स्ट्रेस जन्म देता है इन 5 बीमारियों को: कैसे करें स्ट्रेस मैनेज

सही मायने में देखा जाए तो स्ट्रेस सिर्फ दिमाग पर नहीं, बल्कि पूरी बॉडी सिस्टम पर वार करता है। ये हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट की बीमारी और इम्यून सिस्टम की कमजोरी जैसी बीमारियों को जन्म देता है।

आज के भाग–दौड़ वाले जीवन में स्ट्रेस यानी तनाव हर किसी का दुश्मन बन गया है और ये धीरे–धीरे शरीर और दिमाग दोनों को परेशान करता है। सुबह ऑफिस की डेडलाइन, दिनभर काम का प्रेशर और रात में सोशल मीडिया का चक्कर, हम हर पल किसी न किसी दबाव में जी रहे हैं। और यही स्ट्रेस वक्त के साथ कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन जाता है।

स्ट्रेस जब ज़्यादा बढ़ जाता है, तो परेशानी शुरू हो जाती है। सिरदर्द, नींद न आना, पेट में दर्द या बार-बार बीमार पड़ना, ये सब संकेत हैं कि स्ट्रेस ने अंदर से असर करना शुरू कर दिया है। सही मायने में देखा जाए तो स्ट्रेस सिर्फ दिमाग पर नहीं, बल्कि पूरी बॉडी सिस्टम पर वार करता है। ये हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट की बीमारी और इम्यून सिस्टम की कमजोरी जैसी बीमारियों को जन्म देता है। यानी धीरे-धीरे स्ट्रेस आपका पूरा बैलेंस बिगाड़ देता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि इसे सही किया जा सकता है। ज़रूरत है सिर्फ खुद को समझने की और अपने दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव लाने की।

तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको स्ट्रेस से होने वाली बीमारियों के बारे में बताएंगे। साथ ही जानेंगे इसे मैनेज कैसे किया जा सकता है।

इन 5 बीमारियों को जन्म देता है स्ट्रेस (In 5 beemariyon ko janm deta hai stress)

हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)

जब हम लगातार स्ट्रेस में रहते हैं, तो शरीर में ‘कॉर्टिसोल’ और ‘एड्रेनालिन’ जैसे हार्मोन बढ़ जाते हैं। ये हार्मोन दिल की धड़कन तेज कर देते हैं और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देते हैं। लंबे समय तक ऐसा होने पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। अगर इसपर ध्यान न दिया जाए, तो ये दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है।

दिल की बीमारी (Heart Disease)

स्ट्रेस सीधा हमारे दिल से जुड़ा है। लगातार टेंशन में रहने वाले लोग ज़्यादा गुस्सा करते हैं, नींद कम लेते हैं और असंतुलित खानपान अपनाते हैं। ये सभी चीज़ें दिल की सेहत के लिए खतरा हैं। कई रिसर्च बताते हैं कि क्रॉनिक स्ट्रेस यानी लगातार रहने वाला तनाव दिल की बीमारियों का बड़ा कारण है।

डिप्रेशन और एंग्जायटी (Depression aur Anxiety)

मानसिक बीमारियों में स्ट्रेस सबसे बड़ा ट्रिगर माना जाता है। जब व्यक्ति लंबे समय तक चिंता या दबाव में रहता है, तो उसका दिमाग नेगेटिव सोचने लगता है। धीरे-धीरे यह स्ट्रेस, डिप्रेशन या एंग्जायटी में बदल जाता है। ऐसे में व्यक्ति का आत्मविश्वास गिरता है, नींद उड़ जाती है और जीवन में रुचि खत्म होने लगती है।

पाचन संबंधी समस्याएं (Pachan sambandhi samasya)

स्ट्रेस का सीधा असर पेट पर भी पड़ता है। कई लोगों को टेंशन में पेट दर्द, एसिडिटी, गैस या कब्ज जैसी समस्याएं होने लगती हैं। क्योंकि तनाव के दौरान हमारा दिमाग़ और पाचन तंत्र एक-दूसरे से ठीक तरह से तालमेल नहीं बैठा पाते।

डायबिटीज (Diabetes)

लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि तनाव के दौरान शरीर ज़्यादा ग्लूकोज रिलीज करता है, ताकि आप फाइट ऑर फ्लाइट मोड में जा सकें। अगर स्ट्रेस लगातार बना रहे, तो यही प्रक्रिया डायबिटीज का कारण बन जाती है।

स्ट्रेस को ऐसे करें मैनेज (Stress ki aise karein manage)

सच तो ये है कि स्ट्रेस को खत्म करना संभव नहीं, लेकिन इसे संभालना संभव है। अगर हम अपनी दिनचर्या में थोड़े से बदलाव लाएं और मन को संतुलित रखना सीख लें, तो न सिर्फ ये बीमारियां दूर रहेंगी, बल्कि ज़िंदगी भी हल्की और खुशहाल महसूस होगी। सुबह-सुबह 10 मिनट सूरज की रोशनी में बैठें। अपने दिन की शुरुआत मोबाइल से नहीं, बल्कि प्राकृतिक तरीके से करें।

तनाव को खत्म करने के लिए पूरी नींद लें, जिससे दिमाग को आराम मिल पाए ओर वह सही तरीके से काम करे। और जो सबसे ज़्यादा ज़रूरी है, वो ये कि खुद से प्यार करना सीखें
इस आर्टिकल में हमने स्ट्रेस से कौन सी बीमारियां होती हैं इसके बारे में बताया। यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह की जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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