क्या कुछ नया किया जा सकता है इस नव वर्ष में?

यूं तो सारी दुनिया अलग-अलग दिन न्यू ईयर या नया साल मनाती है और भारत में भी अलग-अलग जगह पर अलग-अलग दिन नया साल मनाया जाता है। हालांकि, अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से 1 जनवरी से नए साल की शुरूआत होती है।

वक्त कितनी जल्दी गुज़र जाता है न। जहां अभी कुछ ही दिनों पहले हमने साल 2023 के नववर्ष का स्वागत किया था, वहीं आज उसको विदा करके एक और नए साल का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। नया साल, नई खुशियां, नई उम्मीदें और मुस्कुराते चेहरे, इन्हीं सबके साथ तो हम नए साल की तरफ कदम बढ़ाते हैं। यूं तो सारी दुनिया अलग-अलग दिन न्यू ईयर या नया साल मनाती है और भारत में भी अलग-अलग जगह पर अलग-अलग दिन नया साल मनाया जाता है। हालांकि, अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से 1 जनवरी से नए साल की शुरूआत होती है। 31 दिसंबर को साल का आखिरी दिन और उसके अगले दिन 1 जनवरी को एक नए साल का शुभारंभ माना जाता है।

सब कहते हैं, साल का पहला दिन अगर उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाए, तो पूरा साल इसी उत्साह और खुशियों के साथ ही बीतेगा। इसलिए सब लोग इस दिन को मिलकर खुशियों से भरने की कोशिश करते हैं। इस दिन को अलग-अलग धर्मों और समुदाय के लोग साथ मिलकर मनाते हैं। कहीं बाहर घूमने जाना हो या किसी बढ़िया से रेस्टोरेंट में पार्टी करनी हो, इस दिन को खास बनाने के लिए सब कुछ-न-कुछ खास करते हैं। लेकिन, सिर्फ एक दिन को ही खास बनाकर, नए साल के बाकी दिनों को सामान्य तरीके से क्यों जीना? जब साल नया है तो नए साल के हर दिन को नए तरीके से जीना चाहिए न। तो फिर चलिए हम अपने हर दिन को खास बनाते हैं। नए साल के हर दिन को कुछ अलग और नए पलों और संकल्पों के साथ जीते हैं। नव वर्ष को और उसके हर दिन को खास तरीके से जिया जा सकता है। आइए आगे जानते हैं कि कैसे हम बना सकते हैं इस नए साल को और भी खास।

नव वर्ष में नव संकल्प (Nav varsh mein nav sankalp)

नया साल अक्सर कई लोगों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक होता है। कुछ लोगों के लिए, इसका मतलब स्वास्थ्य लक्ष्य बनाना है, जैसे वज़न कम करना, पौष्टिक आहार का पालन करना और व्यायाम को अपने दिन का हिस्सा बनाना। जबकि, कुछ लोग इसे अपने व्यक्तित्व में निखार लाने के लिए मनाते हैं। ऐसे सभी लोग नए साल का स्वागत नई सोच, नए विचार, दया के भाव और अपने करियर में नए बदलाव के साथ करना चाहते हैं।

हालांकि, ज़्यादातर लोग ज़िंदगी को नई दिशा देने के लिए चुने गए इन संकल्पों को पूरा नहीं कर पाते और बस एक हफ्ते या कुछ दिन बाद ही अपनी पुरानी आलस-भरी दिनचर्या में लौट आते हैं। इसी वजह से हर साल हम एक जैसे ही संकल्प लेते हैं। इस चक्र को तोड़ने के लिए, ऐसे संकल्प लेना ज़रूरी है, जो न केवल ज़िंदगी में सुधार कर सकते हैं बल्कि इन्हें आप अपने जीवन का एक ज़रूरी हिस्सा भी बना सकते हैं। यहां नए साल के कुछ संकल्प दिए हुए हैं, जिन्हें हम सच में पूरा कर सकते हैं और अपने इस साल को नये तरह से गुज़ार सकते हैं।

नया साल और सेहत का ख्याल (Naya saal aur sehat ka khyal)

नये साल में कुछ नया ही करना है तो क्यों न सेहत का ख्याल रखने का संकल्प कर लेते हैं। अच्छा स्वास्थ्य हर खुशी में चार-चांद लगा देता है। जब सेहत अच्छी रहेगी तो हम हर उत्सव का पूरा मज़ा ले पाएंगे। हम इस साल की शुरुआत, खुद से स्वस्थ रहने का वादा करके, स्वस्थ रहने के रास्तों पर कदम बढ़ाकर कर सकते हैं। इसकी शुरुआत रोज़ अच्छा खाना खाने से हो सकती है। खुद से किये इस वादे को निभाने के लिए केवल ऐसा खाना ही खाएं, जिससे आपके शरीर को शक्ति और ज़रूरी पोषक तत्व मिलें। बाहर का तला-भुना और वसा वाले भोजन को न कहना सीख लीजिए और नव वर्ष के सिर्फ एक हफ्ते तक नहीं बल्कि हर रोज़, शरीर को सेहतमंद बनाए रखने पर तुले रहें। तो चलिए फिर आज से ही इस नये साल की शुरुआत के साथ सेहतमंद रहने का भी शुभारंभ करें।

अच्छी आदतों से करें नये साल का स्वागत (Achhi adaton se karein naye saal ka swagat)

बात नए साल में कुछ नया करने की है तो फिर क्यों न कुछ अच्छी आदतों को ज़िंदगी का हिस्सा बना लिया जाए। ये अच्छी आदत शारीरिक स्वास्थ से जुड़ी हो सकती है या मानसिक स्वास्थ्य से या फिर हमारे दैनिक नैतिक जीवन से भी जुड़ी हो सकती है। हमें तो बस इन आदतों को अपनी ज़िंदगी में जगह देने की ज़रूरत है। आइए जानते हैं वो‌ कौन-सी अच्छी आदतें हैं, जिन्हें हम साल की शुरुआत के साथ अपना सकते हैं।

नए साल का दिन और कुछ अच्छी आदतें:

खुद से ‘आई लव यू’ कहें

अपने लिए समय निकालना स्वार्थ नहीं होता है और न ही खुद को सबसे ऊपर रखना गलत है। ध्यान से देखें, तो खुद से प्यार करना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है। नए साल में खुद से इस रिश्ते की डोर बांध लीजिए। खुद से प्यार और खुद का सम्मान करने का संकल्प लेकर, आप अपने साल को नये तरह से बिता सकते हैं।

योग और ध्यान

ध्यान मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने का सबसे बेहतर तरीका है। ये हमें चिंता या अवसाद जैसी बहुत-सी मानसिक बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। इसलिए हम इस नए साल में ध्यान और योग को अपने जीवन में जगह दे सकते हैं।

हर दिन कुछ अच्छा करना

नए साल की शुरुआत से ही कोशिश करें, हर दिन कोई एक अच्छा काम करने की। कभी किसी जानवर को खाना खिलाने की, कभी किसी गरीब की मदद करने की तो कभी अपने मां-पिता के लिए कुछ खास करने की। ऐसा अगर आप एक साल कर लेते हैं तो आप पूरे साल में कई सारे अच्छे काम कर चुके होंगे और पहले से बेहतर भी बन चुके होंगे।

कोई नई स्किल सीखना

पूरा साल बिताकर हमें लगता है कि हमने एक साल बर्बाद कर दिया मगर कुछ अच्छा नहीं सीखा। इसीलिए इस साल की शुरुआत आप नई स्किल के साथ कर सकते हैं। अगर हर साल ही आप ऐसा करें तो आप कितना कुछ नया जान लेंगे।

पढ़ने की आदत डालकर

पढ़ा हुआ कभी बेकार नहीं जाता। सोशल मीडिया के ज़माने में पढ़ने की आदत होना ही बड़ी बात है। आप जितना पढ़ेंगे उतने समझदार बनेंगे। इस साल से खुद के अंदर पढ़ने की ललक जगाएं।

इनके अतिरिक्त भी बहुत-सी अन्य अच्छी आदतें हैं, जिन्हें नए साल के दिन आप अपना सकते हैं, जैसे- इस साल मन में सबके लिए दया भाव रखकर, सुबह जल्दी उठकर, ताजी हवा से मिलकर, अपने करियर में नए लक्ष्य तय करके, इत्यादि। हम नए साल में बहुत कुछ नया करने का प्रण ले सकते हैं।

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