स्ट्रेस मैनेजमेंट

स्ट्रेस लेने से आपका पाचनतंत्र भी बिगड़ सकता है, कैसे करें स्ट्रेस मैने

क्या आपको भी लग चुकी है हर बात पर स्ट्रेस लेने की आदत? अगर हां तो इस आदत को आज से ही सुधारने लग जाइये, क्योंकि तनाव या स्ट्रेस लेवल मानसिक स्वास्थ्य पर ही नकारात्मक असर नहीं डालता, बल्कि हमें शारीरिक तौर पर भी बीमार कर देता है।

अगर आपने अपने आस-पास या खुद पर ही गौर किया हो तो देखा होगा कि जो लोग बहुत तनाव में रहते हैं या हर छोटी-बड़ी बात से जल्दी परेशान होकर स्ट्रेस लेने लगते हैं, उनका पेट अक्सर खराब रहता है। जी हां, स्ट्रेस लेने से हमारा पाचन तंत्र बिगड़ सकता है। इसलिए हमें चाहिए कि हम अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान दें और तनाव प्रबंधन या स्ट्रेस मैनेजमेंट करें।

अब आप सोच रहें होंगे कि तनाव प्रबंधन कैसे हो सकता है? तो इस बात का भी तनाव मत लीजिये, क्योंकि मैं सोलवेदा के साथ आपको बताऊंगी कि आप कैसे अपना तनाव प्रबंधन या स्ट्रेस मैनेजमेंट कर सकते हैं। तो बस तनाव प्रबंधन करना सीखने के लिए इस आर्टिकल पर आखिर तक बने रहिए।

स्ट्रेस कैसे बिगड़ता है पाचन तंत्र? (Stress kaise bigadta hai pachan tantra?)

तनाव शरीर में पाचन रस और एंजाइम को बहने से रोकता है, जिससे खाये हुए आहार का सही से पाचन नहीं हो पाता और पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इससे अपच, गैस, और पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो जाती हैं।

तनाव लेने से पेट में एसिड बढ़ता है, जो एसिडिटी और जलन पैदा करता है। तनाव से दस्त या कब्ज़ हो सकता है। साथ ही, तनाव या डिप्रेशन जैसी बीमारी से भूख में भी उतार-चढ़ाव होता है, जिससे पाचन तंत्र असंतुलित हो जाता है। कई लोग स्ट्रेस में ज़्यादा खाने लगते हैं, तो कुछ लोग खाना बिल्कुल ही छोड़ देते हैं, ऐसे में पेट का गड़बड़ होना आम हो जाता है। इसलिए तनाव प्रबंधन ज़रूरी है, ताकि हम अपने पेट को खराब होने से बचा कर शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।

आइये ऐसे करें तनाव प्रबंधन (Aaiye aise karein tanav prabandhan)

तनाव प्रबंधन या स्ट्रेस मनेजमेंट करने के लिए हम कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं, आइये जानते हैं उनके बारे में।

ठीक से सोएं 

पूरी नींद लेना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी होता है। जब हमारी नींद पूरी होती है तभी हम तरोताज़ा महसूस कर पाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें और तनाव से बचाव हो पाए।

समय प्रबंधन

तनाव प्रबंधन के लिए ज़रूरी है समय प्रबंधन। जब हम अपने सारे कामों को समय पर बिना जल्दबाज़ी के कर लेते हैं तो फिर स्ट्रेस लेने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती। अपने कामों को योजना बनाकर करने से तनावमुक्त और व्यवस्थित महसूस करेंगे।

पौष्टिक आहार लें

सोलवेदा हमेशा से ही पौष्टिक आहार लेने की सलाह देता रहा है, मैंने भी बहुत से आर्टिकल में संतुलित और पौष्टिक खाना के मेन्टल हेल्थ पर सकारात्मक प्रभावों के बारे में लिखा है। यकीन करिये अच्छा खाना खाने से शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहेंगे, और तनाव प्रबंधन होगा।

व्यायाम और योग

रोज़ाना व्यायाम, योग या ध्यान के लिए 20-30 मिनट निकालना तनाव को दूर करने में मदद सकता है। रोज़ योग और ध्यान कीजिए और स्ट्रेस को मैनेज कीजिये।

समय-समय पर आराम

काम के बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेना ज़रूरी होता है, ताकि हमारा दिमाग फ्रेश रहे, टेंशन दूर रहें और हम ज़्यादा उत्पादक बने रहें।

अपनों के साथ समय बिताएं

परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से भावनात्मक सहारा मिलता है, जो मानसिक स्वास्थ्य (Mental wellbeing) के लिए ज़रूरी भी है। अपनों का साथ हमें तनाव से दूर रखता है।

मन को आराम दें

जब भी बहुत ज़्यादा तनाव महसूस हो तो अपने पसंदीदा काम करें, जैसे पेंटिंग, संगीत, लिखना, किताबें पढ़ना या बाहर घूमें, इससे मन को सुकून मिलता है।

आप स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए क्या करते हैं, हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़े रहें।

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