घुमक्कड़ी किसी ख्वाब के पूरा होने जैसा है। यह हर कोई नहीं कर पाता है। हिंदी के महान साहित्यकार अज्ञेय अपनी रचना ‘एक बूंद सहसा उछली’ में लिखते हैं, घुमक्कड़ी एक प्रवृति ही नहीं है। घूमते हुए नए जगहों पर क्या देखा, क्या पाया, यह जितना उस जगह पर निर्भर करता है, उतना ही देखने वालों पर भी। घुमक्कड़ी जीवन को एक अलग नज़र से दिखाती है। यह प्राकृतिक सौंदर्यता का तो बोध कराती ही है।इसके साथ यह हमें प्रकृति और समाज के दिल के करीब भी ले जाती हैऔर उसे समझने का भी मौका देती है।
इसी घुमक्कड़ी की चक्कर में मैं इस बार पहुंच गया हूं महाराष्ट्र के खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस कर्जत, जो प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत ही फेमस है। कर्जत सिर्फ अपनी सुंदरता के लिए ही नहीं जाना जाता है बल्कि यहां की संस्कृति और इतिहास भी बहुत ही समृद्ध है। यहां किला भी है और पहाड़ों की घाटी भी।
तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में मैं आपको अपने साथ लेकर चलता हूं कर्जत(Karjat in hindi), जहां का साफ जलवायु, शांत वातावरण और मनोरम घाटियों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
कर्जत है खूबसूरत डेस्टिनेशन (Karjat hai khoobsurat destination)
वैसे तो महाराष्ट्र में घूमने के लिए कई जगह हैं, लेकिन इसमें कर्जत का अपना अलग ही स्थान है। यह जगह हरे-भरे प्राकृतिक वातावरण, नदियों और झरनों के लिए काफी फेमस है। यहां की सबसे खास बात यह है कि भीषण गर्मी में भी यहां का मौसम सुहावना रहता है।
कर्जत मुंबई के पास ही है, इसलिए यहां जाने में किसी तरह ही परेशानी नहीं होती है। यह जगह मुंबई और पुणे के लोगों के लिए बेहतरीन वीकएंड गेटवे की तरह भी हैं। रिमझिम बारिश के साथ यहां की पहाड़ियां, यहां पहुंचने वाले लोगों को रोमांचित कर देतीहैं। वहीं, एडवेंचर का आनंद लेने के लिए भी कर्जत परफेक्ट डेस्टिनेशन है, यहां आप माउंटेन हाइकिंग का भी अनुभव ले सकते हैं।
कोठालीगढ़ का किला (KothaliGad ka kila)
वैसे तो कर्जत अपनी प्राकृतिक सुंदरताके लिए जाना जाता है, लेकिन मैंने यहां पहुंचने के बाद अपनी यात्रा की शुरुआत ऐतिहासिक कोठालीगढ़ किला से की। इस किला तक पहुंचने के लिएट्रेकिंग करनीहोती है। यहां पहुंचने के लिए घाटियों के बीच से सीढ़ीनुमा पहाड़ों को पार करके जाना पड़ता है। इस दौरान चारों ओर का दृश्य देखते ही बनता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह किला 13वीं सदी से है। यह सिर्फ एक किला ही नहीं है बल्कि यह एक लाइट हाउस की तरह भी है।
उल्हास घाटी (Ulhas ghati)
कर्जत की यात्रा के अगले पड़ाव में, मैं निकल पड़ा उल्हास घाटी की ओर, जहां कर्जत जाने वाला हर टूरिस्ट जाना चाहता है। यह जगह यहां की सबसे खास जगह है। यह घाटी आकर्षक झरनों के लिए जानी जाती है। मॉनसून के दौरान यहां के झरने अलग ही छटा बिखरते हैं, जिसे देखकर पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता के बीच खो जाते हैं। इसके अलावा यह घाटी ट्रेकिंग के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। प्रकृति को प्यार करने वाले और एडवेंचर पसंद करने वाले लोगों के लिए यह आदर्श स्थान है।
कोंडाना की गुफा (Kondana ki gufa)
कर्जत में आप हरियाली और प्राकृतिक खूबसूरती के बीच, कोंडाना की गुफा भी घूम सकते हैं। यह गुफा अपने रोमांचकारी अनुभवों के लिए जानी जातीहै। साथ ही यह गुफा अपनी आकर्षक वास्तुकला के लिए भी जानी जातीहै। यह गुफा 16 बौद्ध स्तूपों का समूह है। यहां आप बौद्ध धर्म की खासियत को करीब से जान सकते हैं।
भोर घाट (Bhor Ghat)
कर्जत में उल्हास घाटी के अलावा भोर घाटी भी बहुत ही खूबसूरत जगह है। यह नेचर को प्यार करने वाले लोगों के लिए जन्नत जैसी है। यहां आपको चारों ओर प्राकृतिक सुंदरता का अद्भूत खज़ाना दिखेगा। इस तरह की प्राकृतिक जगह पर जाने से मन अंदर से खुश होता है। माना जाता है कि प्राचीन काल में इस घाटी का उपयोग व्यापारिक रास्ते के रूप में उपयोग किया जाता था, जो कई महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ता था।
तो फिर देर किस बात की है आज ही प्लान बनाएं कर्ज जाने का और वहांपहुंचकर खो जाएं प्राकृतिक सुंदरता में।यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताए। ऐसे ही और सुंदर सफर पर चलने के लिए जुड़ें रहें सोलवेदा हिंदी से।