कभी सोचा है कि अच्छा दोस्त ज़िंदगी में क्यों ज़रूरी है? जैसे अगर कोई बीमारी है, तो उसका इलाज दवा से हो जाता है। लेकिन, जो मन की बीमारी है उसका इलाज एक अच्छे दोस्त के पास ही होता है। मन का जो बोझ भारी लग रहा होता है, वो दोस्त को बताने से हल्का लगता है। अक्सर कुछ बातें होती हैं, जिसे किसी से शेयर करने में डर लगता है, डर लगता है कि कोई गलत नहीं समझे, लेकिन जब एक अच्छा दोस्त होता है, तो इस बात का कोई डर नहीं रहता है। क्योंकि हम उससे हर बात शेयर कर सकते हैं। अच्छा दोस्त आपको कभी जज नहीं करता है। अच्छा दोस्त बुरे वक्त में आपके साथ होता है और आपके अच्छे वक्त में आपसे ज्यादा खुश होकर वो आपके साथ सेलिब्रेट करता है। वहीं, अच्छे दोस्तों के साथ रहने से आपका मेंटल हेल्थ भी बढ़िया रहता है। तो चलिए ज़िंदगी में फ्रेंडशिप (Friendship) क्यों ज़रूरी है, इसके बारे में जानते हैं।
दोस्त हमारे पर्सनालिटी को ठीक करने में मदद करता है (Dost hamare personality ko thik karne main madad karta hai)
एक बार सोचिए यदि आप सिर्फ स्कूल जाएंगे और घर वापस आ जाएंगे, तो आपकी ज़िंदगी कैसी होगी और आपकी पर्सनालिटी कैसी होगी। यदि आपकी ज़िंदगी स्कूल और घर तक ही सीमित रहेगी, तो आपका जीवन ऊबाऊ हो जाएगा। आप देश-दुनिया से पूरी तरह कट जाएंगे। इस तरह से कोई भी इंसान अपना आत्मविश्वास खो देता है। सामाजिक सोच के ख्याल से देखें तो उसका बिहेवियर खराब हो जाता है। इंसान खुद में सिर्फ सिमटकर रहा जाता है। आखिरकार इंसान लोगों से मिलना और बाहर जाना पसंद नहीं करता है। लेकिन, इसके उलट यदि आपके जीवन में दोस्त होते हैं, तो ज़िंदगी को पूरी तरह से जीने का मौका मिलता है। जिनके पास दोस्त होते हैं, उनके पास उनलोगों से ज्यादा आत्मविश्वास होता है, जिनके दोस्त नहीं होते हैं। दोस्त होने से लोग बाहरी दुनिया से जुड़े रहते हैं। देश-दुनिया के बारे में जानकारी रखते हैं। क्योंकि आप जब भी दोस्तों के साथ होंगे, तो किसी ना किसी बात पर चर्चा करेंगे, जिससे आपको अलग-अलग तरह की जानकारी मिलती रहेगी। इससे आपकी पर्सनालिटी में सुधार होगा और आपका व्यक्तित्व मजबूत होगा।
दोस्तों से इमोशनल सपोर्ट मिलता है (Doston se Emotional Support milta hai)
ज़िंदगी में कई बार ऐसा होता है कि हम किसी ना किसी बात को लेकर इमोशनल हो जाते हैं और किसी से दिल की बात करना चाहते हैं। लेकिन, कई चीज़ें ऐसी होती हैं, जो हम परिवार के लोगों से शेयर नहीं कर सकते हैं। क्योंकि हमें डर लगता है कि परिवार के लोग हमें गलत समझेंगे या फिर उन्हें बुरा लगेगा। ऐसे समय में सच्चा दोस्त ही ऐसा उपाय होता है, जिससे हम दिल की बात शेयर कर पाते हैं। दोस्त इन तरह की बातों को समझता है और हमें इमोशनल सपोर्ट भी करता है।
दुख के समय हमेशा सुनने के लिए तैयार रहता है दोस्त (Dukh ke samay hamesha sunne ke liye taiyar rahta hai dost)
अच्छा दोस्त हमेशा आपको सुनने के लिए तैयार रहता है। जब भी आप किसी भी बात को लेकर कमजोर होते हैं, तो दोस्त आपको सपोर्ट करता है। आप मुश्किल दौर से गुज़रते हैं, तो आपका साथ देने के लिए वो हमेशा आपके पास मौजूद रहता है। कभी-कभी हमें ऐसे लोगों की ज़रुरत होती है, जो मेरे बारे में बिना कुछ सोचे, बिना मेरे बारे में राय बनाए हमारी बातों को सुन सके, हमें समझ सके। ऐसा सिर्फ फ्रेंडशिप में होता है। इसलिए हमारे जीवन में दोस्तों का साथ होना बहुत ज़रूरी होता है।
अच्छा दोस्त हमेशा हेल्प करता है (Achha dost hamesha help karta hai)
अच्छे दोस्त आपका हमेशा हेल्प करते हैं। वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलकुद सहित अन्य चीजों में आपके साथ खड़े होते हैं। स्कूल और कॉलेज टाइम में आप जब भी क्लास नहीं कर पाते हैं, तो दोस्त आपको अपना नोट्स देते हैं, जिससे आपको पढ़ाई करने में परेशानी न हो। खेलकूद में आपका प्रदर्शन कैसा है इसका सबसे सही आकलन दोस्त ही कर पाता है। इसके अलावा आपको जब भी किसी चीज़ को लेकर समर्थन की ज़रुरत होती है, तो दोस्त परक्षाई बनके आपके साथ हमेशा आपके आगे-पीछे होता है।
अपनों की तरह देता है सही-गलत की जानकारी (Apno ki tarah deta hai sahi galat ki jankari)
अच्छा दोस्त आपकी ज़िंदगी में गाइड की भी भूमिका निभाता है। फैसला लेने में हमेशा मदद करता है और उसमें आपकी भलाई चाहता है। पढ़ाई से लेकर रिश्ते तक में एक दोस्त की सलाह बहुत अहम होती है। दोस्त सही सलाह देकर आपको सही रास्ता दिखाता है और रास्ते पर चलने में हमेशा मदद करता है। अच्छा दोस्त आपको सकारात्मकता की ओर ले जाता है। वो हमेशा आपकी ज़िंदगी से नकारात्मकता को दूर भगाता है।
दोस्त ज़िंदगी को मजेदार और खुशहाल बना देता है (Dost zindgi ko mazedaar aur khushhal bana deta hai)
अच्छा दोस्त आपकी ज़िंदगी को मजेदार और खुशहाल बना देता है। यदि दोस्त आसपास हो तो आप सब परेशानियों से मिनटों में निकल जाएंगे। दोस्तों के साथ घूमने, पार्टी करने और सफर करने का अलग ही आनंद है। क्योंकि आप दोस्तों के साथ खुलकर ज़िंदगी जीते हैं। दोस्तों के बीच किसी भी तरह का बंधन नहीं होता है। इससे आप दिल खोलकर बातें करते हैं और अपने पसंद की चीजें कर पाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दोस्त कभी भी आपको जज नहीं करते हैं। हर मौके पर आपके साथ खड़े रहते हैं, जिससे आपके अंदर किसी भी तरह का डर नहीं रहता कि कोई क्या सोचेगा?
बचपन की दोस्ती, बुढ़ापे में आती है काम (Bachpan ki dosti budhape mein aati hai kam)
अच्छे दोस्त ज़िंदगी में भी आपके साथ रहते हैं। आप जैसे-जैसे बुजुर्ग होते जाते हैं बाहरी दुनिया से कटते जाते हैं। परिवार के लोग भी आपको समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे समय में बचपन के दोस्त आपके साथ रहते हैं, जिससे आपको अकेलापन महसूस नहीं होता है। जब आप बुजुर्ग होते हैं, तो ये दोस्त आपको इमोशनल सपोर्ट करने के साथ-साथ आपके आसपास स्वस्थ माहौल बनाते हैं।
आप इस लेख को पढ़ने के बाद दोस्ती की अहमियत को समझ गए होंगे, तो चलिए दोस्त बनाते हैं और ज़िंदगी को खुशहाली में जीते हैं।