पक्षी करते हैं हमारे मेंटल हेल्थ को बूस्ट, जानें 8 मानसिक फायदे

आज की भाग–दौड़ भरी ज़िंदगी में जब मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बन चुकी है, तो पक्षी हमें नेचर के करीब आने और अपनी खुशियों का एहसास करने में मदद करते हैं।

सुबह सोकर उठते ही, जब पक्षियों की चहचहाहट कानों में पड़ती है, तो मन एकदम हल्का और खुशमिजाज़ महसूस करता है। प्रकृति के ये छोटे-छोटे तोहफे हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए किसी थेरेपी से कम नहीं हैं। जब आपका दिन खराब हो या आप तनाव में हों, पक्षियों की आवाज़, उनकी उड़ान और हरियाली में उनका नाचना आपके मन को सुकून पहुंचा सकता है।

रिसर्च बताते हैं कि पक्षियों की मौजूदगी हमारे ब्रेन पर पॉजिटिव असर डालती है। उनकी मीठी आवाज़ कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को कम करती है, मूड सही करती है और यहां तक कि फोकस और क्रिएटिविटी को भी बढ़ाती है। सोचिए, सिर्फ कुछ मिनट पक्षियों को निहारना या उनकी आवाज़ का आनंद लेना आपके दिन को कितना खुशनुमा बना सकता है।

आज की भाग–दौड़ भरी ज़िंदगी में जब मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बन चुकी है, तो पक्षी हमें नेचर के करीब आने और अपनी खुशियों का एहसास करने में मदद करते हैं। चाहे पार्क में सुबह की सैर हो या अपनी बालकनी से चिड़ियों को निहारना, ये छोटे पलों में भी बड़ी राहत दे सकते हैं।

तो चलिए राष्ट्रीय पक्षी दिवस (National Bird Day) के अवस पर सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि पक्षी कैसे हमारे मेंटल हेल्थ को बूस्ट करते हैं। साथ ही हम बताएंगे कि इसके 10 क्या फायदे हैं। वहीं, पक्षियों के महत्व के बारे में भी बताएंगे।

राष्ट्रीय पक्षी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? (Rashtriya Pakshi Divas kab aur kyu manaya jata hai?) 

राष्ट्रीय पक्षी दिवस 5 जनवरी को पूरे भारत में मनाया जाता है। इसको मनाने का उद्देश्य देश में पक्षियों के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिन खासतौर पर पक्षियों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रसिद्ध पक्षीविद् डॉ सलीम अली की याद में मनाया जाता है। डॉ सलीम अली ने पक्षियों के व्यवहार, उनकी प्रजातियों और उनके पर्यावरणीय महत्व पर गहन अध्ययन किया। उन्हें ‘बर्डमैन ऑफ इंडिया’ कहा जाता है। उनके काम से प्रेरणा लेकर ही पक्षी संरक्षण और अभयारण्यों की स्थापना का सिलसिला शुरू हुआ।

पक्षियों का महत्व (Pakshiyon ka mahtav)

हमारे जीवन में पक्षियों को बहुत महत्व है। पक्षियों की चहचहाहट भले ही रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा लगती हो, लेकिन उनका अस्तित्व हमारे लिए बेहद मायने रखता है। चाहे वह सुबह-सुबह कोयल की मीठी आवाज़ हो या खेतों में चिड़ियों का खेलना। यह सब हमारे आसपास के वातावरण को संजीवनी प्रदान करता है। 

पक्षी केवल सुंदरता या आनंद का कारण नहीं हैं, बल्कि वे प्रकृति के सच्चे संरक्षक भी हैं। पक्षी पर्यावरण के लिए कुदरती संतुलन बनाए रखते हैं। वे पौधों के परागण में मदद करते हैं, जिससे फसलें उगती हैं। कई पक्षी कीटों को खाते हैं, जो खेती के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसके अलावा, बीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में पक्षी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी गतिविधियों से जंगल पनपते हैं, नदियों का पानी शुद्ध रहता है और हवा सांस लेने लायक बनी रहती है।

पक्षियों से होने वाले 8 मानसिक फायदे (Pakshiyon se hone wale 8 mansik fayde) 

तनाव होता है कम

जब हम पक्षियों को देखते हैं या उनकी आवाज़ सुनते हैं, तो हमारा तनाव कम हो जाता है। वैसे, जब कोयल मीठी तान में गाती है या अन्य पक्षी चहचहाते हैं, तो हमें मानसिक शांति मिलती है। रिसर्च के अनुसार भी बर्ड्स के साथ कुछ वक्त बिताने से हमारे शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन का लेवल कम होता है, जिससे हमारा दिमाग शांत रहता है।

मूड होता है बेहतर 

पक्षियों को देखना और उनका गीत सुनना हमारे मूड को अच्छा कर देता है। उनकी आवाज़ हमें खुश कर देती है। किसी पार्क में बैठकर पक्षियों के साथ टाइम बिताने से हम फ्रेश महसूस करते हैं और डिप्रेशन या खराब मूड से राहत मिलती है। ये न केवल मेंटल हेल्थ के लिए बल्कि पूरे दिन की शारीरिक एनर्जी के लिए भी अच्छा है।

आत्मिक शांति

ज़्यादातर लोगों को किसी ऐसी जगह पर जाना बहुत अच्छा लगता है, जहां पक्षी होते हैं। सुबह का टाइम हो, और बगीचे में या खुले में बर्ड्स के पास हम बैठे हों, तो शांति और सुकून का अनुभव होता है। ऐसा लगता है जैसे सारी चिंता दूर हो गई हो और एक आंतरिक शांति मिलती है।

स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मिलती है मदद 

पक्षियों के चहचहाने से हमारे अंदर एंडोर्फिन (जो हैप्पी हार्मोन कहलाता है) का लेवल बढ़ता है। यह हमारी चिंता को कम करने में मदद करता है। पक्षियों के साथ थोड़ी देर समय बिताने से हमें रिलैक्स महसूस होता है और हमारी स्टेट ऑफ माइंड थोड़ी लाइट हो जाती है।

सोशल रिश्तों में होता है सुधार

बहुत सारे लोग पक्षी को देखना काफी पसंद करते हैं। आप अगर बर्ड वाचिंग ग्रुप्स से जुड़ते हैं, तो नए दोस्त बनते हैं। एक तरह से यह सोशल संबंध को मजबूत करने का तरीका बन जाता है। साथ ही दोस्तों के साथ इस तरह की एक्टिविटी करने से हम खुश रहते हैं और मेंटल हेल्थ बेहतर होता है।

पॉजिटिविटी बढ़ती है 

पक्षियों का नज़रिया हमें बहुत कुछ सिखाता है। उनका जीवन देखकर हम आशा और उम्मीद से भर जाते हैं। जब हम देख सकते हैं कि एक छोटा सा पक्षी उड़ रहा है और अपने रास्ते की मुश्किलों को पार करते हुए, तो हम भी अपने जीवन की मुश्किलों से लड़ने के लिए प्रेरित होते हैं। यह हमें दिनभर पॉजिटिव रहने का कारण देता है।

अच्छी नींद

पक्षियों का संगीत, खासकर सुबह-सुबह हमारे दिमाग को शांत करता है, जिससे अच्छी नींद आती है। अगर हमें किसी दिन हमें कम नींद आती है, तो सुबह की ताज़गी में पक्षियों के गाने को सुनकर नींद की क्वालिटी सुधर सकती है। ऐसे पल सीधे तौर पर हमारी मानसिक ताज़गी को बढ़ाते हैं।

मोरल मोटिवेशन

जब हम पक्षियों को उनके स्वाभाविक जीवन में देख रहे होते हैं, जैसे वे घोंसला बनाते हैं, ऊंचे पेड़ों पर बैठते हैं, तो लगता है जैसे उनका जीवन बहुत साधारण तरीके से चलता है। इसके अलावा हम जब भी पक्षियों की विशाल शृंखला को देखते हैं, तो हमें उनकी एकजुटता का आभास होता है।

यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव डालता है क्योंकि यह हमें चीज़ों को आसान और संतुलित तरीके से देखने की प्रेरणा देता है और अपने जीवन को सरल बनाने की सोच देता है।

X

आनंदमय और स्वस्थ जीवन आपसे कुछ ही क्लिक्स दूर है

सकारात्मकता, सुखी जीवन और प्रेरणा के अपने दैनिक फीड के लिए सदस्यता लें।