बेहतर प्रॉडक्टिविटी के लिए कैसे बनाएं Work From Home को एफेक्टिव?

वर्क फ्रॉम होम या घर बैठ कर ऑफिस का काम करने से ऑफिस जाकर काम करने की बहुत सी दिक्कतों को कम करता है। साथ ही, इसके कुछ अपने नुकसान भी हैं।

बीते कुछ सालों में हम सब कोरोना जैसी भयंकर महामारी से जुझे हैं। इस महामारी ने लोगों से उनके प्रियजन के अलावा घर, व्यवसाय और रोज़ी-रोटी के संसाधन भी छीन लिए थे। इन सबके बीच जो बेरोज़गारी फैली उसे देखते हुए, काम करने की एक नई तकनीक सामने आई, वो थी वर्क फ्रॉम होम। वर्क फ्रॉम होम यानी घर बैठ कर ऑफिस का काम करना। मैं पिछले 3 साल से वर्क फ्रॉम होम कर रही हूं, और मुझे ये जान कर बड़ी हैरानी होती है कि जब भी मुझसे कोई मेरे काम के बारे में पूछता है तो मुझे अपने काम के साथ, उन्हें वर्क फ्रॉम होम का मतलब भी बताना पड़ता है। इससे ये बात तो साफ है कि कई लोग कोरोना के 4 साल बाद भी वर्क फ्रॉम होम से अनजान हैं।

वर्क फ्रॉम होम या घर बैठ कर ऑफिस का काम करने से ऑफिस जाकर काम करने की बहुत सी दिक्कतों को कम करता है। साथ ही, इसके कुछ अपने नुकसान भी हैं। पर आज हम वर्क फ्रॉम होम के फायदे और बेहतर प्रॉडक्टिविटी के लिए वर्क फ्रॉम होम को एफेक्टिव बनाने के तरीकों पर बात करेंगे।

बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए बढ़िया है वर्क फ्रॉम होम (Behtar mansik swasthya ke liye badhiya hai work from home)

वर्क फ्रॉम होम मानसिक स्वास्थ्य और समायोजन के लिए फायदेमंद है। घर पर काम करने से ऑफिस जाने-आने की भागदौड़ और ट्रैफिक से राहत मिलती है, जिससे हमारा तनाव कम होता है। घर पर काम करते हुए हम अपनी मर्ज़ी का माहौल बना सकते हैं, जिससे मन शांत रहता है और मानसिक स्वास्थ्य और समायोजन बेहतर बना रहता है। ऑफिस के ब्रेक के दौरान परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिलता है, जो खुशी (Happiness) बढ़ाता है। ऑफिस के खर्च और समय बचने से हम खुद पर ध्यान दे सकते हैं। वर्क फ्रॉम होम में हम अपनी दिनचर्या और वक्त के ऊपर काबू रख सकते हैं, जो मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

वर्क फ्रॉम होम में हम जब चाहें छोटे ब्रेक ले सकते हैं। इन ब्रेक्स में हल्का योग, मेडिटेशन या थोड़ा टहलने से मानसिक और शारीरिक दोनों तरह का आराम मिलता है। इस तरह वर्क फ्रॉम होम न केवल प्रोडक्टिविटी बढ़ाता है, बल्कि यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में भी मदद करता है। सही प्लानिंग और संतुलन के साथ इसे और भी आरामदायक बनाया जा सकता है।

बेहतर प्रॉडक्टिविटी के लिए वर्क फ्रॉम होम को बनाएं एफेक्टिव (Behtar productivity ke liye work from home ko banayein effective)

बेहतर प्रॉडक्टिविटी के लिए वर्क फ्रॉम होम को आसान और एफेक्टिव बनाया जा सकता है, जिससे हम अपने काम और आराम दोनों पर ध्यान दे सकते हैं। 

आइये, इसके लिए कुछ तरीके जानें:

काम करने की एक जगह तय करें

अपने घर में बैठ कर काम करने के लिए एक ऐसी जगह चुनें जो शांत और आरामदायक हो, जहां आप एकांत में बैठ कर काम कर सकें। यह जगह केवल आपके काम के लिए होनी चाहिए, ताकि आप बिना किसी रुकावट के ध्यान लगा सकें। काम के लिए शांत जगह चुनना, आपके दिमाग को काम करने में मदद करेगा। इस जगह को साफ और व्यवस्थित रखें, ताकि काम करते समय अच्छा महसूस हो।

एक तय दिनचर्या बनाएं

रोज़ एक समय पर उठ कर, नाश्ता करें, और तैयार होकर काम शुरू कर दें, जैसे ऑफिस में एक रूटीन होता है, वैसे ही घर पर भी तय करें कि कब काम शुरू होगा और कब खत्म। काम के बीच फालतू टाइमपास न करें और काम का वक्त खत्म होते ही ऑफिस से संबंधित कोई गैर-ज़रूरी काम या कॉल न करें। इस तरह की दिनचर्या बनाने से आपका मन काम में लगा रहेगा और पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ का संतुलन भी बना रहेगा।

काम के वक्त को सेट करें 

यह तय करें कि आप कब से कब तक काम करेंगे क्योंकि दिनभर काम में लगे रहना थकावट ला सकता है। इसलिए समय पर काम खत्म करें और परिवार या खुद के लिए समय निकालें। काम और निजी जीवन को आपस में मिक्स होने से रोकना बहुत ज़रूरी है।

ज़रूरी तकनीक का इस्तेमाल करें

ऑनलाइन मीटिंग्स और काम को मैनेज करने के लिए ज़ूम, गूगल मीट, या स्लैक जैसे टूल्स का इस्तेमाल करें। अगर टीमवर्क करना हो, तो टास्क मैनेजमेंट ऐप्स का सहारा लें। सही तकनीक आपके काम को आसान और तेज़ बनाएगी। इससे आपकी प्रॉडक्टिविटी भी बढ़ेगी।

ब्रेक लेना न भूलें

वर्क फ्रॉम होम में अक्सर ऐसा होता है कि हम काम करते वक्त, वक्त का ध्यान नहीं रख पाते, जिससे लगातार काम करना थका देता है और प्रॉडक्टिविटी घटा देता है। हर 1-2 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद ब्रेक लें। इस समय थोड़ा स्ट्रेच करें, पानी पिएं, या आंखों को आराम दें। यह आपको तरोताज़ा रखेगा।

काम के लिए ऑफिस की तरह तैयार हों

घर पर काम कर रहे हैं, तो भी पजामे में न रहें। ऑफिस की तरह तैयार होकर काम करें। इससे आप काम के प्रति गंभीर महसूस करेंगे और आपका फोकस बढ़ेगा। इससे आप खुद को प्रोफेशनल भी महसूस करेंगे।

ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से बचें

काम करते वक्त सोशल मीडिया, टीवी, या फोन नोटिफिकेशन से बचें। अपने फोन पर डू नॉट डिस्टर्ब मोड ऑन करें। काम के समय केवल ज़रूरी चीज़ों पर ध्यान दें, और वक्त पर काम खत्म करके अपनी निजी ज़िंदगी पर ध्यान दें।

छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें

हर दिन के लिए अपने काम का प्लान बनाएं और उसे छोटे हिस्सों में बांटें। हर पूरा हुआ काम चेकलिस्ट में टिक करें, यह आपको सुकून और मोटिवेशन देगा।

अपनी सेहत का ध्यान रखें

स्वस्थ रहना प्रॉडक्टिविटी के लिए ज़रूरी है। रोज़ हल्की एक्सरसाइज करें, पौष्टिक खाना खाएं और अच्छी नींद लें। स्वस्थ शरीर और मन से आप बेहतर काम कर पाएंगे।

परिवार को अपनी दिनचर्या बताएं

अपने परिवार को अपने काम का वक्त बताएं और उन्हें समझाएं कि इस समय आपको डिस्टर्ब न करें, ताकि आपका काम बिना रुकावट के और वक्त पर पूरा होगा।

अगर आप सही प्लानिंग और अनुशासन के साथ वर्क फ्रॉम होम करेंगे, तो आपकी प्रॉडक्टिविटी बढ़ेगी। साथ ही, आपका काम और निजी जीवन दोनों संतुलित रहेंगे। ऐसे ही और आर्टिकल आप सोलवेदा हिंदी पर पढ़ सकते हैं।