किताबें पढ़ने की लगाएं आदत: 10 स्टेप्स की मदद से

रिसर्च बताते हैं कि किताब पढ़ने से आप ना सिर्फ स्मार्ट बनते हैं बल्कि यह उम्र बढ़ने पर आपको शार्प और एनालिटिकल भी बनाता है। किताबें हमारी ज़िंदगी की अभिन्न हिस्सा होती हैं, बिल्कुल एक अच्छे लाइफ पार्टनर की तरह।

बचपन से ही हमें घर से लेकर स्कूल तक किताबें पढ़ने के लिए कहा जाता रहा है। लेकिन, जैसे ही स्कूल और कॉलेज खत्म होता है, हम किताबों से दूर होते जाते हैं। आज के आधुनिक ज़माने में जहां हर चीज़ स्क्रीन पर बस एक क्लिक में उपलब्ध है, ऐसे में किताबें पढ़ना लोगों ने काफी कम कर दिया है। बचपन में पेरेंट्स से लेकर टीचर्स और लाइब्रेरियन तक हमें किताबें पढ़ने की एडवाइस देते थे।

किताब पढ़ने को लेकर कहा जाता है कि यह आपकी हेल्थ और वेलनेस के लिए फायदेमंद होती है। साथ ही किताबों से हमें देश-दुनिया, समाज, संस्कृति, इतिहास की भी जानकारी मिलती है, जो हमें जीवन में पॉजिटिव होकर जीना सिखाती है।

रिसर्च बताते हैं कि किताब पढ़ने से आप ना सिर्फ स्मार्ट बनते हैं बल्कि यह उम्र बढ़ने पर आपको शार्प और एनालिटिकल भी बनाती है। किताबे हमारी ज़िंदगी का अभिन्न हिस्सा होती हैं, बिल्कुल एक अच्छे लाइफ पार्टनर की तरह। क्योंकि किताबों से हम जो बातें करते हैं, वो काफी पॉजिटिव और सीखने वाली होती है। जो लोग किताबें पढ़ते हैं, वो यह जानते हैं कि किताबें हमारे जीवन में किसी तरह बदलाव लाती हैं।

लेकिन, समस्या आती है कि किताब पढ़ने की आदत लगाई कैसे जाए। तो इसका हल हम इस आर्टिकल में आपके लिए लेकर आएं हैं। तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको पुस्तकों का महत्व बताने के साथ ही किताब पढ़ने की आदत कैसे लगाएं इसके बारे में भी बताएंगे।

पुस्तकों का महत्व (Pustako ka mahatv)

किताबों के बारे में कहा जाता है कि वो हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। हम जब भी अकेले होते हैं, तो किताबों का साथ हमें उस अकेलेपन से बाहर निकालता है। साथ ही यह हमारी उदासी को भी दूर करता है। वहीं, जब हम कोई भी बढ़िया किताब पढ़ते हैं, तो वो हमें जीवन में पॉजिटिव दिशा की ओर ले जाती है। साथ ही आपको नेगेटिविटी से भी दूर करती है।

हम जब किताबें पढ़ते हैं, तो महसूस होता है कि वे हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं। जेके रोलिंग ने भी कहा है “मुझे इस बात पर पूरा विश्वास है कि जब भी आप कोई अच्छी किताबे पढ़ते हैं, तो कोई ना कोई मैजिक ज़रूर होता है।”

10 स्टेप्स जिनकी मदद से आप किताबें पढ़ने की लगा सकते हैं आदत (10 Steps jinki madad se aap kitab padhne ke laga sakte hain aadat)

अपनी पसंद की किताबें चुनें

हमें हर विषय पर किताबें पढ़नी चाहिए। तभी हमारा मानसिक विकास सही तरह से हो पाता है। लेकिन, अगर आपको किताब पढ़ने की आदत लगानी है, तो शुरुआत ऐसी किताबों से करें जो आपको पसंद हों या फिर ऐसे लेखकों की किताबें पढ़ें जो आपको पसंदीदा हों। इससे आपको किताबें पढ़ने की आदत लग जाएगी और जब एक बार आदत लग जाएगी, तो फिर आप कोई भी किताब कभी भी बहुत ही आसानी से पढ़ पाएंगे।

छोटे लक्ष्य से शुरू करें

किताबें पढ़ने की आदत की शुरुआत करने के लिए ज़रूरी है कि आप छोटे लक्ष्य तय करें। इससे फायदा होगा कि आप बोर नहीं होंगे। अगर आप शुरुआत में ही भारी-भरकम किताब उठा लेंगे, तो आपको वह समझ नहीं आएगी और आप उसे आधे-अधूरे में ही छोड़ देंगे। इसलिए छोटे लक्ष्य बनाकर किताब पढ़ने की शुरुआत करें। हर दिन 15 से 20 मिनट का लक्ष्य रखें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।

पढ़ने का समय निर्धारित करें

किताब पढ़ने के लिए ज़रूरी है शांति। आप किसी भी किताब को तभी अच्छी तरह से पढ़ और समझ पाएंगे, जब आप शांति से उसको पढ़ेंगे। इसलिए किताब पढ़ने का एक समय तय करें, जब आप शांत होकर बैठते हैं। इससे आप उस किताब को सही से समय दे पाएंगे और समझ पाएंगे। सोने के पहले समय किताब पढ़ने की आदत लगाएं।

किताबों में विविधता लाएं

अगर आपको किताबों को पढ़ने की आदत लगानी है, तो ध्यान रखें कि एक ही तरह की किताबें ना पढ़ें। आप अलग-अलग राइटर और जॉनर की किताबें पढ़ें। इससे आप किताब पढ़ते समय बोर नहीं होंगे और ज़्यादा से ज़्यादा समय किताबों को पढ़ने में दे पाएंगे।

खुद को पुरस्कृत करें

किताब पढ़ने की शुरुआत करते समय दिमाग शांत नहीं रहता है और भटकाव होता है। ऐसे में ज़रूरी है कि किताब पढ़ने पर ध्यान लगाएं और एक टारगेट शेट करें। अगर आप उस टारगेट को पूरा कर लेते हैं, तो खुद को पुरस्कृत करें। इससे आपको और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।

लक्ष्य तय करें

किताबें पढ़ने की शुरुआत करने से पहले एक लक्ष्य तय कर लें कि एक दिन में इतना पढ़ना है या फिर एक सप्ताह में किताब खत्म कर देनी है। लक्ष्य बनाकर पढ़ने से यह फायदा होगा कि आप तय समय पर किताब पढ़ पाएंगे और उसे खत्म कर पाएंगे। और जब तय लक्ष्य पर किताबें पढ़ लेंगे, तो आपको मन लगने लगेगा और आप दूसरी किताबें भी आसानी से पढ़ पाएंगे। कोशिश करें कि किताबें पढ़ते वक्त सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहें ताकि आप सही तरीके से फोकस कर पाएं।

पुस्तक क्लबों में शामिल हों

आप अगर अकेले किताबें पढ़ते हैं, तो उस पर चर्चा नहीं कर पाते हैं। जो भी आप किताबों से सीखते हैं, उसके बारे में दूसरों को बता नहीं पाते हैं। ऐसे में आप पुस्तक क्लबों को ज्वाइन कर लें। इससे यह फायदा होगा कि आप किताबों के बारे में बात कर पाएंगे और वहां से जान पाएंगे कि कौन सी किताब कैसी है और कौन सी किताब पढ़नी चाहिए।

हमेशा एक किताब साथ रखें

किताब पढ़ने की आदत डालने के लिए ज़रूरी है कि आप हमेशा एक किताब साथ रखें। इससे यह फायदा होगा कि आपको जब भी समय मिलेगा आप किताब के कुछ पन्नों को उलट लेंगे और पढ़ लेंगे। धीरे-धीरे यह आपकी आदत में शामिल हो जाएगा और फिर किताब पढ़ना आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाएगा।

किताबों की लिस्ट बनाएं

अगर आप किताब पढ़ना चाहते हैं, तो ज़रूरी है कि आप किताबों की सूची बनाएं। इसमें ऐसी किताबों को रखें, जो आपको पसंद हों। सबसे पहले नंबर पर सबसे पसंदीदा किताब को रखें और फिर उसके बाद वाला। साथ ही लिस्ट बनाते समय यह भी ध्यान रखें कि इसमें सभी विषयों को लेकर किताबें हों, जिससे आप इन्हें पढ़ते समय बोरियत फील न करें और एक के बाद एक किताबें पढ़ते चले जाएं।

सरल और सामान्य भाषा वाली किताबों से करें शुरुआत

किताब पढ़ने की आदत डालने के लिए ज़रूरी है कि आप शुरुआत में सरल और सामान्य भाषा वाली किताबें पढ़ना शुरू करें। इससे यह होगा कि आपको किताबों में दी गई जानकारी या फिर कहानी अच्छी तरह समझ आएगी और आपको पढ़ने में मन लगेगा। अगर आप भारी भाषाओं वाली किताबें उठा लेंगे, तो आप जल्द ही बोरियत फील करने लगेंगे और किताबें पढ़ना छोड़ देंगे।

इस आर्टिकल में हमने पुस्तकों के महत्व के बारे में बताते हुए किताबें पढ़ना कैसे शुरू कर सकते हैं, इसके बारे में भी बताया। यह जानकारी आपको कैसी लगी, हमें ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह की और भी ज्ञानवर्द्धक जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।