जिंदगी के किसी मोड़ कई बार हमारी ऐसे लोगों से भेंट हो जाती है, जो अपने स्वभाव और विनम्रता से किसी को भी मोहित कर लेते हैं। वे उदास चेहरे पर ही मुस्कान बिखेर देते हैं। क्या आपको ऐसा कोई वाक्या याद है, जब आपके किसी दोस्त ने, परिवार के लोग या किसी अजनबी ने आपके लिए कुछ ऐसा किया हो, जिससे आपके चेहरे पर मुस्कान आ गई हो। ऐसा लगा हो, बस! आज तो अपना दिन बन गया। या कभी आपने कुछ ऐसा किया हो, जिससे किसी दूसरे का चेहरा खिलखिला उठा हो। विनम्रता या दयालुता से जुड़ी छोटी-सी पहल न सिर्फ दूसरों के लिए मददगार साबित हो सकती है, बल्कि यह रिश्तों को मज़बूत बनाने और गहराई से समझने में आपको सक्षम बना सकती है। इसलिए विनम्र या दयालु होना एक तरह से हमेशा अजय की स्थिति होती है।
किसी के प्रति दया भाव दिखाने का मतलब ज़रूरी नहीं है कि उनके लिए कुछ बड़ा किया जाए या काफी खर्च किया जाए। रोज़मर्रा की ज़िंदगी में छोटे-मोटे काम जैसे-आप किसी ऑफिस से बाहर निकल रहे हैं और उसी वक्त कोई घुस रहा है, तो उसके लिए दरवाजे को पकड़े रहना, अपने प्रिय लोगों के लिए एक कप चाय तैयार करना या बाजार से खरीदारी कर लौट रहे किसी के थैले को पकड़ने में मदद करना, जैसे दया से भरी छोटी-सी पहल मात्र से इस दुनिया को एक खूबसूरत जगह बना सकते हैं। इतनी ताकत है दयालुता में। जब आप बगैर किसी से उम्मीद किए किसी प्रति के प्रति दया भाव रखते हैं, तो इससे आप उनमें उम्मीद की लौ रोशन करने और सकारात्मक माहौल बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
इस लेख में जानें दयालुता से भरे उन 10 पहल के बारे में, जिसकी मदद से आप किसी के चेहरे पर मुस्कान बिखेर सकते हैं और उसके दिन को बेहतर बना सकते हैं।
दूसरों के लिए भी दरवाजा खोल कर रखें
भला इससे अच्छा क्या हो सकता है, जब आप किसी मॉल, बैंक या ऑफिस में जा रहे हों और अंदर से कोई व्यक्ति दरवाज़े से निकल रहा हो और वह आपके लिए गेट को पकड़कर रखे। दयालुता से जुड़ी यह छोटी-सी पहल यह बताती है कि वह इंसान कितना विनम्र और विवेकशील है। अगर आपको भी कुछ ऐसा मौका मिले, तो आप अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और अंजान लोगों के लिए भी ये काम बड़ी आसानी से कर सकते हैं। भले ही आप अपने घर पर हों, ऑफिस में हों या किसी परचून की दुकान पर हों, सभी जगहों पर लोग आपके इस व्यवहार की प्रशंसा ज़रूर करेंगे। विनम्रता भरे इस काम को करने में आपको महज कुछ चंद सेकेंड लगेंगे, लेकिन आपकी यह छोटी-सी पहल उस इंसान के ऊपर काफी सकारात्मक असर डाल सकती है, जिसकी आप मदद कर रहे हैं।
सही मायने में किसी की तारीफ करें
अगर सही मायने में आप अपने मित्र, परिवार और साथ काम करने साथियों की परवाह करते हैं या उन्हें पसंद करते हैं, तो कभी-कभार उनके अच्छे कामों की ईमानदारी पूर्वक सराहना भी ज़रूर करें। यह आपके मज़बूत संबंधों को जाहिर करने का सबसे आसान तरीका है। अगर आप किसी की सही मायने में तारीफ करते हैं, तो वह व्यक्ति अंदर से काफी कॉन्फिडेंस महसूस करता और उसके आत्मसम्मान भाव भी बढ़ता है। ज़रूरी नहीं की जब आपके किसी दोस्त और साथ काम करने वाले साथी के दिन खराब चल रहे हों, तभी उसे दिलासा और उसकी सराहना की जाए। अगर आप ऐसे वक्त पर उनकी प्रशंसा करते हैं, तो उन्हें लगेगा कि ये तो बस मुझे खुश करने के लिए ऐसा कहता है। इसलिए इस बात का ख्याल रखें कि नियमित दिनों में भी उनकी सराहना ज़रूर करनी चाहिए। इसके अलावा इस बात को भी जेहन में रखें कि अगर आप किसी की तारीफ कर रहे हों, तो वह उसकी शारीरिक हाव-भाव और बनावट से जुड़ी ही न हो, बल्कि उसके व्यवहार, व्यक्तित्व और आंतरिक खूबियों पर केंद्रित होनी चाहिए, जो उन्हें अलग पहचान दिला सकती है।
किसी की ज़िंदगी सही अर्थों में दिलचस्पी दिखाएं
अगर आप चाहते हैं कि किसी का दिन खुशनुमा बीते और खुशियों से भरा हो, तो एक और बेहतरीन तरीका यह है कि आप उनकी ज़िंदगी में सही अर्थों में दिलचस्पी दिखाना शुरू कर दें। चाहें तो आप उनके शौक और उन चीज़ों के बारे में पूछ सकते हैं, जिन्हें करने में उन्हें बड़ा आनंद आता है। यह कोई प्रोजेक्ट या नौकरी भी हो सकती है, जिसे करने में वह काफी उत्साह दिखाता और उसके लिए जुनूनी भी है। मसलन, मान लीजिए आपके किसी ऑफिस के साथी को एक ऐसे प्रोजेक्ट को मैनेज करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है, जो बेहद ही खास है। आप उससे इस प्रोजेक्ट के बारे पूछ सकते हैं और उसे बताने के लिए पूरा मौका भी दे सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो यकीन मानिए बदले में वह भी काफी खुश होगा और इसके लिए निश्चित तौर पर आपका अहसान भी मानेगा। दया से भरे आपकी यह छोटी-सी पहल यह बताती है कि आप वास्तव में किसी की ज़िंदगी में दिलस्पी रखते हैं या नहीं। अगर आप सही मायने में किसी की ज़िंदगी में दिलचस्पी लेते हैं, तो उस इंसान के साथ आपके संबंध बेहद मजबूत होंगे।
बिना रोक–टोक के किसी को ईमानदारी पूर्वक सुनें
जब आप थके-हारे होते हैं या आपके मन में अनगिनत चीज़ें चल रही होती हैं। तब ऐसी स्थिति में कोई क्या कह रहा है, इस पर ध्यान देना काफी कठिन हो सकता है। मिसाल के तौर पर मान लीजिए आपका कोई दोस्त या कोई चहेता इंसान खुलकर आपके सामने अपने मन की बात कह रहा है और आप हैं कि उस पर थोड़ा-सा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं, तो वह वह इंसान आपसे खिन्न हो जाएगा और उसके भीतर आपके प्रति निराशा का भाव पैदा हो सकता है। ऐसे में विनम्रता से भरा आपका कदम यह हो सकता है कि आप अपनी सुनने की क्षमता को सक्रिय रखें, जिससे बातचीत के क्रम में आप अपना पूरा ध्यान उस पर लगा सकें। अगर कोई आपसे खुलकर अपने मन की बात कर रहा है और आप पूरी शिद्दत के साथ उसे सुनते हैं, तो आप उसकी दबी हुई भावनाओं को बाहर निकालने में सहायता कर सकते हैं। आप देखेंगे कि आपसे बात करने के बाद वह व्यक्ति कितना हल्का महसूस कर रहा है।
किसी को हाथ से लिखे हुए कार्ड या पत्र भेजें
अगर आप अपने पुराने दिनों को याद कर तरोताजा महसूस करना चाहते हैं, तो आप अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों को हाथ से लिखे हुए कार्ड या पत्र भेज सकते हैं। आज मोबाइल और तकनीक के दौर में भी व्हाट्सएप मैसेज और ईमेल में उतनी सार्थकता नहीं है, जितनी की हाथ से लिखे गए कार्ड और पत्रों में है। आज भी किसी को खास और सबसे प्रिय महसूस कराने के लिए हाथ से लिखे गए कार्ड और पत्रों की मदद ली जाती है। यह अपने आप में एक बेहतरीन तरीका भी है। ज़रूरी नहीं कि आप किसी खास मौकों और तीज-त्योहारों पर ही पत्र या कार्ड भेजें। आप किसी को सरप्राइज देने या अगर कोई उदास है, तब भी आप पत्र या कार्ड भेज सकते हैं। दया और विनम्र भरे आपके शब्द उनके उदास अंतर्मन को झकझोर सकती है और आप उन्हें अच्छे और बुरे वक्त में उम्मीद और खुशियां बिखेर सकते हैं।
किसी के साथ खुशियों व सकारात्मकता से भरी तस्वीरें साझा करें
अक्सर जब आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर जाते होंगे और अपने सोशल मीडिया फीड को स्क्रॉल करते होंगे। आमतौर पर आपके सामने कई ऐसी तस्वीरें या वीडियो आ जाती है कि आप तुरंत रुक जाते हैं और उसे देखना शुरू कर देते हैं। इन तस्वीरों को देखकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और ये आपको काफी मोटिवेट भी करती हैं। वो कोई मोटिवेशनल कोट से लेकर आसपास में अटखेलियां करते हुए बिल्ली के छोटे-छोटे बच्चों की तस्वीर भी हो सकती है। इन तस्वीरों को अपने दोस्तों और परिवार के बीच साझा ज़रूर करें और उन्हें यह भी बताएं कि आप इनके बारे में क्या राय रखते हैं। ऐसा करने से उनके चेहरे पर बरबस भी मुस्कान बिखेर सकते हैं। भले ही वह चंद पल के लिए ही क्यों न हो। दया से भरी यह आपकी छोटी-सी पहल को अपने दिन की सकारात्मक शुरुआत करने में मदद कर सकता है और विपरीत परिस्थितियों में भी मज़बूत बने रहने के लिए मोटिवेट कर सकता है।
किसी के मूल्यवान सेवाओं के लिए अतिरिक्त टिप भी दें
अक्सर हम अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में उन लोगों की मूल्यवान सेवाओं को अहमियत देने में कंजूसी दिखाते हैं, जो हमारे दुभर भरे जीवन को हर दिन अपनी सेवाओं से आसान बनाते हैं। वे होटल या रेस्तरां में काम करने वाले लोग हो सकते हैं या डिलीवरी पार्टनर, पार्किंग अटेंडेंट, टैक्सी ड्राइवर और कई अन्य लोग जो हमें आरामदायक ज़िंदगी जीने में हमारी सहायता करते हैं। मसलन, भले ही कितनी बारिश या धूप क्यों न हो, लेकिन डिलीवरी मैन हमेशा आपके ऑर्डर को आपके घर तक समय से पहुंचाता है। काम के प्रति उनका समर्पण और विश्वसनीयता निश्चित रूप से हमारे लिए प्रशंसनीय है। तो आगे से जब भी कोई डिलीवरी एजेंट आपके दरवाजे पर दस्तक दे, तो उसके काम को सराहने के साथ कुछ एक्सट्रा टिप ज़रूर दें और उसे धन्यवाद लिखित नोट्स सौंप कर उसे सरप्राइज दे सकते हैं। दया से भरी आपकी ये छोटी-सी पहल निश्चित तौर पर उसके चेहरे पर मुस्कान बिखेर देगी और उसका दिन खुशनुमा बना देगा।
घरेलू कामकाज में हाथ बंटाकर करें मदद
आप घर में किसी को बिना बताए कुछ ऐसा काम कर सकते हैं, जो आपसे किसी ने आज तक उम्मीद ही न की हो। आप इस तरह का कोई अप्रत्याशित काम करके अपने दोस्तों, अपने माता-पिता और अपनी जीवनसंगिनी को आश्चर्यचकित कर सकते हैं। ऐसे में उन्हें भी लगेगा… वाह! आज तो अपना दिन ही बन गया। अगर आप किसी के हिस्से के काम को बिना बताए पूरा कर देते हैं, तो यह न सिर्फ उस व्यक्ति के लिए राहत भरा होगा, बल्कि उसके साथ आपके रिश्ते भी मज़बूत होंगे। मिसाल के तौर पर अगर आपकी जीवनसंगिनी को कोई ऐसा काम, जो उन्हें ज़रा-सा भी पंसद नहीं है, तो आप उसका ध्यान रखकर उन्हें सरप्राइज कर सकते हैं। शब्दों से ज्यादा कर्म का अधिक महत्व है। इन छोटे-छोटे कामों से आप अपने आस-पड़ोस के लोगों की ज़िंदगी को बेहद आसान बनने की दिशा में बेहतरीन पहल कर सकते हैं।
सही मायने में किसी को धन्यवाद दें
अक्सर कोई हमारा काम कर देता है तो हम उसे बदले में धन्यवाद व्यक्त कर अपनी भावना का इज़हार करते हैं। एक दिन में दस, बीस.. न जाने कितनी बार किसी को यूं ही धन्यवाद बोल देते हैं। यह शिष्टाचार और हमारी शिष्टता को भी बताता है। मगर वास्तव में आप कितनी बार सही मायनों में धन्यवाद बोलते हैं? भले ही आप किसी को आभार जताने के लिए ‘धन्यवाद’ बोल देते हैं और यह विनम्रता का सबसे आसान तरीका भी है। ‘धन्यवाद’ कहना भले ही आसान लगता हो, लेकिन इस शब्द में काफी ताकत है। यह आपका मित्र हो सकता है, जिसने आपका असाइनमेंट पूरा करने में आपकी मदद की हो या आपकी मां जो हर दिन आपके लिए नाश्ता तैयार करती हैं। इसलिए किसी को ईमानदारी पूर्वक और अपने अंतर्मन से ‘धन्यवाद’ कहने के लिए समय निकालें। अगर आप यह बोलते हैं तो यह किसी के भीतर पॉजिटिविटी का भाव पैदा करता है और दूसरे इंसान को भी खुशी महसूस कराता है।
अपनी गलतियों पर दिल से माफी मांगें
हम अपने रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अक्सर किसी काम में छोटी-मोटी गलतियां कर बैठते हैं। गलती करना स्वभाविक भी है। हमारी ये छोटी-छोटी गलतियां ही हमें एक बेहतरीन इंसान बनाने में मदद करती हैं। लेकिन अगर आपने अपनी गलतियों से किसी की भावना को ठेस पहुंचाया है या कुछ ऐसा कह दिया है, जिससे कोई परेशान हो, तो इन गलतियों पर चादर डालने की बजाय तुरंत उस व्यक्ति से माफी मांग लेनी चाहिए। अपनी गलतियों और उसके नकारात्मक प्रभावों को स्वीकार करें। गलती करने पर कोई बहाने न बनाएं या अपनी ओर से किसी भी तरह की सफाई न दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो लगेगा कि आप अपने दोष को किसी और पर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। माफी मांग लेने से आपकी नेकी नहीं मिटती है, बल्कि यह इस तथ्य को प्रमाणित करती है कि आपको भलीभांति पता है कि आपके व्यहार या आपकी बोली से क्षति हुई है। माफी मांग लेने से आप निकट भविष्य में खुद को ऐसा करने से भी रोकेंगे।