दोस्तों की कमी को कैसे पूरा करती हैं बहनें?

हमारा अपनी बहनों से एक खास और लंबे समय तक चलने वाला रिश्ता होता है, जिनमें हम एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी होते हैं और ज़रूरत पड़ने पर मदद के लिए सबसे आगे होते हैं।

वो मेरी शिकायतें मम्मी से करती है, और जब मम्मी गुस्सा करें, तो मेरे साथ खड़ी हो जाती है। अपने सारे काम मुझसे करवाने की कोशिश करती है, मगर मेरे ज़रा सा बीमार होने पर, मेरा खूब ख्याल रखती है। कभी मेरी सबसे बड़ी दुश्मन बन जाती है, तो कभी सबसे प्यारी दोस्त लगती है, पर मैं जानती हूं मेरी बहन मुझसे प्यार बहुत करती है। मेरी इन बातों से आप भी कहीं न कहीं रिलेट कर पा रहे होंगे न? क्योंकि ये अजब-गजब सी खूबियां सिर्फ मेरी बहन में ही नहीं, दुनिया की हर बहन में होती हैं।

हमारे लिए बहनें सिर्फ परिवार का एक सदस्य नहीं होती, वो हमारी सबसे अच्छी और भरोसेमंद दोस्त भी साबित होती हैं। बहनों के इसी अनमोल प्यार का जश्न मनाने के लिए सिस्टर्स डे (Sister’s Day) मनाया जाता है। तो फिर चलिए मैं और आप मिलकर सोलवेदा के संग जानते हैं सिस्टर्स के बारे में और बहनें हमारी ज़िंदगी में दोस्तों की कमी को कैसे पूरा करती हैं?

सिस्टर्स डे कब है? (Sister’s Day kab hai?)

नेशनल सिस्टर्स डे या बहन दिवस हर साल अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है, तो इसलिए इस बार सिस्टर्स डे 4 अगस्त 2024 को मनाएं, और अपनी बहनों के साथ और प्यार का जश्न मनाएं। इससे भाई-बहनों के रिश्ते में अपनापन बना रहेगा।

सिस्टर्स डे का महत्व (Sister’s Day ka mahtva)

सिस्टर्स डे पर अपनी बहनों को उनकी दोस्ती, प्यार और साथ के लिए थैंक्यू कहने का दिन है। यह दिन भाई-बहनों को एक साथ समय बिताने, खास पलों को याद करने और नए पल बनाने का मौका देता है। हमारा अपनी बहनों से एक खास और लंबे समय तक चलने वाला रिश्ता होता है, जिनमें हम एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी होते हैं और ज़रूरत पड़ने पर मदद के लिए सबसे आगे होते हैं। तभी तो सिस्टर्स डे अपनी बहनों को खुशी और मुश्किल वक्त में साथ देने के लिए बहनों को शुक्रिया कहने का दिन है।

बहनों का दिन ऐसे मनाएं (Bahano ka din aise manayein)

बहन दिवस या सिस्टर्स डे की शुरुआत 1996 में अमेरिका में हुई थी, और इसके बाद आज दुनिया भर के भाई-बहन मिलकर सिस्टर्स डे या बहन दिवस मनाते हैं।

वैसे तो हम सब ही अपनी बहनों की पसंद न पसंद को बखूबी जानते हैं। हम उनके दर्द को भी समझते हैं और उनके चहरे पर बड़ी सी मुस्कान कैसे लानी है, यह भी हमें पता होता है। पर फिर भी मैं आपके साथ सिस्टर्स डे मनाने के कुछ अनोखे विचार शेयर कर रही हूं, पसंद आए तो आप भी ऐसे ही सिस्टर्स डे मना सकते हैं।

हमारे बचपन की साथी हमारी बहनें बड़े होते-होते शादी या करियर की वजह से हमसे थोड़ा दूर हो जाती हैं, और सिस्टर्स डे उन्हीं दूरियों को कम करके, एक साथ मिलकर फिर से बचपन की यादें ताज़ा करने का दिन है। हम अपनी बहनों के साथ सिस्टर्स डे पर कोई थेटर या मूवी देख सकते हैं, और सिस्टर्स डे की शाम अपनी बहन के साथ एक प्यारी सी डेट रख सकते हैं, जहां हम उनकी पसंद का खाना ऑर्डर करेंगे, तो उनकी खुशी देखने लायक होगी।

अब तक हम सिर्फ अपने दोस्तों और टीचर्स के लिए ही लेटर्स और कार्ड लिखते और बनाते आए हैं, तो चलिए इस बार अपनी बहनों के लिए कार्ड बनाकर, उनसे उनकी तारीफ में कुछ लाइनें लिखकर, उन्हें प्रभावित कर देते हैं। या उनकी विश-लिस्ट से निकाल कर कोई तोहफा उन्हें सरप्राइज के तौर पर देना भी मज़ेदार रहेगा।

मेरी बहन मेरी दोस्त (Meri bahan meri dost)

बचपन की सबसे पहली रूममेट और हमारी ज़िंदगी की सबसे ज़रूरी इंसान, हमारी बहन है। बचपन में उसके साथ हर चीज़ बांटती पड़ती थी, और अगर बहन बड़ी हो तो उसकी सारी बातें भी चुपचाप माननी पड़ती थी। पर अपनी सारी पसंदीदा चीज़ें उसके साथ जबरदस्ती बांटते-बांटते जाने कब हम उसके साथ अपने दुख-सुख भी बांटने लग गये, यह पता ही नहीं चला। बचपन में हर बात पर झगड़ने वाले हम, जाने कब एक-दूसरे के सबसे बड़े रक्षक और साथी बन जाते हैं, यह पता नहीं चलता।

जब समझदारी आती है, तब समझ आता है कि बहनें हमारी दुश्मन नहीं बल्कि सबसे ज़रूरी इंसान हैं। उनके होते हमें किसी दोस्त की ज़रूरत नहीं होती। बहनें तो वक्त आने पर मां की जगह भी ले लेती हैं। घर में जब सब हमारे फैसले के खिलाफ होते हैं, तब बहन ही तो आकर, हमें गले लगाती है और हमारी बात समझने की कोशिश करती है। सच में, बहनें हमारी ज़िंदगी में दोस्तों की कमी पूरी करतीं हैं। बहनें हमारी दोस्त बनकर, हमें दोस्ती करना सिखाती है, और अगर हम भटक जाएं तो सही रास्ते पर लाती हैं।

जब बहनें इतना कुछ करती हैं, तो इनके इस प्यार का सम्मान करना तो बनता है। इसलिए चलिए इस सिस्टर्स डे पर एक प्यारे से थैंक्यू के साथ बहनों के दिन का जश्न मनाएं।

क्या आपने अपनी बहन से थैंक्यू कहा, हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसे ही और भी इंट्रेस्टिंग आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।