सादी ज़िंदगी से कैसे बनता है खुशियों का इंद्रधनुष?

सादा जीवन, उच्च विचार एक ऐसा जीवन-दर्शन है जो हमें यह समझाता है कि हमारी बाहरी जीवनशैली जितनी सरल और सादी होगी, हमारी सोच और विचार उतने ही ऊंचे और बढ़िया हो सकते हैं।

क्या आपको भी लगता है कि खुश रहने के लिए बहुत सारा पैसा और बढ़िया भोग-बिलास वाली ज़िंदगी होनी चाहिए? और इन्हीं चीज़ों को पाने की इच्छा में दिन रात मेहनत और चिंता करते हुए अपना जीवन बिता देना चाहते हैं। अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो बिल्कुल गलत सोचते हैं, क्योंकि ज़िंदगी की खुशियां महंगी चीज़ों में बिल्कुल नहीं होती। हां ये सब आपको थोड़ी देर की खुशी ज़रूर दे सकती है, पर खुशहाल ज़िंदगी जीने का राज़ तो साधारण जीवन जीने में ही है। 

क्या आपको मेरी बात पर यकीन नहीं? आपको ज़रूर लग रहा होगा कि मेरी बात सही नहीं है, पर मेरा विश्वास कीजिये और कुछ देर भोग-बिलास से भरी ज़िंदगी से दूर हट कर जो बचता है उसी में खुश रहने की कोशिश करें। अपने वो कहावत तो ज़रूर ही सुनी होगी ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ ये कहावत भी हमें सादा जीवन का महत्व समझने की कोशिश करती है। सादा जीवन हमें भीतर से खुश (Happiness) करता है और सुकून देता है। 

इस बात को और अच्छे से समझने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और जानें की सादा जीवन कैसे हमारी ज़िंदगी में इंद्रधनुष की तरह रंग भर देता है।

सादा जीवन, उच्च विचार (Sada jeevan uchh vichaar)

सादा जीवन, उच्च विचार एक ऐसा जीवन-दर्शन है जो हमें यह समझाता है कि हमारी बाहरी जीवनशैली जितनी सरल और सादी होगी, हमारी सोच और विचार उतने ही ऊंचे और बढ़िया हो सकते हैं। इस कहावत का सीधा मतलब ये है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी भौतिक ज़रूरतों और दिखावे पर कम और अंदरूनी विकास पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए। अपने जीवन में सादगी अपना कर हम सुकून महसूस करते हैं और हमें ये समझ आता है कि असली खुशी बढ़िया और महंगी चीज़ों के पीछे भागने में नहीं है, बल्कि खुश रहने के लिए सिम्पलिसिटी या सादगी ही ज़रूरी है। सादा जीवन खुद ही दूसरों के लिए दया की भावना पैदा करता है, आध्यात्मिकता की तरफ ध्यान खींचता है और मानसिकता में सकारात्मक बदलाव होते हैं। 

सादा जीवन जीने से हम बहुत सी चिंताओं से दूर हो जाते हैं और खुद की असली पहचान कर पाते हैं।

कैसे साधारण जीवन में खुशियों का इंद्रधनुष बन सकता है? (Kaise sadharan jeevan mein khushiyon ka indradhanush ban sakta hai?)

सादा जीवन से खुशियों का इंद्रधनुष बनता है क्योंकि यह हमें कुछ देर की खुशी नहीं, बल्कि ऐसी खुशियां देता है जो लम्बे वक्त तक हमारे साथ रहें।

मन की शांति 

सादा जीवन जीने से हमें महंगी चीज़ों की भूख नहीं होती। इससे हमारे पास जो है हम उसी में सब्र करना सीख जाते हैं। जो हमें अंदरूनी शांति देता है।

रिश्तों की अहमियत

सरल जीवन में हम चीज़ों से ज्यादा रिश्तों को अहमियत देते हैं। हम ज़्यादा पैसे कमाने और उससे जुड़ी चिंताओं से दूर रहते हैं और अपने खास लोगों के साथ समय बिता पाते हैं, जिससे रिश्तों में गहराई आती है और हम जीवन में खुश रहते हैं।

तनाव से मुक्ति

सादा जीवन सादा ज़रूरतों और सादा इच्छाओं से पूरा हो जाता है। इससे तनाव, चिंता और मानसिक दबाब कम होता है, क्योंकि हम दूसरों की होड़, दिखावे या भौतिक चीज़ों के पीछे नहीं भागते।

प्रकृति की गोद में

सादा जीवन हमें प्रकृति के करीब ले जाता है, क्योंकि हम बाहरी चीज़ों की बजाय प्राकृतिक सुंदरता और साधारण जीवन की छोटी-छोटी खुशियों से खुश रहते है। 

स्वस्थ जीवनशैली

सरल जीवन में ज़्यादा पाने की इच्छा नहीं होती, तनाव और शारीरिक या मानसिक थकान भी नहीं होती। हम सादा खाना खाते हैं जो हमें स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है।

खुद से मिलते हैं

साधारण जीवनशैली अपनाने से खुद को जानने और समझने का पूरा वक्त मिलता है, हम समय का महत्व समझ पाते हैं, जिससे ज़िंदगी में खुशियां आती हैं। अपने अंदर की बुराइयों और अच्छाईयों पर ध्यान जाता है, और हम एक बेहतर इंसान बनते हैं। 

इस तरह, सादा जीवन हमें तनावमुक्त, स्वस्थ और सब्र शांति से भरा जीवन देकर खुशियों का इंद्रधनुष बनाने में मदद करता है। ऐसे और आर्टिकल आप सोलवेदा हिंदी पर पढ़ सकते हैं।

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