क्या आप एक अर्ली बर्ड या नाइट आउल हैं?

आपकी नींद के पीछे स्लीपिंग पैटर्न जिम्मेदार होता है। जो सीधे आपकी रचनात्मकता और उत्पादकता को प्रभावित करता है।

“जो सोवत है, वो खोवत है। जो जागत है, वो पावत है।” यह बात आपने बड़े-बुजुर्गों के मुंह से अक्सर सुनी होगी। हम में से कुछ लोग अपने दिन की शुरुआत सूरज की पहली किरण से करते हैं। जिन्हें अर्ली बर्ड कहा जाता है। वहीं, कई लोग सूरज उगने से पहले सोने जाते हैं। ऐसे लोगों को नाइट आउल कहा जाता है। ये लोग आपस में काफी विपरीत होते हैं। अर्ली बर्ड और नाइट आउल दोनों की प्रोडक्टिविटी और काम करने का तरीका अलग होता है। कई बार हमें आश्चर्य होता है कि सुबह के 3 बजे कोई कैसे उठ सकता है और सुबह के 3 बजे कोई कैसे सोने जा सकता है? इसके पीछे उनका स्लीपिंग पैटर्न जिम्मेदार होता है। जो सीधे आपकी रचनात्मकता और उत्पादकता को प्रभावित करता है।

चार्ल्स डार्विन, विंस्टन चर्चिल और एल्विस प्रेस्ली जैसी महान हस्तियां तो नाइट आउल ही थे। ये लोग देर रात तक जाग कर अपना काम करते थे। वहीं, दूसरी तरफ रिचर्ड ब्रैनसन, बेंजामिन फ्रैंकलिन और हॉवर्ड शुल्ज़ जैसे लोगों की आदत सुबह जल्दी उठना (Wake up early) है। इन्हें लगता है कि इनकी उत्पादकता भोर में सबसे अधिक होती है।

इन सबसे इतर ज़रूरी सवाल यह है कि क्या आप अपने सोने या काम करने का समय चुन सकते हैं?

सर्कैडियन रिदम पर आधारित एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि आप अर्ली बर्ड हैं या नाइट आउल इसके लिए आपका जीन जिम्मेदार होता है। जीन के कारण ही कुछ लोग सुबह जल्दी उठना पसंद करते हैं, तो कुछ लोग देर रात तक जाग कर काम करते हैं। इस लेख के ज़रिए हम अर्ली बर्ड और नाइट आउल के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को समझने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा आपका बॉडी क्लॉक प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में कैसे आपकी मदद कर सकता है।

“सुबह जल्दी उठना, रात को जल्दी सोना, मनुष्य को सेहतमंद, बुद्धिमान और धनवान बनाता है” यह बात इस ओर इशारा करता है कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग बेशक स्वस्थ होते हैं, लेकिन सफल और बुद्धिमान व्यक्ति बनने के लिए तड़के सुबह उठना जरूरी नहीं है।

अर्ली बर्ड होना कैसा है? (Early Bird hona kaisa hai?) 

नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी मेडिकल स्कूल के न्यूरोलॉजी प्रोफेसर और स्लीप डिसऑर्डर सेंटर के डायरेक्टर – डॉ. फीलिस सी ज़ी का कहना है कि सुबह 8 बजे से दोपहर के बीच धरती पर आने वाली सूरज की किरणें हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। यही कारण है कि अर्ली बर्ड प्रकृति के लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हैं। दिन में उनमें अधिक ऊर्जा होती है, जिससे उनकी प्रोडक्टिविटी अच्छी होती है। अर्ली बर्ड वाले लोगों में कोई भी लत लगने की संभावना बहुत ही कम होती है।

अर्ली बर्ड प्रकृति के लोगों में काफी ज्यादा आत्मविश्वास पाया जाता है और उनमें स्ट्रेस लेवल भी कम रहता है। उनके अंदर ऊर्जा भी काफी ज्यादा होती है, जिसके कारण वे शायद ही कहीं देर से पहुंचते हैं। उनकी यही प्रकृति उन्हें प्रोडक्टिव, समय का पाबंद, निर्णायक बनाती है। इन्हीं कारणों से आप ऐसे कई बड़ी कंपनियों के सीईओ और मालिक को जानते होंगे, जो अर्ली बर्ड होंगे।

अर्ली बर्ड की इन खूबियों के साथ कुछ नकारात्मक पक्ष भी हैं। सुबह जल्दी उठना अच्छी बात है, लेकिन सूरज चढ़ने के साथ उनकी ऊर्जा बढ़ती है, लेकिन सूरज ढलने के साथ उनकी एकाग्रता और ऊर्जा में कमी आती है। इससे शाम ढलने के बाद उनकी प्रोडक्टिविटी में भी कमी देखने को मिलती है।

नाइट आउल होना कैसा है? (Night Owl hona kaisa hai?)

अर्ली बर्ड के उलट नाइट आउल सूरज ढलने के साथ एक्टिव होते जाते हैं। ऐसी प्रकृति के लोग रात में शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं। उन्हें रात के एकांत में रचनात्मक ख्याल आते हैं। जब रात में पूरी दुनिया सोने जाती है, तब इनकी रचनात्मकता जगती है। एक शोध में पाया गया है कि जल्दी उठना पसंद करने वालों की तुलना में नाइट आउल की विश्लेषणात्मक क्षमता और याद्दाश्त बेहतर होती है।

नाइट आउल को रात की खामोशी पसंद होती है, उस वक्त वे अपने कौशल पर एकाग्रता के साथ ध्यान दे पाते हैं। नाइट आउल प्रकृति के लोग जीवन में जोखिम लेते हैं और चुनौतियों का समाना बेहतर तरीके से करते हैं। नाइट आउल व्यक्तियों की एक खास बात यह भी है कि वे सोने में कम और काम करने में ज्यादा समय लगाते हैं। लेकिन इससे उनकी नींद नहीं पूरी होती है और वे मानसिक तौर पर थक जाते हैं। इसका सबसे नकारात्मक पहलू यह है कि रात में देर तक जागने से मोटापा, मूड स्विंग और मेमोरी लॉस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

एक कहावत है कि “सुबह जल्दी उठना, रात को जल्दी सोना, मनुष्य को सेहतमंद, बुद्धिमान और धनवान बनाता है” यह बात इस तरफ इशारा करती है कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग बेशक स्वस्थ होते हैं, लेकिन सफल और बुद्धिमान व्यक्ति बनने के लिए तड़के सुबह उठना ज़रूरी नहीं है। असल में ऐसा कई अध्ययनों में देखा गया है कि नाइट आउल अपनी स्किल और क्रिएटिविटी से किसी भी कार्य को ज्यादा अच्छे तरीके से करके सफल बना सकते हैं।

अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के व्यक्ति हैं, अर्ली बर्ड या नाइट आउल! आप चाहे जो भी हो आपकी सफलता आपके काम और दृढ़ निश्चय पर आधारित होती है। लेकिन एक बात याद रखें कि अच्छा स्वास्थ्य ही आपके जीवन का आधार है, तो आप नींद (Nind) के साथ समझौता ना करें और पर्याप्त नींद लें। इससे आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और आप सफलता की ओर अग्रसर रहेंगे।