पढ़ने के फायदे

सोने से पहले पढ़ने के हैं कई फायदे

मोबाइल स्क्रीन पर समय बर्बाद करने से अच्छा है कि आप किताबों को पढ़ने पर ध्यान दें। इससे आपका ज्ञान बढ़ने के साथ-साथ रचनात्मक कौशल में वृद्धि होगी और नींद भी अच्छी आएगी।

क्या बचपन के वो दिन याद हैं कि जब रात में बत्तियां बुझने के बाद चादर के अंदर टॉर्च जला कर घंटों कहानियों की किताबें या कॉमिक्स पढ़ते थे? लेकिन क्या आपको पता है कि यह एक बहुत अच्छी आदत है, पर यह ज़रूरी नहीं कि आप किताबों को बचपन की तरह ही पढ़ें। सोने से पहले किताबें पढ़ना आपकी सेहत में कई सकारात्मक बदलाव ला सकता है। पढ़ने से दिन भर की थकान से राहत मिलती है और साथ ही सुकून भरी नींद भी आती है। आपकी उम्र चाहे जो भी हो लेकिन सोने से पहले की रूटीन में किताबें पढ़ना आपके लिए ‘एक पंथ दो काज’ जैसा होगा। क्योंकि इससे आपका दिमाग और सोच दोनों ही विकसित होंगे।

तनाव से छुटकारा पाने के लिए सोने से पहले पढ़ने के फायदे (Benefits of reading) हो सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स के रिचर्स ने एक सवाल के तह तक जाने की कोशिश की। सवाल था कि क्या सोने से पहले किताब पढ़ने का प्रभाव आपके तनाव पर पड़ता है? उन्होंने पाया कि सिर्फ 6 मिनट का पढ़ना आपके तनाव को 68 प्रतिशत तक कम कर सकता है। जब आप कोई दिलचस्प किताब पढ़ते हैं, तो आप उसमें इस कदर खो जाते हैं कि आप अपनी सभी परेशानियों को भूल जाते हैं। पढ़ने से मन शांत होने के साथ मांसपेशियों और हृदय का तनाव भी कम होता है।

अगर आप रात में सोने से पहले किताबें नहीं पढ़ते हैं, तो इस अच्छी आदत को अभी शुरू करें। सभी डिस्ट्रैक्शन को खुद से दूर रखें, किताब पढ़ते वक्त सिर्फ किताब पढ़ने पर ध्यान दें। मोबाइल स्क्रीन पर समय बर्बाद करने से अच्छा है कि आप किताबों को पढ़ने पर ध्यान दें। इससे आपका ज्ञान बढ़ने के साथ-साथ रचनात्मक कौशल में वृद्धि होगी और नींद भी अच्छी आएगी।

किताब पढ़ने की आदत को अपनाना सबसे आसान आदतों में से एक है। अगर किताबों को पढ़ने की आदत को विकसित करना चाहते हैं, तो उन्हें अपने बिस्तर के पास रखें, जिससे सोने से पहले उसे पढ़ना ना भूले। किताब पढ़ने के फायदे के लिए सोने से पहले का कुछ समय निश्चित कर लेना चाहिए। इससे आपकी नींद तो अच्छी होगी ही और वक्त के साथ-साथ आपके जीवन में भी कई सकारात्मक बदलाव आएंगे। आइए अब आपको पढ़ने के फायदे के बारे में बताते हैं कि आपको सोने से पहले किताब क्यों पढ़ना चाहिए।

स्क्रीन टाइम का कम होना (Screen time ka kam hona)

नए आविष्कार हमारे जीवन को सरल व मनोरंजक बनाते तो हैं लेकिन साथ-साथ इसके अधिक उपयोग से हमें नुकसान भी होता है, जैसे कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल। समाचारों और सोशल मीडिया से अपडेट रहने की आपकी इच्छा आपके डिस्ट्रैक्शन का सबसे बड़ा कारण है। ये आपकी नींद में खलल पैदा करते हैं और आपके दिमाग को जगा कर आपके स्लीप साइकिल को बिगाड़ देते हैं। स्मार्टफोन से निकलने वाली ब्लू लाइट आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है। हार्वर्ड हेल्थ के एक लेख में कहा गया है कि, ” किसी भी प्रकार का प्रकाश मेलाटोनिन हॉर्मोन के स्राव को बाधित कर सकता है, रात में इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से निकलने वाली ब्लू लाइट हॉर्मोन को प्रभावित करता है, जिससे नींद नहीं आने की समस्या होती है।” किताब पढ़ने के फायदे ये हैं कि आप बोर भी नहीं होते हैं और स्क्रीन टाइम भी कम होता है। जो आपको बेहतरीन नींद लाने में मदद करती है और एक प्रोडक्टिव दिन के लिए तैयार करती है।

तनाव कम करने में मददगार हैं किताबें (Tanav kam karne mein madadgar hai kitaben)

अगर सोते वक्त आप अपने दिमाग में आ रहे विचारों को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो एक अच्छी किताब पढ़ना बेहतर विकल्प हो सकता है। किताब पढ़ने के फायदे, खुद को रोज़मर्रा की चिंता व थकान से मुक्त करने का एक बढ़िया तरीका है। पढ़ना, संगीत सुनने या कोई ड्रिंक लेने से बेहतर है। पढ़ने से ब्लड प्रेशर कम होता है और मांसपेशियों में तनाव कम होता है। कुछ ऐसा पढ़ें, जिसमें आपकी दिलचस्पी हो, जिससे कि आप लेखक की काल्पनिक दुनिया में पहुंच जाएं। इसके बाद आप स्वयं तनाव मुक्त महसूस करेंगे

रचनात्मकता बढ़ाने के लिए ज़रूरी हैं किताबें (Rachnatmakta badhane ke liye jaruri hai kitabn)

सोने से पहले किताबें पढ़ने के फायदे यह भी है कि इससे याददाश्त दुरुस्त होती है और मानसिक योग्यता को बढ़ाने में सहायता मिलती है। किताबों का सीधा सरोकार सफलता से है, उदाहरण के तौर पर आप एलन मस्क व बिल गेट्स जैसे सफल उद्यमियों को देख लीजिए। पढ़ने से केवल एक लंबे दिन की थकान ही नहीं कम होती बल्कि दिमाग शांत भी होता है, जिससे नए विचार आते हैं और काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। रिसर्च के अनुसार फिक्शन या उपन्यास पढ़ने से हमें अपनी कल्पनाओं के द्वारा कोई आम सी जानकारी भी रचनात्मकता लगने लगती है। उसमें हमारा दिमाग कुछ नया ढूंढ निकालता है। मतलब कि हम दुनिया को एक नए नज़रिए से देखने लगते हैं।

बुद्धिमत्ता बढ़ाने के लिए पढ़ें किताबें (Buddhimatta badhane ke liye padhe kitaben)

क्या आपकी रातें बीते हुए कल और भविष्य की चिंता के बीच में उलझी हुई रहती है? अगर हां, तो आपको इन पर लगाम लगाने की ज़रूरत है। यह ना सिर्फ आपका समय बर्बाद करती हैं, बल्कि आपके सोचने की क्षमता को भी प्रभावित करती हैं। इन सब फिजूल की बातों पर ध्यान देने से अच्छा है कि आप वर्तमान पर ध्यान दें। अपने विचारों और आदतों पर काबू रखें और हर दिन का अंत एक पॉजिटिव नोट लिख कर करें। अपनी बुद्धिमत्ता को बढ़ाने के लिए सोने से पहले किताबें पढ़ें। पढ़ते वक्त आपका पूरा ध्यान आपके सामने हो रही चीज़ों पर होता है और आप भूतकाल और भविष्यकाल से निकल कर कल्पनाओं के समुद्र में गोते लगाते हैं।

अच्छी नींद के लिए रोजाना पढ़ें (Achi neend ke liye rojana padhen)

क्या कभी आपने इस बात पर गौर किया कि बच्चे कहानियां सुनकर सोना क्यों पसंद करते हैं? शायद कल्पनाओं की दुनिया में खोकर अच्छी नींद आती है। बचपन की यह आदत हमें बड़े होने पर भी जारी रखनी चाहिए। सिर्फ इसमें इतना बदलाव रहेगा कि अब हम कहानियां सुनेंगे नहीं बल्कि पढ़ेंगे। ससेक्स विश्वविद्यालय के अध्ययन के बाद एक सुझाव सामने आया कि पढ़ने से आराम मिलता है, जो आपके तनाव को कम करता है। टेंशन फ्री रहने पर आपको बेहतरीन नींद आएगी। अच्छी नींद के लिए सोने से पहले पढ़ने की रूटीन का विकास करें। पढ़ते वक्त दिमाग आपको सोने का संकेत देता है, जिससे आपको आसानी से नींद आ जाती है।

एक प्रोडक्टिव दिन की शुरुआत के लिए ज़रूरी है पढ़ना (Ek productive din ki shuruaat ke liye jaruri hai padhna)

अच्छी नींद सिर्फ सोने के घंटे पर नहीं, बल्कि सुबह की फ्रेश फीलिंग पर निर्भर करती है। सोने से पहले पढ़ने के फायदे के कारण आप आस-पास के वातावरण में अलग सी शांती महसूस करते हैं और आरामदायक नींद ले पाते हैं। जब आपका मन शांत और शरीर स्थिर हो जाता है, तो आपकी नींद में सुधार होता है और आप रोजाना खुद को प्रोडक्टिव महसूस करते हैं। इसलिए जाहिर सी बात है कि जब नींद अच्छी होगी तो आपका दिन भी अच्छा होगा।

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