परिवार का महत्व

परिवार का महत्व क्यों है जरूरी, कई परेशानियों से आप पा सकते हैं निजात

परिवार हमारी ताकत और हमारी समझ का सेंटर प्वाइंट होता है। इसके बदौलत ही हम अपने जीवन में हर चीज प्राप्त करते हैं। किसी भी इंसान के विकास में परिवार का महत्व सबसे ज्यादा होता है।

परिवार का महत्व इंसान की ज़िंदगी में सबसे ज्यादा होता है, क्योंकि इंसान सामाजिक प्राणी है और समाज का निर्माण सबसे पहले परिवार से ही होता है। जब बच्चा जन्म लेता है, तो वह अपने आसपास जिनको भी पाता है, उसे परिवार मान लेता है। ऐसा इसीलिए है क्योंकि दुनिया में हमारा सबसे करीबी कोई होता है, तो वह किसी न किसी तरह से हमारे परिवार का सदस्य होता है। परिवार हमारे सबसे करीब होता है। परिवार में हम अपने इमोशन शेयर कर सकते हैं और अपनी समस्याओं को भी उनके सामने रख सकते हैं। परिवार हमारे सभी सिच्यूशन में हमारे साथ होता है। इसलिए परिवार का महत्व (Importance of family) हमारे जीवन में सबसे ज्यादा होता है।

परिवार हमारी ताकत और हमारी समझ का सेंटर प्वाइंट होता है। इसके बदौलत ही हम अपने जीवन में हर चीज प्राप्त करते हैं। किसी भी इंसान के विकास में परिवार का महत्व सबसे ज्यादा होता है। परिवार का महत्व इसलिए सबसे ज्यादा है, क्योंकि यह एक-दूसरे को हजारों परेशानियों के बाद भी आपस में जोड़े रखता है।

कहते हैं कि परिवार से बड़ा कोई धन नहीं होता है। पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं होता है और मां की आंचल से बड़ी कोई दुनिया नहीं, भाई से अच्छा कोई भागीदार नहीं और बहन से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं होता है। इसलिए बिना परिवार के जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। एक अच्छा परिवार हमेशा एक-दूसरे को साथ लेकर चलता है। इसलिए परिवार मनुष्य के विकास का एक मजबूत आधार होता है। इस लेख में हम परिवार का महत्व बताने के साथ-साथ आपको परिवार के साथ होने से आप किस-किस तरह की परेशानियों से बच सकते हैं, उसके बारे में बताएंगे।

परिवार को प्रयोगशाला भी कहा जाता है (Parivar ko prayogshala bhi kaha jata hai)

परिवार इंसान की ज़िंदगी में सबसे बड़ी प्रयोगशाला होती है। बच्चा जन्म लेने के बाद परिवार में ही रहता है। परिवार के सदस्यों के बीच ही उसका मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। इसलिए परिवार का महत्व हमारे लिए काफी बढ़ जाता है। परिवार से हमारे गुण व अवगुण की शुरुआत होती है। हमारे सबसे पहले गुरु माता-पिता ही होते हैं। हम उन्हीं से बोलना और चलना सीखते हैं। दादी-नानी की कहानियां सुनते हुए बड़े होते हैं। इन कहानियों से ही हमें समाज के बारे में और देश-दुनिया के बारे में सबसे पहले जानकारी मिलती है। परिवार के बीच रहते हुए ही हम अच्छाइयों के साथ-साथ जीवन जीने के सभी पहलूओं के बारे में सीखते हैं। बच्चे के मानसिक विकास पर सबसे पहला प्रभाव परिवार का ही होता है। यदि पारिवारिक माहौल अच्छा रहता है, तो हम पॉजिटिविटी के साथ जीवन में आगे बढ़ते हैं, लेकिन यदि परिवार का माहौल ठीक नहीं रहता है, तो हम नेगेटिविटी की ओर बढ़ जाते हैं।

कभी नहीं महसूस करेंगे अकेलापन (Kabhi nahi mehsoos karenge akelapan)

कोई भी परिवार तीन-चार लोगों के समूह से बनता है। इसमें सभी अलग-अलग माइंडसेट के होते हैं। इसके बाद भी परिवार का महत्व हमारे लिए इसलिए बढ़ जाता है, क्योंकि हम परिवार में रहते हुए कभी अकेलापन महसूस नहीं करते हैं। परिवार के सदस्य हमेशा एक-दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं। इसका यह फायदा होता है कि जब भी हम किसी मुश्किल में होते हैं, तो हमारे पास परिवार का सपोर्ट होता है। हमारे पास अपनी बातों को बताने के लिए कोई न कोई होता है, जो हमारी हर नादानियों को समझता है। यदि हम कुछ गलत करते हैं, तो उसे ठीक कराने के लिए कोई न कोई हमारे पीछे खड़ा होता है। हम परिवार के सदस्यों से हर बात खुलकर बता सकते हैं, क्योंकि परिवार के लोगों से ज्यादा हमें कोई नहीं समझता है।

हर समस्या का मिल जाता है समाधान (Har samasya ka mil jata hai samadhan)

परिवार में रहने का सबसे अच्छा फायदा यह है कि हमें अपने बुजुर्गों से काफी कुछ सीखने को मिलता है। उनके अनुभवों को समझकर हमें समस्यों से बाहर निकलने का रास्ता मिल जाता है। बड़े-बुजुर्गों की बात पर यदि हम ध्यान देते हैं, तो वो अपनी लाइफ का एक्सपीरियेंस बताते हुए हमें जीवन जीने की कला सीखा देते हैं। इससे समस्या आने पर भी, हमें उससे निकलने का तरीका मिल जाता है। साथ ही जब कभी भी हम किसी समस्या में फंसे होते हैं, तो परिवार के सदस्यों से बात करने पर उसका कोई न कोई हल निकल जाता है।

डिप्रेशन का नहीं होते हैं शिकार (Depression ka nahi hote hain shikar)

परिवार में रहने से हम कभी भी डिप्रेशन का शिकार नहीं होते हैं। क्योंकि परिवार में हमारे सभी परेशानियों का समाधान होता है। परिवार में एक-दूसरे से बात करने के कारण हम अपनी बातों को बिना किसी चिंता के शेयर करते हैं। इसका फायदा यह होता है कि हमारे अंदर जो भी चीजें चल रही होती हैं, उसको सुनने वाला हमें मिल जाता है। साथ ही हमें सही और गलत की जानकारी देने वाला मिल जाता है। जब भी हम कोई निर्णय नहीं ले पाने की वजह से डिप्रेशन का शिकार हो रहे होते हैं, तो परिवार के लोग सही निर्णय लेने में हमारी मदद करते हैं। इससे हमारे अंदर पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है, जिससे हम डिप्रेशन से बाहर निकल जाते हैं। इसलिए परिवार का महत्व काफी बढ़ जाता है।

नहीं होती है मेंटल हेल्थ की समस्या (Nahi hoti hai mental health ki samasya)

परिवार में रहने से मेंटल हेल्थ की समस्या नहीं होती है। क्योंकि यहां किसी एक इंसान पर सभी काम को पूरा करने का दबाव नहीं रहता है। हर काम में परिवार का सपोर्ट मिलता है। इससे हमें किसी भी तरह से मानसिक दबाव से नहीं गुजरते हैं। इससे हमारी मेंटल हेल्थ ठीक रहती है।

इस लेख में हमने आपको परिवार का महत्व बताया। साथ ही हमने यह भी बताया कि परिवार के साथ होने से आप किन-किन परेशानियों से बच सकते हैं। इसी तरह के और लेख पढ़ने के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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