फिर बाज़ार से खरीदें, जहां आप इन किताबों को सजा कर रख सकें। इस अलमीरा को ड्राइंग रूम में ना रख कर अपने बेड रूम में रखें। इसका फायदा यह होगा कि आपके पास समय नहीं है, तो आप सोने के समय इन किताबों को पढ़ पाएंगे। किताबें हमें हर विषयों की जानकारी देती है, इसलिए जब भी किसी भी उलझन में फंसे हों, तो किताब पढ़ें, जब इनको पढ़कर आप अपनी परेशानियों से निकल जाएंगे, तो आपको किताबों से प्यार हो जाएगा।

किताबों को पढ़ने के लिए एक समय तय करें, जिससे आप किताब हर दिन पढ़ने की कोशिश करेंगे।  अगर आपका मन किताबों को पढ़ने में नहीं लगता है, तो मन लगाने के लिए ऐसे किताब ढूंढे, जिसमें कहीं ना कहीं आपकी कहानी छिपी हुई हो, इससे आप किताब से जुड़ पाएंगे और फिर धीरे-धीरे आपको किताबें पढ़ने की आदत लग जाएगी।

आज के भाग-ड़ भरी ज़िंदगी में किसी के पास समय नहीं है और है भी तो लोगों का समय मोबाइल, टीवी और लैपटॉप के स्क्रीन को देखने में बीत जाता है, ऐसे में किताबों से प्यार करने की ज़रूरत है। किताब पढ़ने के कई लाभ हैं। ये हमें तनाव से तो आज़ादी दिलाती ही हैं, इसके साथ खुशियां भी देती हैं।

इस आर्टिकल में हमने आपको पुस्तक प्रेमी दिवस के बारे में बताया।साथ ही किताबों से कैसे प्रेम कर सकते हैं वो भी बताया। इसी तरह के और भी ज्ञानवर्द्धक जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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